दुनिया / फिर पकड़ा पाकिस्तान आईएसआई का जासूस, फर्जी फौजी अफसर बनकर करता था रैकी

केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) ने बेंगलूरु के जॉली मोहल्ले से एक संदिग्ध व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि वह सेना की खुफिया जानकारी और सैन्य प्रतिष्ठानों की तस्वीरें वाट्सऐप के जरिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ को भेज रहा था। सीसीबी ने यह कार्रवाई आर्मी इंटेलीजेंस से मिली जानकारी के आधार पर की। आरोपी खुद को फौजी अफसर बताकर सेना की जानकारियां जुटाता था।

Vikrant Shekhawat : Sep 21, 2021, 11:43 AM
जयपुर। केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) ने बेंगलूरु के जॉली मोहल्ले से एक संदिग्ध व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि वह सेना की खुफिया जानकारी और सैन्य प्रतिष्ठानों की तस्वीरें वाट्सऐप के जरिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ को भेज रहा था। सीसीबी ने यह कार्रवाई आर्मी इंटेलीजेंस से मिली जानकारी के आधार पर की। आरोपी खुद को फौजी अफसर बताकर सेना की जानकारियां जुटाता था।

बाड़मेर (राजस्थान) का मूल निवासी जितेंद्र सिंह बेंगलूरु में कपड़ों का कारोबार करता था। वह वाट्सऐप के जरिए आइएसआइ के सम्पर्क में था। आइएसआइ के कहने पर उसने सीमावर्ती इलाकों में सेना की चौकियों की रेकी भी की। वह कई महीनों से सेना की खुफिया जानकारी आइएसआइ को पहुंचा रहा था। खुफिया विभाग उस पर नजर थी। उसके खिलाफ खुफिया जानकारी साझा करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।

बाड़मेर सैन्य स्टेशन के फोटो भी भेजे सूत्रों के मुताबिक आरोपी जितेंद्र ने बाड़मेर सैन्य स्टेशन की तस्वीरें आइएसआइ को भेजीं। बाड़मेर क्षेत्र से सैन्य वाहनों की आवाजाही की सूचना भी उसने आइएसआइ को दी। उसके पास सेना के कैप्टन की वर्दी मिली है। जयपुर में पकड़ा था जासूस गौरतलब है कि कुछ दिन पहले राजस्थान इंटेलिजेंस ने रेलवे डाक सेवा के कर्मचारी भरत बावरी को जयपुर जंक्शन से गिरफ्तार किया था।

बावरी सोशल मीडिया के जरिए आरोपी डाककर्मी पाकिस्तानी महिला जासूस के संपर्क में आया था। आरोपी सेना की गोपनीय डाक को खोलकर उसकी फोटो खींचता, फिर वाट्सऐप के जरिए पाकिस्तानी महिला एजेंट को भेजता।