देश / पोखरण आर्मी कैंप को सब्ज़ी सप्लाई करने वाला शख्स जासूसी के लिए गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पोखरण (राजस्थान) स्थित आर्मी कैंप को सब्ज़ी सप्लाई करने वाले हबीब-उर-रहमान को जासूसी कर रक्षा संबंधी संवेदनशील दस्तावेज़ पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को देने के लिए गिरफ्तार किया है। बकौल पुलिस, एक सैनिक से रहमान के संबंध का खुलासा हुआ है जिसकी पोस्टिंग पहले पोखरण में थी और अब आगरा में है।

पोखरण: राजस्‍थान (Rajasthan) में पोखरण (Pokharan) में सेना के आधार (Army Base Camp) शिविर में सब्जियों की आपूर्ति करने वाले 34 वर्षीय शख्स को सेना के एक कर्मी से पैसों के बदले संवेदनशील सूचना लेने और उन्हें पाकिस्तान (Pakistan’s )की खुफिया एजेंसी आईएसआई (Pakistan’s ISI) को मुहैया कराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. अभी उससे पूछताछ जारी है.

जासूसी मामला में दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने कहा, दिल्ली पुलिस ने ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. आरोपी हबीबुर रहमान (Habibur Rahman) को राजस्थान के पोखरण से गिरफ्तार किया गया है. वह पाकिस्तान की आईएसआई के लिए काम करता था और वहां भी रहा था.

दिल्ली पुलिस अपराध शाखा (Delhi Police Crime Branch) ने कहा, उसके पास से सेना के गोपनीय दस्तावेज और सेना क्षेत्र का नक्शा जब्त किया गया है. आरोपी ने कहा कि दस्तावेज उसे आगरा में तैनात सेना की जवान परमजीत कौर ने दिए (an Army personnel Paramjit Kaur, deployed in Agra) थे. रहमान को एक कमल को दस्तावेज सौंपने थे. पूछताछ जारी है.

अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि हबीब खान राजस्थान के बीकानेर जिले का रहने वाला है और उसे मंगलवार को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की एक टीम ने पोखरण से खुफिया जानकारी के आधार पर हिरासत में लिया था.

दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने बताया कि उसके पास पिछले कुछ साल से पोखरण में सेना के आधार शिविर में सब्जियों की आपूर्ति करने का ठेका है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि खुफिया इकाई द्वारा साझा की गई जानकारी के आधार पर, दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की टीम ने मंगलवार को पोखरण से संदिग्ध को पकड़ लिया.

पुलिस अधिकारी ने बताया कि शुरुआती जांच से पता चला है कि संदिग्ध सैन्य शिविर में तैनात सेना के एक अधिकारी से संवेदनशील दस्तावेज हासिल करता था और उसे पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) को मुहैया कराता था.

पुलिस अफसर ने बताया कि सेना का अधिकारी कथित तौर पर हर दस्तावेज के लिए पैसे लेता था. पुलिस ने अधिक जानकारी का खुलासा नहीं किया है और कहा है कि मामले की जांच की जा रही है और तथ्यों की पुष्टि की जा रही है.