News18 : Apr 24, 2020, 05:46 PM
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने पहले 25 मार्च से 14 अप्रैल तक लॉकडाउन (Lockdown) घोषित किया था। इसके बाद इसे बढ़ाकर 3 मई तक कर दिया गया है। इस लॉकडाउन के तहत लोगों से घरों में रहने की अपील की गई है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर देश में लॉकडाउन ना लगाया गया होता तो देश के हालात क्या होते।
डॉ।वीके पाटिल ने कहा, 'हम लोगों का विश्लेषण यह जाहिर करता है कि देश में लॉकडाउन के कारण कोरोना वायरस संक्रमण के दोगुने होने की दर में कमी आई है। साथ ही कई जानें भी बची हैं। ऐसे में लॉकडाउन लागू करने का निर्णय सही समय पर लिया गया है।'शुक्रवार को सरकार के मंत्रालयों की ओर से हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी गई कि देश में 23 मार्च से पहले कोरोना वायरस संक्रमण के मामले दोगुने होने का समय 3 दिन मापा गया था। इसके बाद लॉकडाउन लागू किया गया, जिसके परिणाम बाद में दिखने शुरू हुए। 29 मार्च को केस दोगुने होने का समय बढ़कर 5 दिन हो गया। इसके बाद 6 अप्रैल से देश में हर 10 दिन में कोरोना संक्रमण के मामले दोगुने हो रहे हैं। अगर देश में लॉकडाउन ना लगाया गया होता तो आशंका जताई गई है कि इस समय देश में कोरोना के 73,400 केस सामने आ गए होते।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि देश में पिछले 24 घंटे में 1684 नए केस सामने आए हैं। इसके बाद देश में कुल मामलों की संख्या बढ़कर 23,077 हो गई है। देश में अब तक 718 लोगों की मौत हुई है।
Our analysis shows lockdown has been effective in slowing the doubling rate of #COVID2019 and saved lives. The lockdown decision was timely as the around 23,000 cases in India today could have been 73,000: Dr VK Paul, Niti Aayog member and Chairman of Empowered Group 1. pic.twitter.com/gPF2SwS5Nc
— ANI (@ANI) April 24, 2020
शुक्रवार को कोरोना संक्रमण पर मंत्रालयों की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान नीति आयोग के सदस्य और इम्पावर्ड ग्रुप 1 के चेयरमैन डॉ। वीके पाटिल ने इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस समय देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या 23,077 है, लेकिन अगर देश में लॉकडाउन ना लगा होता तो इस समय यह संख्या 73000 होती।In last 28 days, 15 districts have had no new case. Till date, there are 80 districts in the country that have reported no new cases in last 14 days: Lav Agarwal, Joint Secretary, Health Ministry https://t.co/QemuiutRSn
— ANI (@ANI) April 24, 2020
डॉ।वीके पाटिल ने कहा, 'हम लोगों का विश्लेषण यह जाहिर करता है कि देश में लॉकडाउन के कारण कोरोना वायरस संक्रमण के दोगुने होने की दर में कमी आई है। साथ ही कई जानें भी बची हैं। ऐसे में लॉकडाउन लागू करने का निर्णय सही समय पर लिया गया है।'शुक्रवार को सरकार के मंत्रालयों की ओर से हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी गई कि देश में 23 मार्च से पहले कोरोना वायरस संक्रमण के मामले दोगुने होने का समय 3 दिन मापा गया था। इसके बाद लॉकडाउन लागू किया गया, जिसके परिणाम बाद में दिखने शुरू हुए। 29 मार्च को केस दोगुने होने का समय बढ़कर 5 दिन हो गया। इसके बाद 6 अप्रैल से देश में हर 10 दिन में कोरोना संक्रमण के मामले दोगुने हो रहे हैं। अगर देश में लॉकडाउन ना लगाया गया होता तो आशंका जताई गई है कि इस समय देश में कोरोना के 73,400 केस सामने आ गए होते।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि देश में पिछले 24 घंटे में 1684 नए केस सामने आए हैं। इसके बाद देश में कुल मामलों की संख्या बढ़कर 23,077 हो गई है। देश में अब तक 718 लोगों की मौत हुई है।