Vikrant Shekhawat : Mar 27, 2021, 03:24 PM
नई दिल्ली: कोरोना महामारी (COVID-19) दिल्ली में फिर से विकराल रूप धारण करती नजर आ रही है। दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे संक्रमितों के आंकड़े रोज नए रिकॉर्ड बना रहे हैं। इसे देखते हुए लोगों को फिर से लॉकडाउन का डर सताने लगा है। बीते कुछ दिनों देश के अलग-अलग राज्यों में तेजी से बढ़ते मामलों के बाद वहां नाइट कर्फ्यू और सख्ती बढ़ाए जाने से दिल्ली में भी इसकी आशंका जताई जाने लगी है।इस बीच दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि दिल्ली में प्रतिदिन कोविड-19 के नए मामलों में वृद्धि लगातार जारी है। इस दौरान जब उनसे यह पूछा गया कि क्या दिल्ली में फिर से लॉकडाउन लगाया जा सकता है तो उन्होंने कहा कि लॉकडाउन बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए कोई समाधान नहीं है।सत्येंद्र जैन ने कहा कि यहां लॉकडाउन की कोई संभावना नहीं है। पहले ही लॉकडाउन लग चुका है और तब इसके पीछे एक तर्क था। उस समय, किसी को नहीं पता था कि वायरस कैसे फैलता है, तब यह कहा गया था कि संक्रमण होने और इसके खत्म होने का 14 दिनों का चक्र है। उस समय विशेषज्ञों ने कहा कि यदि 21 दिनों तक सभी गतिविधियां बंद रहती हैं, तो वायरस फैलना बंद हो जाएगा। उसके बाद भी लॉकडाउन का विस्तार होता रहा, लेकिन इसके बावजूद कोरोना वायरस फैलना बंद नहीं हुआ। मुझे लगता है कि लॉकडाउन कोई समाधान नहीं है। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने कहा कि दिल्ली में बढ़ते कोविड-19 मामलों के बीच आगामी त्योहारों जैसे होली और नवरात्रि पर होने वाले समारोहों के लिए सार्वजनिक आयोजनों की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। डीडीएमए ने यह भी कहा कि जिन राज्यों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं उन राज्यों से आने वाले यात्रियों की हवाईअड्डों, रेलवे स्टेशनों और बस टर्मिनलों पर ही रैंडम टेस्टिंग (रैपिड एंटीजन टेस्ट / आरटी-पीसीआर) की जानी चाहिए।उन्होंने कहा कि पहले कम मामले थे, लेकिन अब यह बढ़ गया है। इसलिए हमने हर दिन टेस्ट बढ़ाकर 85,000 से 90,000 तक कर दिए हैं, जो राष्ट्रीय औसत के 5 प्रतिशत से अधिक है। हम कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और आइसोलेशन पर भी फोसक कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि कोरोना मरीजों के लिए अस्पतालों में पर्याप्त बेड हैं। अभी तक लगभग 20 प्रतिशत भरे हुए हैं और 80 प्रतिशत बेड खाली हैं। हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। यदि अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की तादाद बढ़ती है, तो हम बेड्स की संख्या में वृद्धि करेंगे। दिल्ली में लगातार दूसरे दिन कोरोना के 1500 से अधिक मामलेदिल्ली में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन कोरोना के 1,500 से अधिक नए मामले सामने आए और नौ मरीजों ने दम तोड़ दिया, जो पिछले करीब दो माह के दौरान सबसे अधिक संख्या है। इसके साथ ही दिल्ली में अब तक इस महामारी के चलते मरने वालों की संख्या बढ़ाकर 10,987 पर पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, शुक्रवार को कोरोना संक्रमण के 1,534 नए मामले सामने आने के साथ ही संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 6,54,276 तक पहुंच गई, जबकि 6.36 लाख से अधिक मरीज ठीक हो चुके हैं। दिल्ली में फिलहाल 6,051 एक्टिव केस हैं। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 16 दिसंबर को सामने आए संक्रमण के 1,547 मामलों के बाद शुक्रवार को एक ही दिन में सर्वाधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं। दिल्ली में गुरुवार को 1,515 मामले, बुधवार को 1,254 और मंगलवार को 1,101 मामले सामने आए थे।डीडीएमए ने होली के सार्वजनिक आयोजनों पर लगाया प्रतिबंधदिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने कहा कि दिल्ली में बढ़ते कोविड-19 मामलों के बीच आगामी त्योहारों जैसे होली और नवरात्रि पर होने वाले समारोहों के लिए सार्वजनिक आयोजनों की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। डीडीएमए ने यह भी कहा कि जिन राज्यों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं उन राज्यों से आने वाले यात्रियों की हवाईअड्डों, रेलवे स्टेशनों और बस टर्मिनलों पर ही रैंडम टेस्टिंग (रैपिड एंटीजन टेस्ट / आरटी-पीसीआर) की जानी चाहिए।