लड़ रहे उपचुनाव / ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए इन दो नेताओ ने दिया इस्‍तीफा

मुख्यधारा की राजनीतिक पार्टियों के साथ, कई क्षेत्रीय दल और निर्दलीय भी मध्य प्रदेश विधानसभा की 28 सीटों के लिए उपचुनाव में मैदान में हैं। ऐसे में एक बड़ी खबर यहां से आ रही है। छह महीने तक यहां विधायक न रहने के बाद, मध्य प्रदेश के दो मंत्रियों तुलसी सिलावट और गोविंद राजपूत ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।

Vikrant Shekhawat : Oct 21, 2020, 03:54 PM
भोपाल. मुख्यधारा की राजनीतिक पार्टियों के साथ, कई क्षेत्रीय दल और निर्दलीय भी मध्य प्रदेश विधानसभा की 28 सीटों के लिए उपचुनाव में मैदान में हैं। ऐसे में एक बड़ी खबर यहां से आ रही है। छह महीने तक यहां विधायक न रहने के बाद, मध्य प्रदेश के दो मंत्रियों तुलसी सिलावट और गोविंद राजपूत ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। ऐसी स्थिति में, मुख्यमंत्री ने दोनों नेताओं के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया और उन्हें राजभवन भेज दिया। बता दें कि दोनों नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। इसके साथ ही उपचुनाव भी लड़ रहे हैं।

वास्तव में, एक संवैधानिक प्रावधान है कि कोई भी मंत्री सदन का सदस्य बने बिना 6 महीने से अधिक समय तक मंत्र पर नहीं रह सकता है। ऐसे में इस प्रक्रिया के चलते दोनों नेताओं को इस्तीफा देना पड़ा।

उपचुनाव की बात करें तो, संबर विधानसभा उपचुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा के तुलसीराम सिलावट और कांग्रेस के प्रेमचंद गुड्डू के बीच है। हाल ही में, जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने नामांकन दाखिल किया, जबकि अगले दिन गुरुवार को प्रेमचंद गुड्डू ने नामांकन दाखिल किया। दोनों ने नामांकन के साथ अपने आय शपथ पत्र भी जमा किए हैं। मध्य प्रदेश सरकार के जल संसाधन मंत्री, तुलसी सिलावट, जो सांवर से चार बार विधायक थे, ने इस बार भाजपा उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया।