महाराष्ट्र / पांच वर्षीय बे​टी की जान बचाने के लिए तेंदुए ​से भिड़ गई मां, डंडे से किया मुकाबला

महाराष्ट्र के चंद्रपुर में एक रोंगटे खड़े करने वाली घटना सामने आई है। अपनी पांच साल की बेटी को बचाने के लिए एक मां खूंखार तेंदुए से भिड़ गई। तेंदुए के जबड़े में दबी मासूम बेटी को बचाने के लिए इस बहादुर मां ने डंडे से मुकाबला किया। मां की ममता के आगे खूंखार तेंदुआ भी हार मान गया और बच्ची को छोड़कर भाग गया।

Vikrant Shekhawat : Jul 18, 2021, 03:54 PM
महाराष्ट्र के चंद्रपुर में एक रोंगटे खड़े करने वाली घटना सामने आई है। अपनी पांच साल की बेटी को बचाने के लिए एक मां खूंखार तेंदुए से भिड़ गई। तेंदुए के जबड़े में दबी मासूम बेटी को बचाने के लिए इस बहादुर मां ने डंडे से मुकाबला किया। मां की ममता के आगे खूंखार तेंदुआ भी हार मान गया और बच्ची को छोड़कर भाग गया। 

चंद्रपुर शहर से सटे जुनोना गांव के पास मां अर्चना मेश्राम अपनी 5 साल की बेटी प्राजक्ता के साथ गांव के पास बने नाले के करीब जंगली सब्जियां तोड़ने गई थी। सब्जियां तोड़ने के दौरान बेटी प्राजक्ता अपनी मां से थोड़ी दूरी पर खड़ी थी, तभी पहले से ही घात लगाकर बैठै तेंदुए ने अचानक बच्ची पर हमला कर दिया।

तेंदुए ने बच्ची के सिर को जबड़े में फंसा लिया। यह देखकर मां के होश उड़ गए। उसने खुद को संभाला और तेंदुए से भिड़ गई। उसने पास में ही पड़ा एक डंडा उठा लिया और तेंदुए पर वार करना शुरू कर दिया। इस दौरान तेंदुए ने बच्ची को छोड़ दिया, लेकिन महिला पर हमला कर दिया। 

किसी तरह तेंदुए के हमले से महिला ने खुद को बचाया, लेकिन तेंदुए फिर से महिला से ध्यान हटाकर बच्ची पर झपट पड़ा और उसे जबड़े में फंसाया और घसीटते हुए वहां से ले जाने लगा। ये नजारा देख महिला तेंदुए के पीछे पड़ गई और डंडे से उस पर लगातार वार करना शुरू कर दिया। 

महिला की इस बहादुरी के आगे तेंदुआ भी हार मान गया और उसने बच्ची को वहीं छोड़ दिया और जंगल की ओर भाग निकला। तेंदुए के हमले में बच्ची बुरी तरह घायल हो गई। बच्ची के चहरे और सिर पर गहरी चोटें आई हैं।

महिला ने अपनी बेहोश बेटी को तुरंत स्थानीय अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद घायल बच्ची को नागपुर सरकारी अस्पताल भेजा गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है।

घायल बेटी के पिता संदीप मेश्राम ने बताया कि पत्नी अर्चना ने बड़ी हिम्मत दिखाकर बेटी को बचाया है। बेटी का उपचार चल रहा है। डॉक्टर ने बताया है कि घायल बेटी की हालत खतरे से बाहर है। 

संदीप मेश्राम ने बताया कि तेंदुए अक्सर बकरी के शिकार के लिए यहां आते रहते हैं। इस बार भी तेंदुआ बकरी के शिकार के लिए यहां आया था, लेकिन उसने पांच साल की बेटी को देख लिया और उस पर झपट पड़ा।