Vikrant Shekhawat : May 17, 2022, 10:47 PM
देश के कई हिस्सों में आसमान आग उगल रहा है, भीषण गर्मी से लोग परेशान हैं. लेकिन दूसरी ओर असम में प्री-मानसून ने तबाही का मंजर ला दिया है. प्रदेश का रेल संपर्क टूट चुका है, गाड़ियां पानी में तैरती नजर आ रही हैं. बाढ़ और भूस्खलन से कछार जिले में दो और लोगों की मौत के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 7 हो गई है, जहां अब तक 24 जिलों में 2 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी.मरने वालों की संख्या कुल 7असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अधिकारियों ने कहा कि पिछले 24 घंटों के दौरान दक्षिणी असम के कछार जिले में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि इससे पहले दीमा हसाओ (4) और लखीमपुर (1) जिलों में भूस्खलन में 5 लोगों की मौत हो गई. अधिकारियों के अनुसार, बाढ़ और भूस्खलन के कारण कछार जिले में 6 लोग लापता हैं. हालांकि, कछार जिले में एक अनौपचारिक रिपोर्ट में कहा गया है कि जिले में अलग-अलग नदियों में एक बच्चे और दो अधेड़ उम्र के लोगों सहित चार लोग बह गए.24 जिले के 811 गांव चपेट मेंएएसडीएमए के एक बुलेटिन में कहा गया है कि 24 जिलों के 811 गांवों में 2,02,385 लोग प्रभावित हुए और लगभग 6,540 घर आंशिक रूप से और पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. 33,300 से अधिक लोगों ने 72 राहत शिविरों में शरण ली है, जबकि जिला प्रशासन ने 27 राहत वितरण केंद्र खोले हैं.सबसे ज्यादा प्रभावित हैं ये इलाकेसबसे अधिक प्रभावित जिलों में कछार, दीमा हसाओ, होजई, चराईदेव, दरांग, धेमाजी, डिब्रूगढ़, बजली, बक्सा, विश्वनाथ और लखीमपुर शामिल हैं. पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के दीमा-हसाओ जिले के तहत पहाड़ी खंड में स्थिति मंगलवार को गंभीर बनी रही, क्योंकि पहाड़ी क्षेत्र में बारिश जारी रही, जिससे लुमडिंग-बदरपुर सिंगल लाइन रेलवे मार्ग प्रभावित हुआ. टूटा रेल संपर्क असम में लुमडिंग-बदरपुर खंड त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर और असम के दक्षिणी भाग को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने का एकमात्र मार्ग है. यह रेल संपर्क पिछले चार दिनों से कटा हुआ है, जिससे आवश्यक वस्तुओं के दाम बढ़ गए हैं.