US Election 2020 / डोनाल्ड ट्रंप नहीं है हार मानने को तैयार, परिवार में हो रही है तकरार, बेटी इवांका भी नाराज

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को डोनाल्ड ट्रंप भले ही स्वीकार न कर रहे हों, लेकिन उनके परिवार के कई सदस्यों को लगता है कि अब उन्हें अपनी यह ‘जिद’ छोड़ देनी चाहिए। CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप के दामाद जेरेड कुशनर और पत्नी मेलानिया (Melania Trump) चाहते हैं कि ट्रंप अपनी हार को स्वीकार करें। कुशनर ट्रंप को मनाने के लिए व्हाइट हाउस भी गए थे, लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी।

Vikrant Shekhawat : Nov 09, 2020, 11:53 AM
US Election 2020: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव (US Election) के नतीजों को डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) भले ही स्वीकार न कर रहे हों, लेकिन उनके परिवार के कई सदस्यों को लगता है कि अब उन्हें अपनी यह ‘जिद’ छोड़ देनी चाहिए। CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप के दामाद जेरेड कुशनर (Jared Kushner) और पत्नी मेलानिया (Melania Trump) चाहते हैं कि ट्रंप अपनी हार को स्वीकार करें।  

बेटे पिता के साथ

कुशनर ट्रंप को मनाने के लिए व्हाइट हाउस भी गए थे, लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी। डोनाल्ड ट्रंप इस मामले में कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि बेटी इवांका ट्रंप (Ivanka Trump) भी अपने पिता के अड़ियल रुख से खफा हैं, लेकिन उनके भाई पिता के साथ हैं। डोनाल्ड जूनियर और एरिक ने सहयोगियों से कहा है कि परिणाम स्वीकार न करें और दबाव बनाना जारी रखें। सीधे शब्दों में कहें तो चुनावी नतीजों को लेकर ट्रंप परिवार दो भागों में विभाजित हो गया है।

अनसुना कर दिया

CNN ने सूत्रों से हवाले से बताया है कि ट्रंप के दामाद और उनके वरिष्ठ सलाहकार जेरेड कुशनर ने चुनाव परिणाम को लेकर ट्रंप से बात की। उन्होंने ट्रंप को समझाया कि उन्हें मामले को बढ़ाने के बजाये नतीजों को स्वीकार कर लेना चाहिए, लेकिन ट्रंप ने उनकी बातों को अनसुना कर दिया। इतना ही नहीं, मेलानिया ट्रंप ने भी उन्हें मानाने की कोशिश की, मगर ट्रंप कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हैं। 

स्पष्ट कर दिए हैं इरादे

डोनाल्ड ट्रंप शुरुआत से ही यह कहते आये हैं कि चुनावों में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि वो कानूनी विकल्पों के सहारे इस लड़ाई को आगे बढ़ाएंगे। ट्रंप के दोनों बेटे भी इस मामले में उनके जैसी सोच रखते हैं। यही वजह है कि ट्रंप किसी और की सुनने को तैयार नहीं हैं। वहीं, ट्रंप कैंपेन ने कानूनी लड़ाई के लिए फंड इकठ्ठा करना भी शुरू कर दिया है।