Vikrant Shekhawat : Jan 17, 2021, 07:34 AM
राजस्थान के फतेहपुर में बालाजी मंदिर के पास एक फ्लाईओवर पर शुक्रवार रात 9.15 बजे एक ट्रक पर चढ़ने के दौरान दूसरे ट्रक को ओवरटेक करने के प्रयास में सामने से आ रहे ट्रॉले से दूसरे ट्रक की टक्कर हो गई। टक्कर के बाद दोनों ट्रकों में भीषण आग लग गई। डीजल सड़क पर बिखर गया और आग लग गई। ट्रक में सवार दो युवक जिंदा जल गए। आग की लपटें इतनी ऊंची थीं कि रात 12 बजे तक जवान का शव नहीं निकाला जा सका। इसके बाद दोनों झुलसे लोगों को गंभीर हालत में फतेहपुर के धानुका अस्पताल में भर्ती कराया गया।
दोनों ओवरब्रिज के सैकड़ों लोग मौके पर जमा हो गए। लोगों ने मिट्टी और पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन आग नहीं बुझी। दो दमकल गाड़ियों ने काफी प्रयास के बाद आग पर काबू पाया।वहीं, हादसे के बाद आग से हाईवे पर करीब ढाई से तीन किलोमीटर तक जाम लग गया है। मौके पर सैकड़ों लोग जमा हो गए। फतेहपुर कोतवाली सीआई उदय सिंह यादव ने बताया कि घटना में घायल दोनों लोगों को धानुका अस्पताल से प्राथमिक उपचार के बाद सीकर रेफर कर दिया गया है। बीकानेर का एक युवक, जिसकी उम्र 20 वर्ष है, को एसके अस्पताल सीकर के बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया है।जानकारी के अनुसार रात 12 बजे तक ट्रकों से शव नहीं निकाला जा सका। क्योंकि लोहा गर्म था। दमकल की गाड़ी आधे घंटे देरी से पहुंची। घटना के एक घंटे बाद दो दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया गया। करीब सवा घंटे बाद आग पर काबू पाया गया। फ्लाईओवर की चौड़ाई कम थी और दोनों ट्रकों ने स्टीयरिंग को एक ही तरफ घुमा दिया, जिससे टक्कर हो गई।चूरू से आने वाले दूसरे ट्रक का ड्राइवर द्वारका अजमेर है। द्वारका ने बताया कि वह राजमार्ग पर चूरू से फतेहपुर की ओर आ रहा था। एक ट्रक HR 39D 9948 भी चूरू से फतेहपुर की ओर जा रहा था। ट्रोले ने हमारे चावल से भरे ट्रक को ओवरटेक किया। चढ़ाई के कारण ट्रोला रफ्तार में था। सामने से आ रही दूसरी ट्रोला आरजे 07 जीडी 0207 फतेहपुर से चूरू की ओर जा रही थी। यह चूना पत्थर से भरा था।इस दौरान दोनों ट्रोल्स ने एक ही तरफ ट्रोल्स का स्टेयरिंग घुमा दिया, जिससे दोनों के बीच जमकर झगड़ा हुआ और आग लग गई। ट्रक चालक द्वारका ने आगे बताया कि पुल बहुत चौड़ा नहीं था। एक साथ दो ट्रक निकलने के बाद पुल पर ज्यादा जगह नहीं बची है। चूरू की ओर से आ रही ट्रोला ओवरब्रिज की रेलिंग पर लटकते हुए करीब तीन फीट नीचे जा गिरी। आगजनी इतनी भयंकर थी कि दूर से आग की लपटों के कारण कोई पास नहीं जा सका।ट्राली के डीजल टैंक में विस्फोट से आग बढ़ गई। डीजल के बिखरने के कारण सड़क पर ऊंची लपटें भी उठने लगीं। सुबह करीब 10.35 बजे क्रेन बुलाई गई, ताकि ट्रॉलियों को साफ किया जा सके और रास्ता साफ हो सके। ट्रक में अक्सर एक ड्राइवर और एक ऑपरेटर होता है, लेकिन दोनों ट्रकों में केवल तीन लोग ही बचे हैं, जिनमें से एक को जिंदा जला दिया गया था। सड़क पर बहुत दूर तक डीजल के विघटन की लपटें उठने लगीं।
दोनों ओवरब्रिज के सैकड़ों लोग मौके पर जमा हो गए। लोगों ने मिट्टी और पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन आग नहीं बुझी। दो दमकल गाड़ियों ने काफी प्रयास के बाद आग पर काबू पाया।वहीं, हादसे के बाद आग से हाईवे पर करीब ढाई से तीन किलोमीटर तक जाम लग गया है। मौके पर सैकड़ों लोग जमा हो गए। फतेहपुर कोतवाली सीआई उदय सिंह यादव ने बताया कि घटना में घायल दोनों लोगों को धानुका अस्पताल से प्राथमिक उपचार के बाद सीकर रेफर कर दिया गया है। बीकानेर का एक युवक, जिसकी उम्र 20 वर्ष है, को एसके अस्पताल सीकर के बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया है।जानकारी के अनुसार रात 12 बजे तक ट्रकों से शव नहीं निकाला जा सका। क्योंकि लोहा गर्म था। दमकल की गाड़ी आधे घंटे देरी से पहुंची। घटना के एक घंटे बाद दो दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया गया। करीब सवा घंटे बाद आग पर काबू पाया गया। फ्लाईओवर की चौड़ाई कम थी और दोनों ट्रकों ने स्टीयरिंग को एक ही तरफ घुमा दिया, जिससे टक्कर हो गई।चूरू से आने वाले दूसरे ट्रक का ड्राइवर द्वारका अजमेर है। द्वारका ने बताया कि वह राजमार्ग पर चूरू से फतेहपुर की ओर आ रहा था। एक ट्रक HR 39D 9948 भी चूरू से फतेहपुर की ओर जा रहा था। ट्रोले ने हमारे चावल से भरे ट्रक को ओवरटेक किया। चढ़ाई के कारण ट्रोला रफ्तार में था। सामने से आ रही दूसरी ट्रोला आरजे 07 जीडी 0207 फतेहपुर से चूरू की ओर जा रही थी। यह चूना पत्थर से भरा था।इस दौरान दोनों ट्रोल्स ने एक ही तरफ ट्रोल्स का स्टेयरिंग घुमा दिया, जिससे दोनों के बीच जमकर झगड़ा हुआ और आग लग गई। ट्रक चालक द्वारका ने आगे बताया कि पुल बहुत चौड़ा नहीं था। एक साथ दो ट्रक निकलने के बाद पुल पर ज्यादा जगह नहीं बची है। चूरू की ओर से आ रही ट्रोला ओवरब्रिज की रेलिंग पर लटकते हुए करीब तीन फीट नीचे जा गिरी। आगजनी इतनी भयंकर थी कि दूर से आग की लपटों के कारण कोई पास नहीं जा सका।ट्राली के डीजल टैंक में विस्फोट से आग बढ़ गई। डीजल के बिखरने के कारण सड़क पर ऊंची लपटें भी उठने लगीं। सुबह करीब 10.35 बजे क्रेन बुलाई गई, ताकि ट्रॉलियों को साफ किया जा सके और रास्ता साफ हो सके। ट्रक में अक्सर एक ड्राइवर और एक ऑपरेटर होता है, लेकिन दोनों ट्रकों में केवल तीन लोग ही बचे हैं, जिनमें से एक को जिंदा जला दिया गया था। सड़क पर बहुत दूर तक डीजल के विघटन की लपटें उठने लगीं।