Share Market Today / मार्केट खुले उससे पहले समझ लें ये गणित, आज होगा फायदा

भारतीय शेयर बाजार इस सप्ताह अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर निर्णय, थोक मूल्य सूचकांक (WPI) आधारित महंगाई के आंकड़े, और विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) के प्रवाह पर निर्भर करेगा। वैश्विक रुझान और घरेलू आर्थिक संकेतक, जैसे कच्चे तेल की कीमतें और रुपए की चाल, बाजार की दिशा तय करेंगे।

Vikrant Shekhawat : Dec 16, 2024, 06:00 AM
Share Market Today: इस सप्ताह भारतीय शेयर बाजारों की दिशा कई प्रमुख कारकों पर निर्भर करेगी, जिनमें अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर निर्णय, थोक मूल्य सूचकांक (WPI) आधारित महंगाई के आंकड़े और विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) का निवेश प्रवाह मुख्य हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इन कारकों के साथ-साथ वैश्विक बाजारों से मिलने वाले रुझान भी बाजार की चाल को प्रभावित करेंगे।

फेडरल रिजर्व की बैठक पर निवेशकों की नजर

स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौड़ के अनुसार, इस सप्ताह का बाजार रुख वैश्विक और घरेलू कारकों का संयोजन होगा। उन्होंने कहा, “फेडरल रिजर्व के नीतिगत निर्णय और अमेरिकी बाजारों का प्रदर्शन बाजार की धारणा को गहराई से प्रभावित करेंगे। निवेशक ब्याज दरों में 0.25% कटौती की संभावना पर ध्यान केंद्रित करेंगे।”

फेडरल रिजर्व के नीतिगत निर्णय के अलावा, उनकी भविष्य की मौद्रिक नीति पर दी गई टिप्पणियां भी निवेशकों की रणनीति को प्रभावित कर सकती हैं। रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने भी इस पर सहमति जताई और कहा कि फेडरल रिजर्व की बैठक से मिलने वाले संकेत, विशेष रूप से भविष्य की ब्याज दरों को लेकर उठाए जाने वाले कदम, बाजार के लिए अहम होंगे।

घरेलू कारकों की अहम भूमिका

घरेलू स्तर पर, सोमवार को जारी होने वाले थोक मूल्य सूचकांक (WPI) आधारित महंगाई के आंकड़े पर सभी की नजरें टिकी होंगी। यह रिपोर्ट सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा मूल्य स्थिरता सुनिश्चित करने के प्रयासों की प्रगति का मूल्यांकन करेगी।

प्रवेश गौड़ के अनुसार, “घरेलू महंगाई के स्तर और निवेश प्रवाह (विदेशी व घरेलू दोनों) का बाजार की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण योगदान होगा। इसके अलावा, कच्चे तेल की कीमतों और डॉलर के मुकाबले रुपए की चाल भी बाजार सहभागियों के लिए चिंता का विषय बनी रहेंगी।”

पिछले सप्ताह का प्रदर्शन

पिछले सप्ताह बीएसई सेंसेक्स में 623.07 अंकों (0.76%) की बढ़त दर्ज हुई और यह सकारात्मक संकेत देते हुए बंद हुआ। एनएसई निफ्टी ने भी 90.5 अंकों (0.36%) का लाभ हासिल किया। यह संकेत देता है कि बाजार में सकारात्मक रुझान है, लेकिन निवेशक आगामी घटनाक्रमों को लेकर सतर्क हैं।

इस सप्ताह बाजार की संभावित अस्थिरता

विशेषज्ञों का मानना है कि फेडरल रिजर्व के निर्णय, WPI महंगाई के आंकड़े और FII के प्रवाह से इस सप्ताह बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है। वैश्विक संकेतों के साथ-साथ घरेलू मोर्चे पर निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।

निवेशकों के लिए रणनीति

इस सप्ताह के प्रमुख संकेतक – फेडरल रिजर्व की बैठक और WPI महंगाई के आंकड़े – बाजार की दिशा निर्धारित करेंगे। ऐसे में निवेशकों को सतर्कता बरतते हुए रणनीति तैयार करनी होगी, ताकि अस्थिरता के प्रभाव को कम किया जा सके और बाजार में अवसरों का लाभ उठाया जा सके।

इस सप्ताह का प्रदर्शन बाजार सहभागियों की सूझबूझ और विवेक पर निर्भर करेगा, क्योंकि ये प्रमुख कारक बाजार की दिशा को बड़े पैमाने पर प्रभावित कर सकते हैं।