Vikrant Shekhawat : Dec 18, 2019, 11:45 AM
नई दिल्ली: पद्म पुरस्कार से सम्मानित उर्दू लेखक (Urdu Writer) और व्यंग्यकार मुजतबा हुसैन (Mujtaba Hussain) ने आज एक बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि देश में मौजूदा हालात काफी खराब हैं, इसी के साथ उन्होंने कहा है कि नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) लोकतंत्र पर हमला है जिसके विरोध में वो अपना पद्म पुरस्कार (Padma Shree Award) सरकार को वापस करेंगे। बता दें कि उर्दू के व्यंगकार मुजतबा हुसैन को साल 2007 में पद्म श्री (Padma Shree Award) से सम्मानित किया गया था। मुजतबा हुसैन ने कहा कि देश में अशांति, भय और नफरत की जो आग भड़काई जा रही है, वह वास्तव में परेशान करने वाली है। जिस लोकतंत्र के लिए हमने इतना दर्द झेला और जिस तरह से इसे बर्बाद किया जा रहा है कि वह निंदनीय है। इन परिस्थितियों में मैं किसी सरकारी पुरस्कार को अपने अधिकार में नहीं रखना चाहता।Citizenship Amendment Act और NRC को लेकर हुसैन ने कहा कि मौदूदा हालत को देखते हुए वह काफी परेशान दिखाई दिए हैं। उन्होंने कहा कि मैं 87 साल का हूं। मैं इस देश के भविष्य को लेकर अधिक चिंतित हूं। मैं इस देश की प्रकृति के बारे में चिंतित हूं जिसे मैं अपने बच्चों और अगली पीढ़ी के लिए छोड़ता हूं।Citizenship Amendment Act और NRC को लेकर हुसैन ने कहा कि मौदूदा हालत को देखते हुए वह काफी परेशान दिखाई दिए हैं। उन्होंने कहा कि मैं 87 साल का हूं। मैं इस देश के भविष्य को लेकर अधिक चिंतित हूं। मैं इस देश की प्रकृति के बारे में चिंतित हूं जिसे मैं अपने बच्चों और अगली पीढ़ी के लिए छोड़ता हूं। इस मामले में पुलिस ने दो अलग-अलग मामले दर्ज कर फिलहाल 5 लोगों को हिरासत में ले लिया। दिल्ली पुलिस प्रवक्ता एसीपी अनिल मित्तल ने देर शाम आईएएनएस को बताया कि फिलहाल इलाके में एहतियातन 5 कंपनी अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया था। हालात को तुरंत काबू करने के लिए तीनों जिलों से अतिरिक्त पुलिस बल को घटना के तुरंत बाद मौके पर बुलाना पड़ा।