Vikrant Shekhawat : Oct 10, 2020, 03:58 PM
राजस्थान के करौली में उपद्रवियों ने पेट्रोल छिड़ककर पुजारी को जिंदा जला दिया। इलाज के दौरान पुजारी की जयपुर के सवाई माधोसिंह अस्पताल में मौत हो गई। इस घटना को लेकर राजनीति उत्साही है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और सत्ताधारी कांग्रेस आमने-सामने हैं। पुजारी के साथ क्या क्या हुआ, ग्रामीणों ने घटना के दिन की पूरी कहानी बताई।
ग्रामीणों के अनुसार, दबंग मंदिर की जमीन पर कब्जा करना चाहते थे। दबंगीयो ने उस जमीन पर एक झोपड़ी बना ली थी। दूसरी झोपड़ी स्थापित करने जा रहे थे। यह जानने के बाद, पुजारी बाबूलाल वैष्णव ने इसका विरोध किया और उन्हें मौके पर ऐसा करने से रोकने की कोशिश की। परिवार के मुताबिक, दबंगों ने पुजारी को पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी।
ग्रामीणों का कहना है कि दबंग ने पुजारी पर पेट्रोल छिड़क दिया और वहां पिटाई करने के बाद उसे आग लगा दी। आग में जलते पुजारी इधर-उधर भागते रहे। पुजारी के एक रिश्तेदार ललित ने कहा कि इस बारे में जानकारी मिलने पर, वह दौड़ते हुए मौके पर पहुंचे और आग को बुझाया, लेकिन तब तक वह काफी जल चुका था। जल्दबाजी में पुजारी को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। पास के अस्पताल के डॉक्टरों ने पुजारी को प्राथमिक उपचार के लिए करौली रेफर कर दिया।
ललित के अनुसार, पुलिसकर्मियों को भी करौली के बजाय जयपुर ले जाने को कहा गया। पुजारी को जयपुर के महात्मा गांधी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां के डॉक्टरों ने इलाज से इनकार कर दिया। डॉक्टरों ने कहा कि वे 90 प्रतिशत तक जल चुके हैं। इसके बाद, पुजारी को सवाई माधोसिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पुजारी ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
ग्रामीणों के अनुसार, दबंग मंदिर की जमीन पर कब्जा करना चाहते थे। दबंगीयो ने उस जमीन पर एक झोपड़ी बना ली थी। दूसरी झोपड़ी स्थापित करने जा रहे थे। यह जानने के बाद, पुजारी बाबूलाल वैष्णव ने इसका विरोध किया और उन्हें मौके पर ऐसा करने से रोकने की कोशिश की। परिवार के मुताबिक, दबंगों ने पुजारी को पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी।
ग्रामीणों का कहना है कि दबंग ने पुजारी पर पेट्रोल छिड़क दिया और वहां पिटाई करने के बाद उसे आग लगा दी। आग में जलते पुजारी इधर-उधर भागते रहे। पुजारी के एक रिश्तेदार ललित ने कहा कि इस बारे में जानकारी मिलने पर, वह दौड़ते हुए मौके पर पहुंचे और आग को बुझाया, लेकिन तब तक वह काफी जल चुका था। जल्दबाजी में पुजारी को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। पास के अस्पताल के डॉक्टरों ने पुजारी को प्राथमिक उपचार के लिए करौली रेफर कर दिया।
ललित के अनुसार, पुलिसकर्मियों को भी करौली के बजाय जयपुर ले जाने को कहा गया। पुजारी को जयपुर के महात्मा गांधी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां के डॉक्टरों ने इलाज से इनकार कर दिया। डॉक्टरों ने कहा कि वे 90 प्रतिशत तक जल चुके हैं। इसके बाद, पुजारी को सवाई माधोसिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पुजारी ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।