News18 : Jun 29, 2020, 11:37 AM
नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी (Ladakh Galwan Valley) में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर बीते दिनों भारत-चीन के सैनिकों (India-China Clash) के बीच हुए हिंसक झड़प को लेकर केंद्रीय मंत्री और पूर्व आर्मी चीफ वीके सिंह (VK Singh) ने बड़े दावे किए हैं। वीके सिंह के मुताबिक, चीनी टेंट में अचानक आग लग गई थी। जिसके बाद ही भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प शुरू हो गई। पूर्व आर्मी चीफ के मुताबिक, यह कह पाना मुश्किल है कि चीनी सैनिकों ने टेंट में क्या रखा हुआ था, जिससे आग लगी।
न्यूज़ चैनल ABP से बातचीत में केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा कि चीनी सेना के टेंट में आग लगने के कारण झड़प हो गई। इस झड़प के दौरान हमारे लोग चीनी सेना के उपर हावी हो गए। चीन ने अपने और लोग बुलाए। हमारे लोगों ने भी अपने और जवान बुला लिए। चीन के लोग जल्दी आ गए, फिर हमारे लोग आए। अंधेरे में 500 से 600 लोगों के बीच झड़प हुई। रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व आर्मी चीफ का दावा है कि पहले हमारे तीन लोग हताहत हुए थे। फिर हमारे और चीनी सैनिक नदी में गिर गए थे। चोट और नदी में गिर जाने के कारण हमारे और 17 जवान शहीद हो गए। कुल 20 जवान शहीद हुए, जबकि 70 के करीब घायल हो गए थे। वीके सिंह ने कहा कि बेशक चीन कभी नहीं बताएगा कि उसके कितने लोग हताहत हुए। लेकिन मैं समझता हूं कि जिस तरीके से भारतीय जवानों ने चीनी सैनिकों को जवाब दिया था, उससे 40 से अधिक चीनी सैनिक हताहत हुए हैं।
न्यूज़ चैनल ABP से बातचीत में केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा कि चीनी सेना के टेंट में आग लगने के कारण झड़प हो गई। इस झड़प के दौरान हमारे लोग चीनी सेना के उपर हावी हो गए। चीन ने अपने और लोग बुलाए। हमारे लोगों ने भी अपने और जवान बुला लिए। चीन के लोग जल्दी आ गए, फिर हमारे लोग आए। अंधेरे में 500 से 600 लोगों के बीच झड़प हुई। रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व आर्मी चीफ का दावा है कि पहले हमारे तीन लोग हताहत हुए थे। फिर हमारे और चीनी सैनिक नदी में गिर गए थे। चोट और नदी में गिर जाने के कारण हमारे और 17 जवान शहीद हो गए। कुल 20 जवान शहीद हुए, जबकि 70 के करीब घायल हो गए थे। वीके सिंह ने कहा कि बेशक चीन कभी नहीं बताएगा कि उसके कितने लोग हताहत हुए। लेकिन मैं समझता हूं कि जिस तरीके से भारतीय जवानों ने चीनी सैनिकों को जवाब दिया था, उससे 40 से अधिक चीनी सैनिक हताहत हुए हैं।