Vikrant Shekhawat : Apr 03, 2021, 04:08 PM
नई दिल्ली: कोरोना महामारी से लड़ने के लिए भारत की ओर से तैयार किए गए एंटी-कोरोनावायरस टीके को प्रभावशाली माना जा रहा है. ऐसे में विदेशों में भी इसका एक्सपोर्ट किया जा रहा था. लेकिन इस बीच खबरें आई कि ‘वैक्सीन मैत्री’ के तहत दूसरे देशों को भेजे जाने वाले कोविड-19 वैक्सीन (COVID-19 Vaccine) पर भारत ने प्रतिबंध लगा दिया है. इस बात को लेकर विदेश मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि मंत्रालय के अनुसार भारतीय कोविड वैक्सीन की पहल बहुत सफल हुई है और इसे आगे भी जारी रखा जाएगा.विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची का इस बारे में कहना है, भारत ने अब तक 80 से अधिक देशों को 640 लाख से अधिक खुराक के साथ टीकों की आपूर्ति की है. ‘वैक्सीन मैत्री’ की पहल बहुत सफल रही है और इसे बहुत पसंद किया गया है. उन्होंने यह भी बताया कि कुल खुराक में से 104 लाख खुराकें एक अनुदान के रूप में, 357 लाख खुराक व्यावसायिक आधार पर और 182 के रूप में आपूर्ति की गई हैं. उन्होंने ये बात एक ऑनलाइन मीडिया संबोधन के दौरान बताईं.घरेलू जरूरत पर रहेगा ज्यादा फोकसविदेश मंत्रालय के अनुसार कोविड वैक्सीन की सप्लाई घरेलू जरूरतों के आधार पर की जाएगाी. पहले वैक्सीन देश में उपलब्ध कराई जाएगी. इस प्राथमिकता के बाद दूसरे देशों को वैक्सीन एक्सपोर्ट किया जाएगा. इस बारे में बागची ने कहा, ‘वैक्सीन मैत्री’ के तहत हम अपनी घरेलू आवश्यकताओं को देखते हुए आपूर्ति करने की कोशिश जारी रख रहे हैं.”नहीं लगाया गया है निर्यात पर प्रतिबंधएक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले कुछ समय पहले नेपाल की ओर से भारत से 5 मिलियन से अधिक वैक्सीन की खुराक प्राप्त करने के लिए संपर्क करने की बात सामने आई थी. जिस पर भारत सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई थी. इस बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि भारत ने विदेशों में टीके भेजने का बीड़ा उठाया है, जो जारी रहेगा. “इस समय, मुझे उम्मीद है कि हमारे साथी यह समझते हैं कि टीके मुख्य रूप से घरेलू खपत के लिए लगाए जाते हैं. मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि हमने टीकों पर कोई निर्यात प्रतिबंध नहीं लगाया है.”