Vikrant Shekhawat : Jul 10, 2021, 03:29 PM
जिनेवा: यूरोपियन नेशन बेल्जियम (Belgium) ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा उत्पादित और एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय (Oxford University) द्वारा विकसित कोविशील्ड वैक्सीन को मान्यता दी है. भारत में बेल्जियम के दूतावास ने शुक्रवार (9 जुलाई, 2021) को सूचित किया. बेल्जियम इन इंडिया ने ट्वीट किया, ‘बेल्जियम सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) द्वारा निर्मित और COVAX द्वारा वितरित एस्ट्राजेनेका वैक्सीन कोविशील्ड (Covishield) को मान्यता देता है. यह निर्णय भारत, नेपाल, भूटान, श्रीलंका, मालदीव, बांग्लादेश के लिए वैक्सीन असमानता के खिलाफ एक अहम निर्णय है.इसी के साथ, अब यूरोपीय संघ के 15 देश कोविशील्ड कोरोना वैक्सीन को मान्यता दे चुके हैं. इसमें स्विट्जरलैंड, आइसलैंड, ऑस्ट्रिया, बुल्गारिया, फिनलैंड, जर्मनी, ग्रीस, हंगरी, आयरलैंड, लातविया, नीदरलैंड, स्लोवेनिया, स्पेन, स्वीडन शामिल हैं. भारत में कोविशील्ड वैक्सीन की दोनों डोज लगा चुके लोग अब इन देशों में जा सकते हैं.भारत सरकार ने EU से क्या कहाभारत ने समूह के 27 सदस्य राष्ट्रों से अनुरोध किया था कि कोविशील्ड और कोवैक्सीन के टीके लगवा चुके भारतीयों को यूरोप की यात्रा करने की अनुमति देने पर वे अलग-अलग विचार करें. पिछले महीने भारत ने यूरोपीय संघ (ईयू) के सदस्य देशों से कोविशील्ड और कोवैक्सीन को ग्रीन पास स्कीम में शामिल करने को कहा था. सरकार ने ईयू से दो-टूक कह दिया है कि इन दोनों वैक्सीन को एक्सेप्ट करें या फिर ईयू के नागरिकों के भारत पहुंचने पर उनके लिए क्वारंटीन अनिवार्य किया जाएगा. यूरोपीय संघ ने अपनी ‘ग्रीन पास’ योजना के तहत यात्रा पाबंदियों में ढील दी है.सूत्रों ने बताया कि भारत ने ईयू के सदस्य देशों से कहा है कि वो परस्पर अदला-बदली की नीति अपनाएगा और ‘ग्रीन पास’ रखने वाले यूरोपीय नागरिकों को अपने देश में अनिवार्य क्वारंटीन से छूट देगा. शर्त ये है कि उसकी कोविशील्ड और कोवैक्सीन को मान्यता देने के अनुरोध को स्वीकार किया जाए. सूत्रों ने कहा कि भारत ने ईयू से अनुरोध किया है कि कोविन पोर्टल के माध्यम से जारी वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट को स्वीकार किया जाए. यूरोपीय संघ की डिजिटल कोविड सर्टिफिकेशन स्कीम या ‘ग्रीन पास’ स्कीम गुरुवार से प्रभाव में आएगी. इसके तहत कोविड-19 महामारी के दौरान स्वतंत्र आवाजाही की अनुमति होगी.तीसरी डोज की मंजूरी मांगेगा फाइजर-बायोएनटेकफाइजर-बायोएनटेक ने गुरुवार को ऐलान किया कि ये अपनी वैक्सीन की तीसरी डोज के लिए रेग्युलेटरी मंजूरी मांगेंगे. एक बयान के अनुसार, कंपनियों की ये मांग, चल रहे ट्रायल के शुरुआती आंकड़ों के बाद आई है. इस ट्रायल में पाया गया है कि दो डोज के मुकाबले तीसरी डोज से कोरोनावायरस स्ट्रेन और बीटा वेरिएंट के खिलाफ एंटीबॉडी (Antibody) का स्तर पांच से 10 गुना अधिक बढ़ जाता है.