Ethics Committee / ‘रात में किससे करती हो बात’- महुआ से सवाल पूछने पर भड़के सांसद, कमेटी के अध्यक्ष सोनकर का भी आया बयान

‘कैश के पहले सवाल’ पूछे जाने के मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा से व्यक्तिगत सवाल पूछने का आरोप लगाते हुए विपक्षी सांसदों की एथिक्स कमेटी की बैठक से वाकआउट किया. विपक्षी सांसदों ने एथिक्स कमेटी की बैठक में महुआ मोइत्रा से ‘व्यक्तिगत और अनैतिक’ सवाल पूछने का आरोप लगाया. विपक्षी सांसद गिरधारी यादव, दानिश अली, उत्तम रेड्डी, नटराजन, वैठलिंगम ने वाकआउट किया. यह शिकायत करने के बाद गुरुवार को महुआ मैत्रा समेत विपक्षी

Vikrant Shekhawat : Nov 02, 2023, 09:30 PM
Ethics Committee: ‘कैश के पहले सवाल’ पूछे जाने के मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा से व्यक्तिगत सवाल पूछने का आरोप लगाते हुए विपक्षी सांसदों की एथिक्स कमेटी की बैठक से वाकआउट किया. विपक्षी सांसदों ने एथिक्स कमेटी की बैठक में महुआ मोइत्रा से ‘व्यक्तिगत और अनैतिक’ सवाल पूछने का आरोप लगाया. विपक्षी सांसद गिरधारी यादव, दानिश अली, उत्तम रेड्डी, नटराजन, वैठलिंगम ने वाकआउट किया.

यह शिकायत करने के बाद गुरुवार को महुआ मैत्रा समेत विपक्षी सांसद बैठक से बाहर चले गये. बता दें कि ‘कैश के बदले सवाल’ मामले में संसद में पूछताछ के लिए तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा को बुलाया गया. वहां से बाहर निकलकर महुआ ने मीडिया से कहा, ”यह कैसी मुलाकात है?” वे गंदे सवाल पूछ रहे हैं.

संसदीय आचार समिति ने ‘कैश के बदले सवाल’ मामले पर महुआ मोइत्रा का बयान सुनने के लिए गुरुवार को उन्हें बुलाया था. महुआ समेत विपक्षी सांसद उस बैठक से बाहर आ गये.

संसद की एथिक्स कमिटी के अध्यक्ष विनोद सोनकर ने कहा कि महुआ मोइत्रा ने कमिटी  पर, कमिटी के चेयरमैन के ऊपर अनैतिक शब्दों का प्रयोग किया। जवाब देने के बजाय वह गुस्से में आ गईं। दानिश अली, गिरधारी यादव और अन्य विपक्षी सांसदों ने बहुत क्रोध में अनैतिक बात करते हुए कमेटी पर आरोप लगाने की कोशिश की और वॉक आउट कर गए। विनोद सोनकर ने कहा कि कमिटी बैठेगी और आगे की कार्रवाई तय करेगी।

एथिक्स कमिटी के सामने पेशी 

दरअसल, महुआ मोइत्रा कैश कांड में आज  लोकसभा की एथिक्स कमिटी के सामने पेशी हुई। बैठक के दौरान काफी बवाल हो गया। तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा की पेशी के दौरान कमिटी में विपक्षी सांसदों ने चेयरमैन विनोद कुमार सोनकर पर गंभीर आरोप लगाए। इसके साथ ही दानिश अली, गिरधारी यादव समेत सभी सांसद महुआ मोइत्रा के साथ गुस्से में बैठक से बाहर निकल आये। बाहर आने के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि वो एक महिला से बेहद ही निजी सवाल पूछ रहे थे, जोकि सरासर गलत है। 

महुआ से व्यक्तिगत और अनैतिक सवाल पूछने का आरोप

विपक्षी सांसदों ने कहा कि बैठक में “व्यक्तिगत और अनैतिक” सवाल पूछे गए. उस मुलाकात के दौरान एक सांसद ने मीडिया को इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी.

महुआ ने कहा कि मुलाकात के दौरान उन्होंने उनके गाल पर हाथ रख लिया. उसके बारे में भी “बुरा” कहा गया है. एक अन्य विपक्षी सांसद ने बैठक से बाहर निकलते हुए कहा, “यह बहुत ज्यादा हो गया.” सूत्रों के मुताबिक, महुआ रात में किस होटल में थीं, किससे बात की, जैसे ‘पर्सनल’ सवाल भी पूछे गए.

एथिक्स कमेटी के एक सूत्र के मुताबिक, महुआ से शुरुआत में दो सवाल पूछे गए. एक, क्या उन्होंने बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी को संसद लॉगिन आईडी और पासवर्ड दिया था. दूसरा, विदेश से उस आईडी और पासवर्ड से कुल 47 बार लॉग इन किया गया है या नहीं.

दूसरी ओर, महुआ के करीबी सूत्रों के मुताबिक, कृष्णानगर सांसद ने एथिक्स कमेटी को बताया कि उनके खिलाफ ‘कड़वे व्यक्तिगत संबंधों’ के कारण शिकायत दर्ज की गई थी. इस बयान के साथ, महुआ मोइत्रा ने अपने पूर्व मित्र जॉय अनंत देहाद्राई को आड़े हाथों लिया. सूत्रों के मुताबिक, महुआ से उस रिश्ते के बारे में भी पूछताछ की गई है.

एथिक्स कमटी के सवाल पर बिफरीं महुआ

‘कैश के बदले सवाल’ मामले में महुआ गुरुवार सुबह करीब 11 बजे एथिक्स कमेटी के सामने पेश हुईं. समिति सूत्रों के मुताबिक सबसे पहले संसद के कुछ तकनीकी विशेषज्ञों के बयान दर्ज किये गये. इसके बाद महुआ का बयान लिया गया.

करीब ढाई घंटे की पूछताछ के दौर के बाद विराम लग गया. बताया जाता है कि इसके बाद दोबारा पूछताछ शुरू हुई. तभी महुआ समेत विपक्षी सांसद बैठक से बाहर आ गये.

महुआ पर आरोप, उन्होंने संसद में बिजनेसमैन हीरानंदानी से पैसे लेने पर सवाल उठाया. एथिक्स कमेटी ने 26 अक्टूबर को इस मामले में बीजेपी सांसद निशिकांत और महुआ के पूर्व मित्र देहाद्राई से पूछताछ की थी. इससे पहले महुआ ने लोकसभा की आचार समिति को पत्र लिखकर कहा था कि समिति ने पिछले दो साल से कोई बैठक नहीं बुलाई है.

महुआ ने आगे आरोप लगाया कि संसद में केंद्रीय सत्तारूढ़ दल के प्रभुत्व का दुरुपयोग किया जा रहा है. यही शिकायत तृणमूल सांसद ने समिति में उठाई.