Vikrant Shekhawat : Aug 24, 2024, 07:40 PM
Haryana Election 2024: कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन की संभावनाओं को नकारते हुए स्पष्ट किया कि कांग्रेस अपनी ताकत पर चुनाव लड़ेगी। सैलजा का कहना है कि कांग्रेस मजबूत है और खुद ही चुनाव में पूर्ण बहुमत प्राप्त करेगी।सैलजा ने कहा, “हम (इंडिया गठबंधन में) साझेदार हैं, लेकिन राज्य स्तर पर गठबंधन के निर्णय स्वयं पार्टी की जिम्मेदारी है। आम आदमी पार्टी ने पहले ही गठबंधन की संभावनाओं को खारिज कर दिया है। कांग्रेस चुनाव में अपने दम पर सफलता प्राप्त करेगी।”भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, ने भी इसी तर्ज पर बयान देते हुए कहा था कि आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन की कोई चर्चा नहीं है और कांग्रेस खुद में सक्षम है। सैलजा ने इनेलो-बसपा गठबंधन और जननायक जनता पार्टी (जजपा) के प्रभाव को भी नकारते हुए कहा कि इनका कांग्रेस पर कोई असर नहीं होगा। उन्होंने कहा कि जजपा का आधार कमजोर हो चुका है और इनेलो-बसपा गठबंधन का प्रदर्शन भी नगण्य रहा है।मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में सैलजा ने कहा कि कांग्रेस आमतौर पर विपक्ष में रहते हुए मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं करती है। हरियाणा में विधानसभा चुनाव एक अक्टूबर को होगा और मतगणना चार अक्टूबर को होगी।आम आदमी पार्टी के साथ नहीं होगा गठबंधनः सैलजा
इस चुनाव में ‘आप’ के साथ गठबंधन की संभावना के बारे में पूछे जाने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सैलजा ने कहा ति हम (इंडिया गठबंधन में) साझेदार हैं, लेकिन यह तय किया गया था कि राज्य के स्तर पर (गठबंधन) फैसला होगा। पहले आम आदमी पार्टी ने कहा है कि वह विधानसभा चुनाव में गठबंधन नहीं करेंगे। मेरा मानना है कि कांग्रेस खुद में मजबूत है और वह अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। हुड्डा ने भी कही थी ये बातपिछले 13 अगस्त को हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा था कि राज्य के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के बारे में कोई चर्चा नहीं है और कांग्रेस खुद में सक्षम है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक हैं। लोकसभा चुनाव में दोनों दलों ने दिल्ली एवं हरियाणा में मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन पंजाब में दोनों अलग-अलग मैदान में उतरे थे। सैलजा ने इस बार खंडित जनादेश की संभावना को भी खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलेगा। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा का पूरे हरियाणा में बहुत ज्यादा आधार नहीं रहा। इनेलो-बसपा गठबंधन, जजपा के चुनाव लड़ने से कांग्रेस पर नहीं पड़ेगा असरइनेलो-बसपा गठबंधन और जजपा के असर के बारे में पूछे जाने पर सैलजा ने कहा कि जजपा अपनी जमीन खो चुकी है। वह टूट चुकी है। पिछली बार उनके जो विधायक जीते थे वो कांग्रेस के लोग ही थे। उनके लिए मौका नहीं देखती हूं। लोकसभा चुनाव में इनेलो का प्रदर्शन भी नगण्य था। बसपा भी अपना आधार बहुत खो चुकी है। जब परिणाम आएगा तो पता चलेगा कि इस गठबंधन का कोई असर नहीं था। सीएम उम्मीदवार को लेकर कही ये बातइस सवाल पर कि क्या कांग्रेस चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करेगी तो कांग्रेस महासचिव ने कहा कि हमारी पार्टी का एक तरीका है। ज्यादातर मामलों में हमारी पार्टी मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं करती है। जब पार्टी विपक्ष में होती है तो आमतौर पर मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं होता है। हरियाणा में सभी 90 विधानसभा सीट के लिए एक अक्टूबर को मतदान होगा। मतगणना चार अक्टूबर को होगी।
इस चुनाव में ‘आप’ के साथ गठबंधन की संभावना के बारे में पूछे जाने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सैलजा ने कहा ति हम (इंडिया गठबंधन में) साझेदार हैं, लेकिन यह तय किया गया था कि राज्य के स्तर पर (गठबंधन) फैसला होगा। पहले आम आदमी पार्टी ने कहा है कि वह विधानसभा चुनाव में गठबंधन नहीं करेंगे। मेरा मानना है कि कांग्रेस खुद में मजबूत है और वह अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। हुड्डा ने भी कही थी ये बातपिछले 13 अगस्त को हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा था कि राज्य के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के बारे में कोई चर्चा नहीं है और कांग्रेस खुद में सक्षम है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक हैं। लोकसभा चुनाव में दोनों दलों ने दिल्ली एवं हरियाणा में मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन पंजाब में दोनों अलग-अलग मैदान में उतरे थे। सैलजा ने इस बार खंडित जनादेश की संभावना को भी खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलेगा। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा का पूरे हरियाणा में बहुत ज्यादा आधार नहीं रहा। इनेलो-बसपा गठबंधन, जजपा के चुनाव लड़ने से कांग्रेस पर नहीं पड़ेगा असरइनेलो-बसपा गठबंधन और जजपा के असर के बारे में पूछे जाने पर सैलजा ने कहा कि जजपा अपनी जमीन खो चुकी है। वह टूट चुकी है। पिछली बार उनके जो विधायक जीते थे वो कांग्रेस के लोग ही थे। उनके लिए मौका नहीं देखती हूं। लोकसभा चुनाव में इनेलो का प्रदर्शन भी नगण्य था। बसपा भी अपना आधार बहुत खो चुकी है। जब परिणाम आएगा तो पता चलेगा कि इस गठबंधन का कोई असर नहीं था। सीएम उम्मीदवार को लेकर कही ये बातइस सवाल पर कि क्या कांग्रेस चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करेगी तो कांग्रेस महासचिव ने कहा कि हमारी पार्टी का एक तरीका है। ज्यादातर मामलों में हमारी पार्टी मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं करती है। जब पार्टी विपक्ष में होती है तो आमतौर पर मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं होता है। हरियाणा में सभी 90 विधानसभा सीट के लिए एक अक्टूबर को मतदान होगा। मतगणना चार अक्टूबर को होगी।