Haryana Election Result / तारीख़ हो गई तय! नायब सिंह सैनी ले सकते हैं विजय दशमी के दिन सीएम पद की शपथ

हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बड़ी जीत हासिल की है, और नायब सिंह सैनी को सीएम पद के लिए चुना गया है। 12 अक्टूबर को विजयदशमी पर शपथ ग्रहण की संभावना है। अनिल विज, महिपाल ढांडा, और मूल चंद शर्मा जैसे प्रमुख नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।

Vikrant Shekhawat : Oct 09, 2024, 09:04 AM
Haryana Election Result: हरियाणा में विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं, और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक बड़ी जीत दर्ज की है। इस जीत के बाद सभी की नजरें नए मुख्यमंत्री के नाम पर टिकी हुई थीं, लेकिन अब यह लगभग साफ हो चुका है कि हरियाणा के अगले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी होंगे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बढ़ोली और नायब सैनी आज दिल्ली जाएंगे, जहां 12 अक्टूबर को विजय दशमी के मौके पर नायब सैनी मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।

मुख्यमंत्री पद पर सस्पेंस खत्म

मुख्यमंत्री पद के लिए नायब सिंह सैनी का नाम अब पूरी तरह से पक्का माना जा रहा है, भले ही केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और पूर्व गृह मंत्री अनिल विज भी इस पद के लिए दावे कर रहे थे। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने चुनाव परिणामों के बाद साफ किया कि पार्टी हाईकमान और गृह मंत्री पहले ही नायब सैनी के नाम की घोषणा कर चुके हैं।

मंत्रिमंडल में नए चेहरे

भाजपा की तीसरी बार हरियाणा में सरकार बनने के साथ ही अब नए मंत्रिमंडल के चेहरों पर चर्चा शुरू हो गई है। सैनी सरकार के पिछले कार्यकाल के आठ मंत्रियों के चुनाव हारने के बाद यह तय हो चुका है कि इस बार मंत्रिमंडल में ज्यादातर नए चेहरे होंगे। संभावित मंत्रियों में अनिल विज, मूल चंद शर्मा और महिपाल ढांडा का नाम प्रमुख रूप से सामने आ रहा है।

संभावित मंत्रिमंडलीय सदस्य

अनिल विज: हरियाणा की राजनीति में एक बड़ा नाम, अनिल विज, सैनी सरकार के सबसे प्रमुख मंत्री हो सकते हैं। वह सातवीं बार विधायक चुने गए हैं और पार्टी में सबसे ज्यादा जीतने वाले विधायक हैं। पिछली सरकार में विज ने गृह, खेल और स्वास्थ्य मंत्रालय संभाला था, और उनकी लोकप्रियता को देखते हुए इस बार भी उन्हें अहम मंत्रालय मिल सकता है।

मूल चंद शर्मा: बल्लभगढ़ से लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करने वाले मूल चंद शर्मा का भी मंत्री बनना तय माना जा रहा है। वह ब्राह्मण समुदाय से आते हैं और पिछली सरकारों में उनके प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें फिर से मंत्री पद मिल सकता है।

महिपाल ढांडा: पानीपत ग्रामीण से तीसरी बार विधायक बने महिपाल ढांडा भी मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं। जाट समुदाय से आने वाले ढांडा भाजपा के पुराने और वफादार नेताओं में से एक हैं।

राव नरबीर: बादशाहपुर से चुनाव जीतने वाले राव नरबीर, मनोहर लाल सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री थे। इस बार भी उनका मंत्री बनना लगभग तय है, खासकर राव इंद्रजीत सिंह के खेमे को संतुलित करने के लिए भाजपा उन पर भरोसा कर सकती है।

आरती राव: दक्षिण हरियाणा में भाजपा की सफलता के बाद, राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव भी मंत्री पद की प्रबल दावेदार हैं। उनका युवा चेहरा और अहीरवाल क्षेत्र से उनका प्रतिनिधित्व उन्हें मंत्रिमंडल में एक अहम स्थान दिला सकता है।

रणबीर गंगवा: डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने इस बार बड़ी जीत दर्ज की है। वह ओबीसी समुदाय से आते हैं और उनके सीनियर अनुभव को देखते हुए उन्हें भी मंत्री पद दिया जा सकता है।

कृष्ण कुमार बेदी: भाजपा के वरिष्ठ नेता और दलित समुदाय से आने वाले कृष्ण कुमार बेदी भी मंत्री पद की दौड़ में हैं। उनकी जीत और अनुभव को देखते हुए उन्हें भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा सकती है।

हरविंद्र कल्याण: घरौंदा से तीसरी बार विधायक बने हरविंद्र कल्याण की भी मंत्रिमंडल में जगह पक्की मानी जा रही है। उनकी सौम्य छवि और अनुभव उन्हें विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए भी एक मजबूत दावेदार बनाती है।

नायब सिंह सैनी की चुनौतियाँ

नायब सिंह सैनी के लिए मुख्यमंत्री पद पर बैठना न केवल एक बड़ी जिम्मेदारी होगी, बल्कि कई चुनौतियों का सामना करना भी होगा। राज्य में विकास, रोजगार और किसान कल्याण जैसे मुद्दों पर सैनी सरकार को तेज गति से काम करना होगा। इसके अलावा, उनकी सरकार को मंत्रिमंडल के नए चेहरों के साथ सामंजस्य बिठाकर काम करना होगा, ताकि भाजपा की नीतियों को सफलतापूर्वक लागू किया जा सके।

हरियाणा में भाजपा की यह जीत एक मजबूत जनादेश को दर्शाती है, और नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में राज्य की राजनीति में नई दिशा देखने को मिल सकती है। 12 अक्टूबर को उनके शपथ ग्रहण के बाद हरियाणा की नई सरकार अपना कार्यभार संभालेगी, जिससे राज्य के विकास और भविष्य की उम्मीदें बंधी हुई हैं।