Vikrant Shekhawat : Oct 09, 2024, 02:20 PM
Haryana Election Result: हरियाणा विधानसभा चुनावों के नतीजे कांग्रेस पार्टी के लिए एक बड़ा झटका साबित हुए। चुनाव परिणामों के बाद कांग्रेस की रणनीति और नेतृत्व पर सवाल उठने लगे हैं, खासकर राहुल गांधी के लिए यह हार एक महत्वपूर्ण चुनौती बन गई है। कांग्रेस ने उम्मीद की थी कि वह इन चुनावों में अच्छी स्थिति में रहेगी, लेकिन नतीजे विपरीत साबित हुए। राहुल गांधी की चुप्पी ने भी कई सवाल खड़े किए, क्योंकि चुनाव परिणाम के बाद वह ना तो सामने आए और ना ही सोशल मीडिया पर कुछ कहा।हालांकि, परिणाम के करीब 24 घंटे बाद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी चुप्पी तोड़ी और हरियाणा के नतीजों को "अप्रत्याशित" बताया। उन्होंने कहा कि वह हक, सामाजिक और आर्थिक न्याय, और सच्चाई के संघर्ष को जारी रखेंगे। राहुल गांधी ने नतीजों के बारे में कहा कि वह चुनावी प्रक्रिया के विश्लेषण में जुटे हैं और कई विधानसभा क्षेत्रों से आई शिकायतों को चुनाव आयोग के समक्ष उठाएंगे। उनका कहना है कि चुनावी तंत्र के दुरुपयोग पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।
राहुल गांधी का पहला रिएक्शनराहुल गांधी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में सबसे पहले जम्मू-कश्मीर के नतीजों का जिक्र किया। उन्होंने लिखा, "जम्मू-कश्मीर के लोगों का तहे दिल से शुक्रिया - प्रदेश में INDIA की जीत संविधान और लोकतांत्रिक स्वाभिमान की जीत है।" इसके बाद उन्होंने हरियाणा के नतीजों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उनकी पार्टी अप्रत्याशित नतीजों का विश्लेषण कर रही है। राहुल गांधी ने उन शिकायतों का भी जिक्र किया जो विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों से आई हैं और कहा कि वे इन मुद्दों को चुनाव आयोग के समक्ष रखेंगे।उन्होंने कहा, "हम हरियाणा के अप्रत्याशित नतीजे का विश्लेषण कर रहे हैं। अनेक विधानसभा क्षेत्रों से आ रही शिकायतों से चुनाव आयोग को अवगत कराएंगे। सभी हरियाणा वासियों को उनके समर्थन और हमारे बब्बर शेर कार्यकर्ताओं को उनके अथक परिश्रम के लिए दिल से धन्यवाद। हक़ का, सामाजिक और आर्थिक न्याय का, सच्चाई का यह संघर्ष जारी रखेंगे, आपकी आवाज़ बुलंद करते रहेंगे।"गुटबाजी और सीट बंटवारे में गड़बड़ी बनी हार की वजहहरियाणा चुनावों में कांग्रेस की हार के पीछे प्रमुख कारणों में पार्टी के भीतर गुटबाजी और सीट बंटवारे में गड़बड़ी को देखा जा रहा है। चुनावों से पहले ऐसा लग रहा था कि कांग्रेस मजबूत स्थिति में है और जीतने की संभावना है। लेकिन नतीजों ने सारी उम्मीदों को धराशायी कर दिया। पार्टी के कास्ट फैक्टर कैलकुलेशन में भी गलतियों की वजह से कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा।नतीजे: बीजेपी को 48, कांग्रेस को 37 सीटेंचुनाव परिणामों में बीजेपी ने 48 सीटें जीतकर सत्ता बरकरार रखी और लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के लिए तैयार है। कांग्रेस को 37 सीटों पर संतोष करना पड़ा। इसके अलावा, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने दो सीटें जीतीं, जबकि निर्दलीय उम्मीदवारों को तीन सीटें मिलीं। जननायक जनता पार्टी (जजपा) और आम आदमी पार्टी (AAP) को कोई सफलता नहीं मिली। दिलचस्प बात यह है कि बीजेपी और कांग्रेस के बीच मत प्रतिशत का अंतर बहुत कम रहा। बीजेपी को 39.94% वोट मिले, जबकि कांग्रेस को 39.09% वोट प्राप्त हुए।निष्कर्षहरियाणा विधानसभा चुनावों के नतीजों ने कांग्रेस के सामने एक गंभीर चुनौती खड़ी कर दी है। राहुल गांधी की चुप्पी और फिर उनके पोस्ट ने यह दिखाया कि पार्टी अभी भी हार के कारणों को समझने और उनका विश्लेषण करने में जुटी है। हरियाणा की हार कांग्रेस के लिए एक बड़ा सबक है, और आगे की रणनीति पर विचार करना आवश्यक होगा ताकि पार्टी अपनी कमियों को सुधार सके और भविष्य में मजबूत स्थिति में वापसी कर सके।जम्मू-कश्मीर के लोगों का तहे दिल से शुक्रिया - प्रदेश में INDIA की जीत संविधान की जीत है, लोकतांत्रिक स्वाभिमान की जीत है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 9, 2024
हम हरियाणा के अप्रत्याशित नतीजे का विश्लेषण कर रहे हैं। अनेक विधानसभा क्षेत्रों से आ रही शिकायतों से चुनाव आयोग को अवगत कराएंगे।
सभी हरियाणा वासियों को…