Vikrant Shekhawat : Jul 14, 2023, 08:07 AM
PM Modi France Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय फ्रांस दौरे पर हैं, जहां पर वह 14 जुलाई को होने वाली बैस्टिल डे परेड में बतौर चीफ गेस्ट शामिल होंगे. इसके साथ ही पीएम कई महत्वपूर्ण बैठकों और बातचीत में हिस्सा लेंगे. दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान का एक लंबा इतिहास है. भारत एक उभरती हुई टेक्नोलॉजी शक्ति है और फ्रांस एक बड़ा उत्पादक है. जब भारत ने 1998 में न्यूक्लियर बम का टेस्ट किया था, उस समय सभी पश्चिमी देशों ने भारत पर कई प्रतिबंध लगाए थे, लेकिन फ्रांस अकेला ऐसा देश था, जिसने उस समय भारत का समर्थन किया था और कोई प्रतिबंध नहीं लगाया था. दोनों देशों के बीच इस स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप को 25 साल हो गए हैं और पीएम मोदी फ्रांस में मौजूद हैं. यहां पर पीएम कई इवेंट में शामिल होंगे.पीएम मोदी दो दिन के दौरे पर फ्रांस में रहेंगे और वह एक दिन यूएई में रहेंगे. उन्होंने फ्रांस दौरे पर जाने से पहले एक ब्लॉग लिखा था, जिसमें उन्होंने कहा कि यह दौरा बहुत ज्यादा स्पेशल होने जा रहा है, क्योंकि वह राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन के साथ फ्रेंच नेशनल डे का हिस्सा होंगे.बैस्टिल डे पर पीएम मोदी चीफ गेस्टभारत जिस तरह से 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है और कर्तव्य पथ (पहले राजपथ) पर परेड होती है, वैसा ही कुछ नजारा 14 जुलाई को फ्रांस में देखने को मिलता है. बैस्टिल डे परेड पर बहुत ही कम मौकों पर दूसरे देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को चीफ गेस्ट के तौर पर बुलाया जाता है. पिछली बार फ्रांस ने 2017 में यूएस राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बतौर चीफ गेस्ट बुलाया था. 6 साल के बाद बैस्टिल डे परेड पर किसी देश के पीएम या राष्ट्रपति को बुलाया गया है.क्यों मनाया जाता है बैस्टिल डे200 साल पहले फ्रेंच रेवुलेशन की शुरुआत हुई थी. यह 14 जुलाई 1789 को बैस्टिल जेल पर हमले की याद में मनाया जाता है. इस दिन फ्रांस में राजशाही को उखाड़ फेंका गया और एक लोकतांत्रिक सरकार की स्थापना हुई थी. इस बार फ्रांसीसी परेड में त्रि-सेवाओं का 269 सदस्यीय भारतीय दल भाग लेगा. इसके साथ ही भारत ने फ्रांस से जो राफेल विमान खरीदे हैं, उसके 3 जेट्स को इस परेड में शामिल किया जाएगा.भारत इतना महत्वपूर्ण क्योंयह सही है कि संकट के समय में फ्रांस ने भारत का हमेशा साथ दिया है, लेकिन इससे भी बड़ी बात है भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था. फ्रांस चाहता है कि वह भारत को ज्यादा ये ज्यादा हथियार बेचे. बताया जा रहा है कि पीएम मोदी इस दौरे पर नेवी के लिए करीब 26 राफेल खरीदा, जिनको आईएनएस विक्रांत पर तैनात किया जाएगा. इसके साथ ही भारत 3 स्कॉर्पीन क्लास की पनडुब्बी भी फ्रांस से खरीदेगा. फ्रांस और एमडीएल ने मिलकर 6 स्कॉर्पीन क्लास की पनडुब्बी को बनाया है, इसकी टेक्नोलॉजी फ्रांस की ही है और इसमें से 5 पनडुब्बी को नेवी के अंदर शामिल कर लिया गया है, बाकी बची एक को भी जल्द ही नेवी को सौंप दिया जाएगा.फ्रांस 110 किलो न्यूटन का इंजन भारत में करेगा मैन्युफैक्चरइसके साथ ही फ्रांस में विमानों के लिए इंजन बनाने वाली कंपनी सेफरान के साथ भी डील की जाएगी. बताया जा रहा है कि इस डील में फ्रांस टेक्नोलॉजी ट्रांसफर करेगा और भारत के अंदर 110 किलो न्यूटन का इंजन मैन्युफैक्चर किया जाएगा. राफेल विमान के अंदर जो इंजन लगा है, वह करीब 70-75 किलो न्यूटन का है. इस डील के बाद भारत और फ्रांस मिलकर उससे भी पावरफुल इंजन बनाएंगे. इसके साथ ही रक्षा औद्योगिक सहयोग के लिए रोडमैप तैयार किया जाएगा.पीएम मोदी और इमैनुएल मैक्रोन के बीच है अच्छी केमिस्ट्रीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन के बीच भी काफी अच्छी केमिस्ट्री देखने को मिलती है. दुनिया के सबसे बड़े लूव्र म्यूजियम में भी पीएम मोदी को इनवाइट किया गया है और यहां करीब 200 मेहमान, और फ्रांस के सभी पार्टियों के नेता शामिल होंगे. इसके अलावा दोनों देशों के बिजनेसमैन भी मौजूद होंगे, जो व्यापार और इकॉनोमी को लेकर बातचीत करेंगे. वहीं पीएम मोदी के दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच सिविल न्यूक्लियर, स्पेस, साइबर सिक्योरिटी टेक्नोलॉजी, काउंटर टेररिज्म, क्लाइमेट चेंज, रिन्यूबल एनर्जी और इंटरनेशनल सोलर एलाइंस पर बातचीत होगी.