Tested Covid-19 positive / संक्रमण होने पर क्यों महत्वपूर्ण हैं पहले 5 दिन, जानें

जब भी किसी व्यक्ति को कोरोना संक्रमण होता है तो उस संक्रमण की गिरफ्त में आने के बाद व्यक्ति की सेहत के लिए शुरुआती 5 से 6 दिन बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं। यह कहना है, भारत और ऑस्ट्रेलिया के उन डॉक्टर्स का जिन्होंने लगातार कोरोना से संक्रमित मरीजों का इलाज किया है और इससे जुड़े शोधों पर भी अपनी नजर बनाए हुए हैं।

NavBharat Times : Aug 07, 2020, 07:54 AM
Delhi: जब भी किसी व्यक्ति को कोरोना संक्रमण होता है तो उस संक्रमण की गिरफ्त में आने के बाद व्यक्ति की सेहत के लिए शुरुआती 5 से 6 दिन बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं। यह कहना है, भारत और ऑस्ट्रेलिया के उन डॉक्टर्स का जिन्होंने लगातार कोरोना से संक्रमित मरीजों का इलाज किया है और इससे जुड़े शोधों पर भी अपनी नजर बनाए हुए हैं।


सौम्य (mild), मध्यम (moderate) या गंभीर (severe) COVID-19

-अलग-अलग लोगों के शरीर में कोरोना वायरस के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। इसका कारण यह है कि इस वायरस की गंभीरता इस बात पर निर्भर करती है कि आखिर आपके शरीर में वायरस ने कितनी मात्रा में प्रवेश किया है। जिन लोगों के शरीर में वायरस लोड अधिक होता है, उन्हें शुरुआती स्तर पर ही गंभीर लक्षण देखने को मिल सकते हैं।


कोरोना के शुरुआती लक्षण

-यदि किसी व्यक्ति के शरीर में वायरस लोड अधिक होता है तो कोरोना वायरस के शरीर में प्रवेश करने के बाद आमतौर पर 24 घंटे के अंदर ही व्यक्ति में फ्लू के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। गले में सूजन, जलन, खराश, बुखार आना, शरीर में दर्द होना और सिर में तेज दर्द होना। इसके साथ ही स्वाद और गंध को पहचानने की क्षमता भी खत्म होने लगती है।

-कुछ लोगों के नोजिया, मितली और उल्टी आने की समस्या भी हो सकती है। उल्टी के साथ लूज मोशन यानी डायरिया भी कोरोना संक्रमित रोगियों का एक लक्षण है। अगर आपको भी अपने अंदर या परिवार के किसी सदस्य में इस तरह के लक्षण दिखाई दें तो घबराएं नहीं बल्कि इसके इलाज पर ध्यान दें।


शुरुआती समय और घर पर कैसे करें इलाज

-अचानक से तबीयत खराब होने और ऊपर बताए गए लक्षण शरीर में दिखने पर आप पूरा आराम करें। अपनी डायट में तरल पदार्थों की मात्रा बढ़ा दें। बुखार और दर्द से राहत पाने के लिए पैरासिटामोल ले सकते हैं।


क्या है शुरुआती 5 दिन का फंडा?

-शरीर में कोरोना वायरस के प्रवेश के बाद यह बहुत तेजी के साथ अपनी संख्या बढ़ाना शुरू करता है। उसके बाद इसका सबसे पहला अटैक हमारे फेफड़ों पर होता है। इस कारण सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। साथ ही स्मेल ना पता लगना, स्वाद ना आना जैसी दिक्कतें भी पहले दिन से लेकर तीसरे दिन के अंदर होने लगती हैं। यदि ऐसा है तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। क्योंकि ये कोरोना संक्रमण से ग्रसित होने के पक्के लक्षण हैं।


-हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना से संक्रमित व्यक्ति में तीसरे दिन से छठे दिन तक का टाइम सबसे अधिक महत्वपूर्ण होता है। यदि किसी व्यक्ति को 5 दिन तक कोरोना संक्रमण के गंभीर लक्षणों का सामना नहीं करना पड़ता है तो छठे दिन के बाद उस व्यक्ति से इस बात का खतरा हट जाता है कि अब उसे इस संक्रमण के कारण कोई जोखिम होगा।

-कोरोना संक्रमण से ग्रसित रोगियों का इलाज कर रहे अलग-अलग डॉक्टर्स का कहना है कि यदि व्यक्ति 5 दिन तक गंभीर लक्षणों से मुक्त रहा है तो छठे दिन इस बीमारी के गंभीर होने का खतरा टल जाता है और नवमें दिन बाद तक व्यक्ति द्वारा दूसरों में संक्रमण फैलने का खतरा ना के बराबर हो जाता है।