इंडिया / क्या महाराष्ट्र में लगेगा राष्‍ट्रपति शासन? जानिए सरकार बनाने के लिए क्या है आखिरी विकल्प

महाराष्ट्र में राजनीतिक उठापटक का दौर लगातार जारी है। किस पार्टी की बनेगी सरकार इसको लेकर हर दिन चीजें उलझती जा रही है। पहला विकल्प- NCP को आज रात 8:30 बजे तक राज्यपाल को बताना होगा कि वो सरकार बनाने में समर्थ हैं या नहीं। दूसरा विकल्प- अगर राज्यपाल को लगता है कि राष्‍ट्रपति शासन लगाने के बाद भी कोई पार्टी सरकार बनाने की स्थिति में नहीं तो फिर वहां नए सीरे से चुनाव कराये जा सकते हैं।

News18 : Nov 12, 2019, 10:16 AM
मुंबई | महाराष्ट्र (Maharashtra) में राजनीतिक उठापटक का दौर लगातार जारी है। किस पार्टी की बनेगी सरकार इसको लेकर हर दिन चीजें उलझती जा रही है। सोमवार को राज्‍यपाल भगत सिंह कोश्‍यारी ने शिवसेना (Shiv Sena) को और समय देने से मना कर दिया। अब राज्यपाल ने तीसरी सबसे बड़ी पार्टी एनसीपी से पूछा है कि क्या वो सरकार बना सकते हैं? एनसीपी को अगले 24 घंटे के अंदर समर्थन पत्र के साथ सरकार बनाने का दावा पेश करना होगा। यानी अगर एनसीपी सरकार नहीं बना सकती तो फिर महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन भी लग सकता है। आईए एक नज़र डालते हैं कि आखिर अब महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर क्या विकल्प बचे हैं।

पहला विकल्प

NCP को आज रात 8:30 बजे तक राज्यपाल को बताना होगा कि वो सरकार बनाने में समर्थ हैं या नहीं। NCP को सरकार बनाने के लिए कांग्रेस से समर्थन मिल सकता है, लेकिन बिना शिवसेना के समर्थन का सरकार बनाना संभव नहीं होगा। शिवसेना चाहेगी कि उनकी पार्टी का ही कोई मुख्यमंत्री बने। ऐसे में NCP सरकार बनाने के प्रस्ताव को ठुकरा सकती है।

दूसरा विकल्प

राज्यपाल कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए बुला सकते हैं। हालांकि यहां भी मामला उलझा हुआ है। कांग्रेस को NCP का समर्थन मिल सकता है। लेकिन उनके लिए शिवसेना से समर्थन लेना आसान नहीं होगा। दोनों पार्टियों की अलग-अलग विचारधारा है। इसके अलावा कांग्रेस को इस बात का भी डर है कि कहीं शिवसेना से समर्थन लेने पर उनका मुस्लिम वोट बैंक न खिसक जाए।

तीसरा विकल्प

कांग्रेस और NCP दोनों के सरकार बनाने से इनकार करने पर राज्यपाल राष्ट्रपति शासन लगा सकते हैं, लेकिन अगर कुछ दिन बाद कांग्रेस का मन बदल जाए और वो समर्थन देने के लिए तैयार हो जाए तो फिर शिवसेना की सरकार बन सकती है।

चौथा विकल्प

बीजेपी ने भले ही सरकार बनाने से इनकार कर दिया हो, लेकिन चीजें बदल सकती हैं। कानून के जानकारों का मानना है कि बाकी बची पार्टियों के सरकार बनाने से इनकार करने पर बीजेपी यहां एक और कोशिश कर सकती है।

पांचवा विकल्प

अगर राज्यपाल को लगता है कि राष्‍ट्रपति शासन लगाने के बाद भी कोई पार्टी सरकार बनाने की स्थिति में नहीं तो फिर वहां नए सीरे से चुनाव कराये जा सकते हैं।