Vikrant Shekhawat : Jan 19, 2021, 10:11 PM
बीजिंग: भले ही शी जिनपिंग (Xi Jinping) सरकार ने अभी तक चीन (China) में कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus) के गढ़ होने की बात ना स्वीकारी हो, लेकिन इस सच्चाई वो भी झुठला नहीं सकती कि दुनिया का पहला कोरोना मरीज (World's First Covid-19 Patient) चीन से था। हालांकि अब चीन ने उस पेशेंट को गायब कर दिया है जिसने दुनिया को कोरोना से अगाह किया था।कौन है कोरोना का जीरो पेशेंट?हम चीनी साइंटिस्ट हुआन यानलिंग (Huan Yanling) की बात कर रहे हैं, जिन्होंने हुआंग में कोरोना वायरस महामारी के बारे में सबसे पहले बड़ा खुलासा किया था। इसके बाद से ही वो गायब हो गई हैं। काफी ढूंढने के बाद भी वे कहां है, इसके बारे में आज तक किसी को कुछ पता नहीं। वो पहली शख्स थीं, जिन्हें कोरोना हुआ था। उन्हें पेशेंट जीरो (Patient Zero) के नाम से भी जाना गया। लेकिन इस मामले के खुलासे के बाद ही वो गायब हो गईं। चीन की करतूत का सबूत है पेशेंट जीरोइस मामले में अमेरिका (America) ने भी चीन पर साइंटिस्ट को कहीं छुपा कर रखने की बात कहते हुए शक जाहिर किया था। अमेरिका समेत दुनिया के अधिकतर देश ये मान रहे थे कि कोविड-19 प्राकृतिक महामारी नहीं है। इस वायरस को चीन की लैब में जान-बूझकर तैयार किया गया है। लेकिन चीन इस बात को सामने लाने पर आमादा था कि यह वायरस चमगादड़ों की वजह से फैला है। ऐसे में सिर्फ साइंटिस्ट हुआन यानलिंग ही सच्चाई को दुनिया के सामने ला सकती थीं। लेकिन चीन ने उन्हें पहले ही गायब कर दिया।सोशल मीडिया पर वायरल हुआ आखिरी मैसेजवहीं जीरो पेशेंट के गायब होने और उठ रहे सवालों पर चीन ने इस बात का दावा किया था कि हुआंग सुरक्षित हैं और वह कहीं नौकरी के लिए गई हैं। हालांकि लोग नहीं माने और विरोध बढ़ता गया। इसी बीच चीन ने अपनी एक सोशल नेटवर्किंग साइट वीचैट (Wechat) के जरिए जीरो पेशेंट का एक मैसेज वायरल करा दिया, जिसमें लिखा था, 'मैं हुआन यानलिंग अभी भी जीवित हूं, यदि आप मेरे बारे में कोई भी अफवाह सुनें तो ये समझें कि ये सच नहीं है।' इस मैसेज के बाद हुआंग सोशल मीडिया से भी गायब हो गईं। वायरल मैसेल में नहीं था हुआन का नामनेटवर्क 18 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सोशल नेटवर्किंग साइट पर वायरल उस मैसेज में हुआंग का नाम तक नहीं था। ऐसे में ये सवाल भी उठते रहे कि ये मैसेज हुआंग ने ही किया था या किसी और ने। साइंटिस्ट को गायब हुए कुछ ही समय में एक वर्ष पूरा होने वाला है। लेकिन अभी भी हुआंग की खोज जारी है। हालांकि अभी तक उनका कुछ पता नहीं चल सका है।