Vikrant Shekhawat : Oct 01, 2021, 12:43 PM
नई दिल्ली: किसान आंदोलन को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने बहुत ही तल्ख टिप्पणी की है। कोर्ट ने कहा कि आपने पूरे शहर का गला घोंट दिया है और अब आप शहर के भीतर आना चाहते हैं। दरअसल, किसानों के एक समूह 'किसान महापंचायत' ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर दिल्ली के जंतर-मंतर पर 'सत्याग्रह' की इजाजत मांगी है। इसी पर सुनवाई के दौरान कोर्ट ने तीखी टिप्पणियां की हैं।सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जब किसान संगठन पहले ही विवादित कृषि कानूनों को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है तब कानूनों के खिलाफ आंदोलन को जारी रखने का क्या तुक है। जस्टिस एएम खानविलकर ने कहा, 'सत्याग्रह का क्या तुक है। आपने कोर्ट का रुख किया है। अदालत में भरोसा रखिए। एक बार जब आप अदालत पहुंच गए तब प्रोटेस्ट का क्या मतलब है? क्या आप ज्युडिशियल सिस्टम के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं? सिस्टम में भरोसा रखिए।'सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों की तरफ से की गई सड़क की नाकेबंदी के खिलाफ भी आलोचनात्मक टिप्पणी की। किसान महापंचायत की तरफ से कहा गया है कि सड़क उन्होंने ब्लॉक नहीं किया है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आप हलफनामा दायर करें कि आपने ब्लॉक नही किया है।जस्टिस खानविलकर ने कहा, 'आपने पूरे शहर का दम घोंट दिया है और अब आप शहर के भीतर आना चाहते हैं। आस-पास रहने वाले क्या प्रोटेस्ट से खुश हैं? यह सब रुकना चाहिए। आप सुरक्षा और डिफेंस पर्सनेल को रोक रहे हैं। यह मीडिया में है। यह सबकुछ रुकना चाहिए। एक बार जब आप कानूनों को चुनौती देने के लिए कोर्ट आ चुके हैं तो प्रोटेस्ट का कोई तुक नहीं है।'