Zee News : Jul 19, 2020, 10:31 AM
गुवाहाटी: पूर्वोत्तर का राज्य असम (Assam) बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित है। असम में बाढ़ के कारण अब तक 79 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं कई लोग बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे हुए हैं जिन्हें रेस्क्यू करके सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। इस बाढ़ से इंसानी जन-जीवन ही नहीं बल्कि जीव-जंतु भी प्रभावित हैं।
असम स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (ASDMA) की रिपोर्ट के मुताबिक ब्रह्मपुत्र नदी कई जगहों पर खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। असम के 30 जिले बाढ़ की चपेट में हैं और 54 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। NDRF की टीमें भी लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं।बता दें कि गोलाघाट स्थित काजीरंगा नेशनल पार्क का 85 फीसदी हिस्सा बाढ़ में डूब गया है। इससे यहां संरक्षित वन्य प्रजातियों के अस्तित्व पर संकट आ गया है। काजीरंगा नेशनल पार्क में अब तक 96 जानवरों की मौत हो चुकी है और 132 जानवरों को बचाया गया है। बाढ़ जैसी स्थिति में जानवरों के लिए बहुत भारी संकट पैदा हो जाता है। जानवरों के लिए भी कई तरह के अभियान चलाए जा रहे हैं लेकिन असम में हालात को ठीक होने में अभी समय लगेगा।
जान लें कि असम के होजई, धेमाजी, लखीमपुर, विश्वनाथ, सोनितपुर, उदालगुड़ी, दरांग, बक्सा, नलबाड़ी, बारपेटा, चिरांग, बोंगाईगांव, कोकराझार, धुबरी, दक्षिण सालमाड़ा, गोलपाड़ा, कामरूप, मोरीगांव, कामरूप आदि जिलों में पानी घुस गया है।
असम स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (ASDMA) की रिपोर्ट के मुताबिक ब्रह्मपुत्र नदी कई जगहों पर खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। असम के 30 जिले बाढ़ की चपेट में हैं और 54 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। NDRF की टीमें भी लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं।बता दें कि गोलाघाट स्थित काजीरंगा नेशनल पार्क का 85 फीसदी हिस्सा बाढ़ में डूब गया है। इससे यहां संरक्षित वन्य प्रजातियों के अस्तित्व पर संकट आ गया है। काजीरंगा नेशनल पार्क में अब तक 96 जानवरों की मौत हो चुकी है और 132 जानवरों को बचाया गया है। बाढ़ जैसी स्थिति में जानवरों के लिए बहुत भारी संकट पैदा हो जाता है। जानवरों के लिए भी कई तरह के अभियान चलाए जा रहे हैं लेकिन असम में हालात को ठीक होने में अभी समय लगेगा।
जान लें कि असम के होजई, धेमाजी, लखीमपुर, विश्वनाथ, सोनितपुर, उदालगुड़ी, दरांग, बक्सा, नलबाड़ी, बारपेटा, चिरांग, बोंगाईगांव, कोकराझार, धुबरी, दक्षिण सालमाड़ा, गोलपाड़ा, कामरूप, मोरीगांव, कामरूप आदि जिलों में पानी घुस गया है।