Vikrant Shekhawat : Jan 21, 2021, 04:31 PM
16 जनवरी से वैक्सीनेशन के शुरू होने के बाद से देश में करीब 600 साइड इफेक्ट के मामले सामने आ चुके हैं। कुछ राज्यों से टीका लगने के बाद मौत की खबरें भी आई हैं। हालांकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत की वजह वैक्सीनेशन नहीं पाई गई।
इस पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि सच्चाई है कि वैक्सीनेशन पूरी तरह सुरक्षित और प्रभावी है। जो भी साइड इफेक्ट के मामले सामने आ रहे हैं, वो सामान्य हैं। किसी भी वैक्सीनेशन में ऐसा होता है।
सभी को सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी : हर्षवर्धनउन्होंने कहा, 'वैक्सीनेशन कोरोना के ताबूत में अंतिम कील साबित होगा। ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग राजनीतिक फायदा लेने के लिए वैक्सीनेशन को लेकर गलत बातें फैला रहे हैं। इसके कारण कुछ लोग वैक्सीन लगवाने में कतरा रहे हैं। सरकार कतई नहीं चाहती कि वैक्सीनेशन के बाद किसी पर भी गलत प्रभाव पड़ें। सभी को सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है।'
20 जनवरी को 20 राज्यों में वैक्सीनेशन:देश में अब तक 7.86 लाख हेल्थकेयर वर्कर्स को कोरोना वैक्सीन का पहला डोज दिया जा चुका है। वैक्सीनेशन के 5वें दिन यानी बुधवार (शाम 6 बजे तक) को 20 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में एक लाख 12 हजार 7 लोगों को टीका लगाया गया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, बीते दिन वैक्सीनेशन के कुल 2,353 सेशंस चलाए गए।
हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक, वैक्सीनेशन के 5वें दिन (20 जनवरी) साइड इफेक्ट के कुल 82 मामले सामने आए। दिल्ली में 4, कर्नाटक के 2, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, राजस्थान और पश्चिम बंगाल के 1-1 केस को हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ा। दिल्ली में एक की मॉनिटरिंग की जा रही है और बाकी 3 को डिस्चार्ज किया जा चुका है। कर्नाटक में भी दो में एक को डिस्चार्ज किया जा चुका है। बंगाल के व्यक्ति की मॉनिटरिंग की जा रही है। बाकी सभी डिस्चार्ज किए जा चुके हैं।
वैक्सीनेशन की वजह से किसी की मौत नहीं:वैक्सीनेशन के बाद मौत की खबरों पर हेल्थ मिनिस्ट्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश-तेलंगाना में 1-1 और कर्नाटक में 2 लोगों की मौत की खबर सामने आई है। यूपी-कर्नाटक में मरने वालों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से साफ है कि मौत की वजह वैक्सीनेशन नहीं, बल्कि दूसरी समस्या है। वहीं, तेलंगाना में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। हेल्थ मिनिस्ट्री ने बताया कि अब तक देश में गंभीर साइड इफेक्ट के कोई मामले सामने नहीं आए हैं।
पहले दिन सबसे ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगी
इन राज्यों में 4 दिन वैक्सीनेशन:अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, दादर और नगर हवेली, दमन और दीव, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, केरल, लद्दाख, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, पुडुचेरी, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में हफ्ते में 4 दिन वैक्सीनेशन होगा।
इन राज्यों में 3 दिन वैक्सीनेशन:अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, नगालैंड और ओडिशा में हफ्ते में तीन दिन ही वैक्सीनेशन ड्राइव के लिए रखे गए हैं।
पांचवें दिन सबसे ज्यादा टीका कर्नाटक के लोगों को लगा:
(यह आंकड़े बुधावार शाम 6 बजे तक के हैं।)
इस पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि सच्चाई है कि वैक्सीनेशन पूरी तरह सुरक्षित और प्रभावी है। जो भी साइड इफेक्ट के मामले सामने आ रहे हैं, वो सामान्य हैं। किसी भी वैक्सीनेशन में ऐसा होता है।
सभी को सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी : हर्षवर्धनउन्होंने कहा, 'वैक्सीनेशन कोरोना के ताबूत में अंतिम कील साबित होगा। ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग राजनीतिक फायदा लेने के लिए वैक्सीनेशन को लेकर गलत बातें फैला रहे हैं। इसके कारण कुछ लोग वैक्सीन लगवाने में कतरा रहे हैं। सरकार कतई नहीं चाहती कि वैक्सीनेशन के बाद किसी पर भी गलत प्रभाव पड़ें। सभी को सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है।'
20 जनवरी को 20 राज्यों में वैक्सीनेशन:देश में अब तक 7.86 लाख हेल्थकेयर वर्कर्स को कोरोना वैक्सीन का पहला डोज दिया जा चुका है। वैक्सीनेशन के 5वें दिन यानी बुधवार (शाम 6 बजे तक) को 20 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में एक लाख 12 हजार 7 लोगों को टीका लगाया गया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, बीते दिन वैक्सीनेशन के कुल 2,353 सेशंस चलाए गए।
हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक, वैक्सीनेशन के 5वें दिन (20 जनवरी) साइड इफेक्ट के कुल 82 मामले सामने आए। दिल्ली में 4, कर्नाटक के 2, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, राजस्थान और पश्चिम बंगाल के 1-1 केस को हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ा। दिल्ली में एक की मॉनिटरिंग की जा रही है और बाकी 3 को डिस्चार्ज किया जा चुका है। कर्नाटक में भी दो में एक को डिस्चार्ज किया जा चुका है। बंगाल के व्यक्ति की मॉनिटरिंग की जा रही है। बाकी सभी डिस्चार्ज किए जा चुके हैं।
वैक्सीनेशन की वजह से किसी की मौत नहीं:वैक्सीनेशन के बाद मौत की खबरों पर हेल्थ मिनिस्ट्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश-तेलंगाना में 1-1 और कर्नाटक में 2 लोगों की मौत की खबर सामने आई है। यूपी-कर्नाटक में मरने वालों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से साफ है कि मौत की वजह वैक्सीनेशन नहीं, बल्कि दूसरी समस्या है। वहीं, तेलंगाना में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। हेल्थ मिनिस्ट्री ने बताया कि अब तक देश में गंभीर साइड इफेक्ट के कोई मामले सामने नहीं आए हैं।
पहले दिन सबसे ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगी
- पहला दिन- 2,07,229
- दूसरा दिन- 17,072
- तीसरा दिन- 1,48,266
- चौथा दिन- 1,77,368
- पांचवां दिन- 1,12,007
इन राज्यों में 4 दिन वैक्सीनेशन:अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, दादर और नगर हवेली, दमन और दीव, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, केरल, लद्दाख, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, पुडुचेरी, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में हफ्ते में 4 दिन वैक्सीनेशन होगा।
इन राज्यों में 3 दिन वैक्सीनेशन:अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, नगालैंड और ओडिशा में हफ्ते में तीन दिन ही वैक्सीनेशन ड्राइव के लिए रखे गए हैं।
पांचवें दिन सबसे ज्यादा टीका कर्नाटक के लोगों को लगा:
राज्य | कितने लोगों को टीका |
आंध्र प्रदेश | 22,548 |
मध्य प्रदेश | 6,731 |
लद्दाख | 108 |
बिहार | 38 |
छत्तीसगढ़ | 5219 |
पश्चिम बंगाल | 2,296 |
हरियाणा | 45 |
हिमाचल प्रदेश | 45 |
महाराष्ट्र | 16,261 |
झारखंड | 2779 |
कर्नाटक | 36,211 |
केरल | 262 |
तमिलनाडु | 6,834 |
मिजोरम | 417 |
मणिपुर | 334 |
मेघालय | 311 |
नगालैंड | 447 |
ओडिशा | 7891 |
सिक्किम | 80 |
पंजाब | 2,003 |