Vikrant Shekhawat : Apr 03, 2021, 04:31 PM
राजस्थान के पाली जिले से एक फर्जी आईपीएस का भंडाफोड़ हुआ है। यहां सिर्फ 10वीं तक पढ़ा पाली का शातिर युवक चार साल से फर्जी आईपीएस बनकर लोगों को ठग रहा था। वो भी बकायदा वर्दी पहनकर। वर्दी में भी आईपीएस के बैजेज, अशाेक स्तंभ, स्टार के बैजेज लगे हुए हैं। साथ में फर्जी आईडी कार्ड, नकली एयरगन और वाॅकी-टाॅकी। साल 2015 में कांस्टेबल की परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं हो सका यह बदमाश तभी से आईपीएस बनकर धौंस जमा रहा था।
गुरुवार की रात पाली जिले के नया बस स्टैंड से पकड़ा गया आरोपी खुद को सीबीआई का एसपी बताकर ट्रैवल एजेंट पर धौंस जमा रहा था ताकि एसी बस में मुफ्त में ही मुंबई जा सके। ट्रैवल बस एजेंट की सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपी फुसाराम को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके आईडी कार्ड पर राजवीर शर्मा पुत्र रामप्रसाद शर्मा लिखा हुआ है। आरोपी फुसाराम पाली जिले के सर्वोदय नगर का रहने वाला है। जिले के एसपी कालूराम रावत ने बताया कि नया बस स्टैंड चाैकी प्रभारी ओमप्रकाश चाैधरी और उनकी टीम भी आरोपी काे देखकर हैरत में पड़ गई, क्याेंकि वह हुबहू आईपीएस जैसा लग रहा था।जब आरोपी फुसाराम को थाने में लाकर पूछताछ की गई तो इसने सच्चाई उगल दी। इसके बाद आरोपी काे शुक्रवार के दिन काेर्ट में पेश किया गया, वहां से न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। आरोपी की वर्दी, उस पर लगे आईपीएस, अशाेक स्तंभ तथा स्टार के बेजेज, फर्जी आईडी कार्ड, नकली एयरगन समेत कई प्रतिबंधित वस्तुएं जब्त कर ली गई हैं।
4 साल पहले चेतावनी देकर छाेड़ा थाबताया जा रहा है कि इसी आरोपी ने करीब 4 साल पहले, पाली के ही वीडी नगर में एक किशाेरी काे खुद काे आईपीएस अधिकारी बताते हुए धमकाने का प्रयास किया था। तब इसे पकड़कर थाने लाया गया था, लेकिन उस वक्त वर्दी में नहीं हाेने की वजह से सिर्फ चेतावनी देकर ही छाेड़ दिया गया था।
दहेज प्रताड़ना का केस भी दर्ज हैजब पुलिस द्वारा आरोपी की पृष्ठभूमि के बारे में छानबीन की गई तो पता चला है कि उसका परिवार मूलत: रेण नागाैर का रहने वाला है। उसके पिता रामचंद्र की हाेमगार्ड में सर्विस हाेने के कारण वो पाली में ही परिवार समेत आकर बस गए थे, आरोपी फुसाराम की हरकताें से उसकी पत्नी भी परेशान हाेकर पीहर(अपने घर) चली गई है। फुसाराम पर नागाैर जिले में दहेज प्रताड़ना का मुकदमा भी दर्ज है।
गुरुवार की रात पाली जिले के नया बस स्टैंड से पकड़ा गया आरोपी खुद को सीबीआई का एसपी बताकर ट्रैवल एजेंट पर धौंस जमा रहा था ताकि एसी बस में मुफ्त में ही मुंबई जा सके। ट्रैवल बस एजेंट की सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपी फुसाराम को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके आईडी कार्ड पर राजवीर शर्मा पुत्र रामप्रसाद शर्मा लिखा हुआ है। आरोपी फुसाराम पाली जिले के सर्वोदय नगर का रहने वाला है। जिले के एसपी कालूराम रावत ने बताया कि नया बस स्टैंड चाैकी प्रभारी ओमप्रकाश चाैधरी और उनकी टीम भी आरोपी काे देखकर हैरत में पड़ गई, क्याेंकि वह हुबहू आईपीएस जैसा लग रहा था।जब आरोपी फुसाराम को थाने में लाकर पूछताछ की गई तो इसने सच्चाई उगल दी। इसके बाद आरोपी काे शुक्रवार के दिन काेर्ट में पेश किया गया, वहां से न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। आरोपी की वर्दी, उस पर लगे आईपीएस, अशाेक स्तंभ तथा स्टार के बेजेज, फर्जी आईडी कार्ड, नकली एयरगन समेत कई प्रतिबंधित वस्तुएं जब्त कर ली गई हैं।
4 साल पहले चेतावनी देकर छाेड़ा थाबताया जा रहा है कि इसी आरोपी ने करीब 4 साल पहले, पाली के ही वीडी नगर में एक किशाेरी काे खुद काे आईपीएस अधिकारी बताते हुए धमकाने का प्रयास किया था। तब इसे पकड़कर थाने लाया गया था, लेकिन उस वक्त वर्दी में नहीं हाेने की वजह से सिर्फ चेतावनी देकर ही छाेड़ दिया गया था।
दहेज प्रताड़ना का केस भी दर्ज हैजब पुलिस द्वारा आरोपी की पृष्ठभूमि के बारे में छानबीन की गई तो पता चला है कि उसका परिवार मूलत: रेण नागाैर का रहने वाला है। उसके पिता रामचंद्र की हाेमगार्ड में सर्विस हाेने के कारण वो पाली में ही परिवार समेत आकर बस गए थे, आरोपी फुसाराम की हरकताें से उसकी पत्नी भी परेशान हाेकर पीहर(अपने घर) चली गई है। फुसाराम पर नागाैर जिले में दहेज प्रताड़ना का मुकदमा भी दर्ज है।