News18 : Jul 03, 2020, 12:10 PM
नई दिल्ली। भारत सरकार सीमा पर ही नहीं, हर मोर्चे पर चीन की चालबाजी से निपटने के लिए तैयार है। इसी दिशा में अहम कदम बढ़ाते हुए चीन से आने वाले सभी बिजली उपकरणों (Power Equipment) के आयात को अब बंद किया जाएगा। केंद्रीय बिजली मंत्री आर के सिंह (Union Power Minister RK Singh) ने बड़ा बयान दिया है। शुक्रवार को राज्यों के बिजली और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रियों के साथ बैठक करते हुए आर के सिंह ने साफ कर दिया है चीन, पाकिस्तान से पावर इक्विपमेंट के इंपोर्ट की इजाजत नहीं होगी। आपको बता दें कि बीते दिनों सरकार ने यह फैसला इसलिए किया था कि चीन से भारत आने वाले पावर उपकरणों की पूरी जांच होगी। क्योंकि ऐसी आशंका जताई जा रही है कि चीन इन बिजली उपकरणों में मालवेयर व ट्रोजन हॉर्स जैसे वायरस के जरिये साइबर हमला कर सकता है। इनकी मदद से वह भारत के इलेक्ट्रिसिटी ग्रिड को फेल करने की साजिश रच सकता है और अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा सकता है।
अब क्या होगा- केंद्रीय मंत्री ने कहा भारत में बिजली के उपकरणों की पर्याप्त मैन्युफैक्चरिंग हो रही है। ऐसे में कोई भी सामान से बाहर से लाने की जरुरत नहीं है। अगर कोई ऐसा उपरकरण है जिसका हम मैन्युफैक्चरिंग हम नहीं करते है तो उसका इंपोर्ट हो सकता है। लेकिन वो भी सीमित समय के लिए होगा।केंद्रीय मंत्री ने हाल में कहा था हमें ऐसी जानकारी मिली है कि बिजली उपकरणों में ऐसे वायरस इंस्टॉल किए जा सकते हैं, जिन्हें कहीं दूर बैठकर एक्टिव करना संभव है। इनकी मदद से पूरे पावर सेक्टर और उसके साथ-साथ अर्थव्यवस्था को ठप किया जा सकता है। इसलिए हमने फैसला किया है कि इस सेक्टर की संवेदनशीलता को देखते हुए जो भी उपकरण भारत में बनते हैं, उन्हें यहीं से खरीदा जाएगा। इनके अतिरिक्त जो उपकरण नहीं बनते हैं, उनका आयात होगा, लेकिन किसी भी वायरस आदि को लेकर उनकी पूरी जांच की जाएगी।
अब क्या होगा- केंद्रीय मंत्री ने कहा भारत में बिजली के उपकरणों की पर्याप्त मैन्युफैक्चरिंग हो रही है। ऐसे में कोई भी सामान से बाहर से लाने की जरुरत नहीं है। अगर कोई ऐसा उपरकरण है जिसका हम मैन्युफैक्चरिंग हम नहीं करते है तो उसका इंपोर्ट हो सकता है। लेकिन वो भी सीमित समय के लिए होगा।केंद्रीय मंत्री ने हाल में कहा था हमें ऐसी जानकारी मिली है कि बिजली उपकरणों में ऐसे वायरस इंस्टॉल किए जा सकते हैं, जिन्हें कहीं दूर बैठकर एक्टिव करना संभव है। इनकी मदद से पूरे पावर सेक्टर और उसके साथ-साथ अर्थव्यवस्था को ठप किया जा सकता है। इसलिए हमने फैसला किया है कि इस सेक्टर की संवेदनशीलता को देखते हुए जो भी उपकरण भारत में बनते हैं, उन्हें यहीं से खरीदा जाएगा। इनके अतिरिक्त जो उपकरण नहीं बनते हैं, उनका आयात होगा, लेकिन किसी भी वायरस आदि को लेकर उनकी पूरी जांच की जाएगी।