Vikrant Shekhawat : Aug 02, 2021, 04:32 PM
बिहार सरकार के मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सम्राट चौधरी ने बिहार में राजग के गठबंधन सरकार को लेकर बड़ा बयान दिया है। औरंगाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में मंत्री ने कहा कि गठबंधन वाले सरकार को चलाना बेहद चुनौतीपूर्ण काम है। सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार में हम गठबंधन की सरकार चला रहे हैं और यहां हमारी सरकार स्वतंत्र नहीं है, ऐसे में हम विभिन्न चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।सम्राट चौधरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश की तरह जहां अकेले हमारी सरकार है, हम किसी भी तरह के फैसले लेने के लिए स्वतंत्र हैं। यूपी समेत अन्य राज्यों में जहां हमारा अकेला नेतृत्व है, वहां सरकार चलाना और नेतृत्व करना हमारे लिए बहुत आसान हो जाता है, लेकिन बिहार में सरकार चलाना और नेतृत्व करना बहुत चुनौतीपूर्ण है। सम्राट चौधरी ने बताया कि बिहार में एक या दो नहीं बल्कि चार वैचारिक दल मिलकर काम कर रहे हैं, जो काफी चुनौतीपूर्ण है. ऐसे में कई चीजों को सहना पड़ता है। मंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार के कम सीटें जीतने के बाद भी हमने उन्हें मुख्यमंत्री माना क्योंकि पार्टी को पूरी तरह से समूहबद्ध करने की जरूरत थी।
नीतीश सरकार के मंत्री सम्राट चौधरी का बयान
सम्राट चौधरी ने बिहार विधानसभा में जेडीयू और बीजेपी के विधायकों की संख्या को लेकर भी बात की। साथ ही पूर्व में भाजपा की तरफ से नीतीश कुमार को समर्थन देने के तथ्यों की ओर ध्यान दिलाया। उन्होंने बोला, "ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि भाजपा ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार कर सरकार का गठन किया है। आज जदयू के 43 विधायक हैं, जबकि हमारे पास 74। लेकिन इससे पहले वर्ष 2000 के विधानसभा चुनाव में भी जब जदयू ने महज 37 सीटों पर जीत हासिल की थी और भाजपा को 68-69 सीटों पर जीत मिली थी, उस वक्त भी भाजपा ने नीतीश कुमार के नेतृत्व पर भरोसा जताया था।"