Pakistan Economic Crisis / चीन बना पाकिस्तान के लिए फरिश्ता! 2 अरब डॉलर के लोन पर दी ये बड़ी राहत

पाकिस्तान इस वक्त गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है. पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार भी एक बार फिर घटने लगा है. पाकिस्तान के पास अब 4.2 बिलियन डॉलर फॉरेक्स रिजर्व ही बचा है. पाकिस्तान को अपनी अर्थव्यवस्था बचाने के लिए और ज्यादा कर्ज की जरूरत है. इसके लिए वह अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और खाड़ी देशों की तरफ देख रहा है. पाकिस्तान के सामने एक और बड़ी समस्या है कि उसने पहले से ही बहुत ज्यादा कर्ज ले रखा है. कई ऐसे कर्ज हैं

Vikrant Shekhawat : Apr 01, 2023, 09:42 AM
Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान (Pakistan) इस वक्त गंभीर आर्थिक संकट (Economic Crisis) से जूझ रहा है. पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserves) भी एक बार फिर घटने लगा है. पाकिस्तान के पास अब 4.2 बिलियन डॉलर फॉरेक्स रिजर्व ही बचा है. पाकिस्तान को अपनी अर्थव्यवस्था बचाने के लिए और ज्यादा कर्ज की जरूरत है. इसके लिए वह अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और खाड़ी देशों की तरफ देख रहा है. पाकिस्तान के सामने एक और बड़ी समस्या है कि उसने पहले से ही बहुत ज्यादा कर्ज ले रखा है. कई ऐसे कर्ज हैं जिनको चुकाने की डेडलाइन आ चुकी है. इस बीच चीन, पाकिस्तान के लिए फरिश्ता बनकर सामने आया है. चीन ने 2 अरब डॉलर के कर्ज पर पाकिस्तान को राहत दे दी है.

पाकिस्तान को चीन ने दी बड़ी राहत

बता दें कि पाकिस्तान को इस वक्त और कर्ज की जरूरत है, ऐसे में वह पहले से लिया हुआ कर्ज क्या ही चुकाएगा. इस बीच, चीन ने पाकिस्तान को जो 2 अरब डॉलर का कर्ज दिया था, उसको चुकाने की मियाद चीन ने बढ़ा दी है और पाकिस्तान को बड़ी राहत दे दी है. चीन ने पाकिस्तान के 2 अरब डॉलर के कर्ज को रोलओवर कर दिया है.

पाकिस्तान का लोन हुआ रोल ओवर

पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने कहा कि चीन ने पाकिस्तान के मेच्योर 2 अरब डॉलर के लोन को रोल ओवर कर दिया है. पाकिस्तान को कर्ज चुकाने के लिए और ज्यादा वक्त मिल गया है. पाकिस्तान को इसकी सख्त जरूरत थी क्योंकि कर्ज चुकाने के लिए पाकिस्तान के पास वैसे भी पैसे नहीं हैं.

IMF से कब मिलेगा कर्ज?

पाकिस्तान आईएमएफ से कर्ज पाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहा है, लेकिन वह कुछ हासिल नहीं कर पा रहा है. पाकिस्तान और आईएमएफ के बीच 1.1 अरब डॉलर के कर्ज को लेकर लंबे समय से बातचीत चल रही है. आईएमएफ ने पाकिस्तान के सामने तमाम शर्तें रख दी हैं जिन्हें पूरा करना पाकिस्तान के बस की बात नहीं लग रही है. कर्ज के चक्कर में पाकिस्तान को कई चीजों के दाम बढ़ा दिए हैं.