Rajasthan Budget 2020 LIVE / राजस्थान का आम बजट लाइव देखे

राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत आज सुबह 11 बजट पेश करेंगे। गहलोत सरकार के मौजूदा कार्यकाल में यह दूसरा बजट है। प्रदेश की जनता को इस बजट घोषणा में गहलोत सरकार से काफी उम्मीदें हैं। इस बार बजट के किसानों, महिलाओं और युवाओं पर ही फोकस रहने की उम्मीद जाताई जा रही है। इस बार का बजट स्वास्थ्य शिक्षा उद्योग और किसान हितैषी रहने के पूरे आसार हैं।

First India News : Feb 20, 2020, 10:25 AM
जयपुर |  राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत आज सुबह 11 बजट पेश करेंगे।  गहलोत सरकार के मौजूदा कार्यकाल में यह दूसरा बजट है। प्रदेश की जनता को इस बजट घोषणा में गहलोत सरकार से काफी उम्मीदें हैं। इस बार बजट के किसानों, महिलाओं और युवाओं पर ही फोकस रहने की उम्मीद जाताई जा रही है। इस बार का बजट स्वास्थ्य शिक्षा उद्योग और किसान हितैषी रहने के पूरे आसार हैं। वहीं सीएम गहलोत नई सरकारी नौकरियों की घोषणाएं भी कर सकते हैं। 

प्रदेश सरकार की ओर से गुड गवर्नेंस पर फोकस रहेगा:

गहलोत सरकार ने भी बजट पर होमवर्क पूरा कर लिया है। बजट से पहले सरकार, औद्योगिक संस्थाओं, एनजीओ, युवाओं, महिलाओं, और आम जनता से अहम सुझाव लिए गए हैं। प्रदेश सरकार की ओर से गुड गवर्नेंस पर फोकस रहेगा। बजट का किसान, स्वास्थ्य, शिक्षा और उद्योग हितैषी रहने की संभावना लगाई जा रही है। गहलोत सरकार का ध्यान मुख्य रूप से रोजगार पर भी रहने का अनुमान लगाया जा रहा है। वहीं राज्य के बजट से केंद्र की योजनाओं को भी गति मिलेगी। जीएसटी के सरलीकरण में भी सरकार कुछ अहम बदलाव कर सकती है।

जल संरक्षण के प्रावधानों को भी वरीयता दी जाएगी:

वहीं बजट में शिक्षा नीति को लेकर भी बड़ी घोषणा हो सकती है। इसके साथ ही ग्रामीण आधारभूत ढांचे की संरचना का दायरा भी बढ़ाया जा सकता है। मिलावट खोरी को रोकने के लिए भी कड़े नियम बनाए जा सकते हैं। जल संरक्षण के प्रावधानों को भी वरीयता दी जाएगी। पर्यटन और होटल व्यवसाय को गति दी जाएगी। इसके साथ ही मनरेगा को उद्योगों से जोड़ने की भी घोषणा की जा सकती है।

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में को मिलेगी गति:

बजट में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में शामिल जयपुर, उदयपुर, कोटा व अजमेर के काम को गति मिल सकती है। पश्चिमी राजस्थान के पेयजल संकट से जूझ रहे जिलों के लोगों को इस बजट से जरूर राहत मिलेगी। जल जीवन मिशन योजना का भी राज्य के कई बड़े शहरों को लाभ मिलेगा। इसमें 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहर शामिल होंगे। 

कितनी उम्मीदें होंगी पूरी:

प्रदेश के युवा, बुजुर्ग, महिलाएं, नौकरीपेशा, किसान और व्यापारी सभी को उम्मीदें परवान पर हैं। यह अलग बात है कि इनमें से कितनों की उम्मीदें पूरी होती हैं और कितनों की धराशायी। इसका खुलासा तो गुरुवार को बजट का पिटारा खुलने पर ही हो पाएगा।