देश / देश में कभी भी हो सकता है कोरोना विस्फोट? केंद्र ने राज्यों को भेजी 1 और चिट्ठी

चीन और अन्य देशों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत सरकार अलर्ट मोड में हैं. देश में कोरोना की रफ्तार अभी धीमी है. लेकिन आने वाले समय में स्थिति काबू में रहे इसलिए तमाम कदम उठाए जा रहे हैं. इस क्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों को स्वास्थ्य से जुड़े जरूरी दिशा निर्देशों के साथ एक और चिट्ठी लिखी है.

Vikrant Shekhawat : Dec 24, 2022, 10:13 PM
Coronavirus India Update: चीन और अन्य देशों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत सरकार अलर्ट मोड में हैं. देश में कोरोना की रफ्तार अभी धीमी है. लेकिन आने वाले समय में स्थिति काबू में रहे इसलिए तमाम कदम उठाए जा रहे हैं. इस क्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों को स्वास्थ्य से जुड़े जरूरी दिशा निर्देशों के साथ एक और चिट्ठी लिखी है. इससे पहले देश भर के सभी स्वास्थ्य संस्थानों (मान्यता प्राप्त COVID- समर्पित स्वास्थ्य सुविधाओं सहित) में 27 दिसंबर को मॉक ड्रिल आयोजित करने के बारे में कहा गया था.

स्वास्थ्य सचिव की चिट्ठी की जरूरी बातें-

- राज्यों से अस्पताल और Beds की तैयारी रखने के निर्देश दिए.

- ICU, Isolation, Oxygen Supported Beds, Ventilator वाले beds की पर्याप्त संख्या सुनिश्चित करने के लिए कहा.

- अस्पतालों में पर्याप्त डॉक्टर, Paramedical स्टाफ का इंतजाम रखने का आग्रह.

- टेस्टिंग कपैसिटी बढ़ाने के लिए कहा.

- रेफरल की सुविधाएं पुख्ता करने के निर्देश.

- मेडिकल ऑक्सीजन, मास्क, दवाएं, PPE kits समेत तमाम जरूरी चीजों के पहले से पर्याप्त स्टॉक रखने के निर्देश.

पहले लिखे पत्र में राज्यों और केंद्रशासित राज्यों को किसी भी आपात स्थिति को पूरा करने के लिए आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय के  लिए तैयार रहने के लिए कहा गया था. इसमें जोर देकर कहा गया कि COVID-19 स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारी महत्वपूर्ण है. सुनिश्चित करें कि मामलों में किसी भी उछाल के कारण नैदानिक ​​देखभाल की जरूरतों में वृद्धि को पूरा करने के लिए राज्य / जिले तत्परता की स्थिति में हैं.

इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को ऑक्सीजन संयंत्रों, वेंटिलेटर, रसद और मानव संसाधन पर विशेष ध्यान देने के साथ बुनियादी ढांचे की तैयारी का आकलन करने के लिए 27 दिसंबर को सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में अभ्यास करने का निर्देश दिया था.

उन्होंने कहा था कि केंद्र और राज्यों को मिलकर और सहयोगात्मक भावना से काम करने की जरूरत है, जैसा कि कोविड की रोकथाम और प्रबंधन के लिए पिछले उछाल के दौरान किया गया था. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में गुरुवार को हुई उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक का जिक्र करते हुए, मंडाविया ने राज्यों से हाई अलर्ट पर रहने, कोविड प्रबंधन के लिए पूरी तैयारी बनाए रखने और सक्रिय रणनीति बनाए रखने के लिए कहा.