News18 : May 04, 2020, 03:51 PM
जोधपुर। लॉकडाउन-3 (Lockdown-3) की घोषणा होने के साथ ही सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया था कि इस दौरान कई प्रकार की दुकानों को खोलने की इजाजत दी जाएगी। शराब (Liquor) की दुकानों के खुलने की घोषणा के साथ ही देश भर के शराबियों में खुशी की लहर छा गई। जोधपुर जिला हालांकि रेड जोन में है, लेकिन यहां पर भी शराबियों को उम्मीद थी कि सोमवार को 10 बजते ही शराब की दुकानें खुल जाएगी।
इसके कारण कई लोग शराब की दुकानों के आगे एकत्रित हो गए। वहीं कुछ दुकानदारों ने दुकान भी खोल दी। हालांकि आबकारी विभाग अभी तक निर्णय नहीं कर पाया कि शहर में कौन-कौन सी दुकानें खुलेंगी और कौन सी बंद रहेंगी। शराब खरीदने के लिए लाइन में लगे शराब प्रेमी का यहां तक दावा है कि कोरोनावायरस महामारी के दौरान शराब का सेवन करने वाले लोग देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगे।
सुबह 9 बजे लाइन लगाने पहुंचे शराबीशराबी सुबह के 9 बजते ही शहर की शराब की दुकानों के आगे पहुंच गए। दुकान के आगे पहुंचकर शराब खरीदने के लिए अपना-अपना नंबर लगाकर शराबी बैठ गए।विक्रेता ने भी कर दी तैयारियां शुरूशराब विक्रेताओं ने भी अपनी दुकान के आगे गोले बनाकर सोशल डिस्टेंसिंग को पुख्ता करने की तैयारियां शुरू कर दीं, ताकि इजाजत मिलते ही वे अपना शराब विक्रय का काम शुरू कर सकें।
अंदर से सैनिटाइज कर कोरोना को खत्म कर देती है शराब!शराब बिक्री को लेकर शराबियों के अनोखे तर्क हैं। शराब के कुछ शौकीनों का कहना है कि शराब पीने से कोरोना संक्रमण खत्म हो जाता है। उन्होंने तर्क देते हुए बताया कि सेनेटाइजर में भी अल्कोहल ही है और शराब में भी अल्कोहल है। सेनेटाइजर से यदि कोरोनावायरस मर जाता है तो शराब पीने से गले में संक्रमण भी खत्म हो जाएगा।देश की अर्थव्यवस्था में सहयोग देने का दावाशराब खरीदने के लिए लाइन में लगे शराब प्रेमी का यहां तक दावा है कि कोरोनावायरस महामारी के दौरान शराब का सेवन करने वाले लोग देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगे। उनका मानना है कि सरकार को सभी ठेके खोल देना चाहिए। क्योंकि शराब के ठेके नहीं खुलने के चलते ₹500 की बोतल 1500 रुपए में खरीदी जा रही है। ऐसे में कालाबाजारी को बढ़ावा मिल रहा था।शहर में खुल गई कई दुकानें।सोमवार सुबह शहर की कई शराब की दुकानें खुल गईं और अचानक दुकान के आगे भीड़ हो गई। कई लोगों ने बड़ी संख्या में शराब खरीद भी ली। आबकारी विभाग को जब इस बात की सूचना मिली तो मौके पर पहुंचकर अधिकारियों ने दुकानें बंद करवाई। जोधपुर शहर में भ्रम की वजह से सुबह-सुबह शराब की कई दुकानें खुल गईं तो वहीं कई दुकानदारों ने गोले बनाकर सोशल डिस्टेंसिंग को पुख्ता किया।
इसके कारण कई लोग शराब की दुकानों के आगे एकत्रित हो गए। वहीं कुछ दुकानदारों ने दुकान भी खोल दी। हालांकि आबकारी विभाग अभी तक निर्णय नहीं कर पाया कि शहर में कौन-कौन सी दुकानें खुलेंगी और कौन सी बंद रहेंगी। शराब खरीदने के लिए लाइन में लगे शराब प्रेमी का यहां तक दावा है कि कोरोनावायरस महामारी के दौरान शराब का सेवन करने वाले लोग देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगे।
सुबह 9 बजे लाइन लगाने पहुंचे शराबीशराबी सुबह के 9 बजते ही शहर की शराब की दुकानों के आगे पहुंच गए। दुकान के आगे पहुंचकर शराब खरीदने के लिए अपना-अपना नंबर लगाकर शराबी बैठ गए।विक्रेता ने भी कर दी तैयारियां शुरूशराब विक्रेताओं ने भी अपनी दुकान के आगे गोले बनाकर सोशल डिस्टेंसिंग को पुख्ता करने की तैयारियां शुरू कर दीं, ताकि इजाजत मिलते ही वे अपना शराब विक्रय का काम शुरू कर सकें।
अंदर से सैनिटाइज कर कोरोना को खत्म कर देती है शराब!शराब बिक्री को लेकर शराबियों के अनोखे तर्क हैं। शराब के कुछ शौकीनों का कहना है कि शराब पीने से कोरोना संक्रमण खत्म हो जाता है। उन्होंने तर्क देते हुए बताया कि सेनेटाइजर में भी अल्कोहल ही है और शराब में भी अल्कोहल है। सेनेटाइजर से यदि कोरोनावायरस मर जाता है तो शराब पीने से गले में संक्रमण भी खत्म हो जाएगा।देश की अर्थव्यवस्था में सहयोग देने का दावाशराब खरीदने के लिए लाइन में लगे शराब प्रेमी का यहां तक दावा है कि कोरोनावायरस महामारी के दौरान शराब का सेवन करने वाले लोग देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगे। उनका मानना है कि सरकार को सभी ठेके खोल देना चाहिए। क्योंकि शराब के ठेके नहीं खुलने के चलते ₹500 की बोतल 1500 रुपए में खरीदी जा रही है। ऐसे में कालाबाजारी को बढ़ावा मिल रहा था।शहर में खुल गई कई दुकानें।सोमवार सुबह शहर की कई शराब की दुकानें खुल गईं और अचानक दुकान के आगे भीड़ हो गई। कई लोगों ने बड़ी संख्या में शराब खरीद भी ली। आबकारी विभाग को जब इस बात की सूचना मिली तो मौके पर पहुंचकर अधिकारियों ने दुकानें बंद करवाई। जोधपुर शहर में भ्रम की वजह से सुबह-सुबह शराब की कई दुकानें खुल गईं तो वहीं कई दुकानदारों ने गोले बनाकर सोशल डिस्टेंसिंग को पुख्ता किया।