AajTak : Sep 21, 2020, 06:48 AM
Delhi: कृषि अध्यादेशों के खिलाफ भारी आक्रोश के बीच हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने रविवार को कहा कि तीनों कृषि अध्यादेशों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को खत्म करने को लेकर एक भी लाइन नहीं है। उन्होंने कहा कि किसानों की फसल एमएसपी पर खरीदी जाएगी और उन्हें महंगे दाम प्राप्त होने की स्थिति में फसल को बाजार में बेचने का अधिकार होगा।
इसके साथ ही दुष्यंत चौटाला ने एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अगर एमएसपी सिस्टम को बंद करने की कोशिश की जाती है तो वे अपने अपना पद छोड़ देंगे। डिप्टी सीएम चंडीगढ़ में अपने आवास पर पत्रकारों से बात कर रहे थे।दुष्यंत ने इस दौरान एक बार फिर स्पष्ट किया कि किसानों का एमएसपी पर अधिकार होगा। इसके साथ ही उन्होंने किसानों से गुमराह नहीं होने की अपील भी की। उन्होंने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर आरोप लगाया कि वे अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए किसानों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।डिप्टी सीएम ने कहा कि न केवल हुड्डा ने खुद किसानों के लिए खुले बाजार की वकालत की थी बल्कि यूपीए के शासनकाल के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा स्थापित एक समिति की ऐसी सिफारिशों पर हस्ताक्षर भी किए थे। हुड्डा पर सवाल उठाते हुए दुष्यंत ने कहा कि पूर्व सीएम इस पर दोहरा मापदंड क्यों अपना रहे हैं और किसानों को गुमराह करने के पीछे क्या कारण हैं।दुष्यंत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने यूपीए के अपने पहले कार्यकाल के दौरान अपने विजन डॉक्यूमेंट में कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग का समर्थन किया था और अब कांग्रेस राजनीतिक लाभ के लिए अध्यादेशों का विरोध कर रही है, जबकि अध्यादेशों से किसानों के लिए प्रगति के नए रास्ते खुलेंगे।हरियाणा के डिप्टी सीएम ने कहा कि धान खरीद सीजन में, प्रत्येक अनाज की खरीद एमएसपी पर की जाएगी और आगे मक्का की भी खरीद एमएसपी पर की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसान उनका परिवार हैं और वे उनका कल्याण सुनिश्चित करने के लिए कुछ भी करेंगे।
इसके साथ ही दुष्यंत चौटाला ने एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अगर एमएसपी सिस्टम को बंद करने की कोशिश की जाती है तो वे अपने अपना पद छोड़ देंगे। डिप्टी सीएम चंडीगढ़ में अपने आवास पर पत्रकारों से बात कर रहे थे।दुष्यंत ने इस दौरान एक बार फिर स्पष्ट किया कि किसानों का एमएसपी पर अधिकार होगा। इसके साथ ही उन्होंने किसानों से गुमराह नहीं होने की अपील भी की। उन्होंने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर आरोप लगाया कि वे अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए किसानों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।डिप्टी सीएम ने कहा कि न केवल हुड्डा ने खुद किसानों के लिए खुले बाजार की वकालत की थी बल्कि यूपीए के शासनकाल के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा स्थापित एक समिति की ऐसी सिफारिशों पर हस्ताक्षर भी किए थे। हुड्डा पर सवाल उठाते हुए दुष्यंत ने कहा कि पूर्व सीएम इस पर दोहरा मापदंड क्यों अपना रहे हैं और किसानों को गुमराह करने के पीछे क्या कारण हैं।दुष्यंत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने यूपीए के अपने पहले कार्यकाल के दौरान अपने विजन डॉक्यूमेंट में कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग का समर्थन किया था और अब कांग्रेस राजनीतिक लाभ के लिए अध्यादेशों का विरोध कर रही है, जबकि अध्यादेशों से किसानों के लिए प्रगति के नए रास्ते खुलेंगे।हरियाणा के डिप्टी सीएम ने कहा कि धान खरीद सीजन में, प्रत्येक अनाज की खरीद एमएसपी पर की जाएगी और आगे मक्का की भी खरीद एमएसपी पर की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसान उनका परिवार हैं और वे उनका कल्याण सुनिश्चित करने के लिए कुछ भी करेंगे।