देश / भारत में इकोनॉमिक रिकवरी अनुमान से बेहतर होगी- केवी कामथ

न्यू डेवलपमेंट बैंक के पूर्व प्रमुख केवी कामथ ने नेटवर्क 18 के ग्रुप एडिटर-इन-चीफ राहुल जोशी के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में इकोनॉमिक रिकवरी, कोरोना संकट और चीन से निपटने की रणनीति जैसे कई मुद्दों पर खास बातचीत की। केवी कामथ ने कहा कि भारत में इकोनॉमिक रिकवरी अनुमान से बेहतर होगी। सरकार लगातार बड़े कदम उठा रही है। भारत में रोजगार की स्थिति सुधरी है। रिकवरी यू-आकार में होगी और तेज रफ्तार के साथ दिखेगी।

News18 : Jul 07, 2020, 04:59 PM
नई दिल्ली। न्यू डेवलपमेंट बैंक (New Development Bank) के पूर्व प्रमुख केवी कामथ ने नेटवर्क 18 के ग्रुप एडिटर-इन-चीफ राहुल जोशी के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में इकोनॉमिक रिकवरी, कोरोना संकट और चीन से निपटने की रणनीति जैसे कई मुद्दों पर खास बातचीत की। केवी कामथ ने क हा कि भारत में इकोनॉमिक रिकवरी अनुमान से बेहतर होगी। सरकार लगातार बड़े कदम उठा रही है। भारत में रोजगार की स्थिति सुधरी है। रिकवरी यू-आकार में होगी और तेज रफ्तार के साथ दिखेगी। बता दें कि केवी कामथ NDB के पहले अध्यक्ष रहे है। एनडीबी में उन्होंने 5 साल का कार्यकाल पूरा किया है। उन्होंने कहा कि, एनडीबी ने साबित किया कि दक्षिण के देश एकजुट होकर तरक्की कर सकते हैं।

NDB की क्या हैं चुनौतियां और कितना कर्ज दिया है? इस सवाल पर उनका कहना था कि बैंक सभी सदस्यों के हितों का ध्यान रखता है। आगे भी सभी सदस्यों के हितों का ध्यान रखा जाएगा। बैंक और सदस्य जोड़ने की कोशिश में है। NDB का भविष्य उज्ज्वल है। उन्होंने कहा, 5 साल में NDB ने सभी 5 सदस्यों को कर्ज दिया है। 18 अरब का लोन बुक अप्रूवल किया है। अब तक NDB ने करीब 4 अरब के कर्ज बांटे है। अगले 2 साल में सभी Disbursments होंगे। NDB की लोन ग्रोथ शानदार रही है।

मोदी सरकार के पिछले 6 साल कैसे रहे? इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि ग्लोबल इकोनॉमी के झटके भारत में भी महसूस हो रहे हैं। सरकार जिस रफ्तार से काम कर रही है उससे भरोसा जगता है। 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी का सपना सच लगता है।

कोरोना के बाद इकोनॉमी की तस्वीर कैसी होगी? उन्होंने कहा, 'भारत की ग्रोथ पर संस्थानों के अनुमान से सहमत नहीं हैं। कोरोना की स्थिति का आकलन मुश्किल है। भारत में इकोनॉमिक रिकवरी अनुमान से बेहतर होगी। सरकार लगातार बड़े कदम उठा रही है। एग्रो सेक्टर में काफी रोजगार मिलते हैं। एग्रीकल्चर सेक्टर में तेज रिकवरी दिखी। रूरल इंडिया पर कोरोना का कम असर दिखा। सरकार ने डिजिटल इकोनॉमी की तैयारी पहले ही की है। डिजिटल इकोनॉमी को बढ़ावा देने का फायदा दिखा है। सरकार ने गांवों को इंटरनेट से जोड़ा। इस बार पिछले सीजन से 90% ज्यादा बुआई रही।'

केवी कामथ ने कहा, 'टॉप इंडियन कंपनियों पर कर्ज का बोझ नहीं है। दिग्गज कंपनियां तेजी से रिकवर करेंगी। दिग्गज कंपनियों की बैलेंसशीट में स्ट्रेस नहीं। नॉलेज इंडिया का बिजनेस Revolutionary है। ऑफिस के बाहर से भी शानदार काम हो रहा है। इस मुश्किल दौर में ई-कॉमर्स इंडस्ट्री इकोनॉमी की बैकबोन रही।