Bihar / बिहार में बिजली संकट, नीतीश के प्रोग्राम में 15 मिनट तक गुल रही बत्ती

बिहार अभी भारी बिजली संकट से जूझ रहा है। आलम ये है कि सीएम नीतीश कुमार को भी एक कार्यक्रम में कुछ देर तक अंधेरे में रहना पड़ा। पटना स्थित पाटलिपुत्र इंडोर स्टेडियम में गुरुवार देर शाम राष्ट्रीय जूनियर बालिका कबड्डी चैंपियनशिप के उद्घाटन समारोह में सीएम नीतीश कुमार के आने से ठीक पहले बत्ती गुल हो गई। जैसे ही सीएम नीतीश और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव कार्यक्रम में पहुंचे, वहां अंधेरा था।

Vikrant Shekhawat : Sep 01, 2022, 10:40 PM
बिहार अभी भारी बिजली संकट से जूझ रहा है। आलम ये है कि सीएम नीतीश कुमार को भी एक कार्यक्रम में कुछ देर तक अंधेरे में रहना पड़ा। पटना स्थित पाटलिपुत्र इंडोर स्टेडियम में गुरुवार देर शाम राष्ट्रीय जूनियर बालिका कबड्डी चैंपियनशिप के उद्घाटन समारोह में सीएम नीतीश कुमार के आने से ठीक पहले बत्ती गुल हो गई। जैसे ही सीएम नीतीश और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव कार्यक्रम में पहुंचे, वहां अंधेरा था। कुछ देर उन्होंने इंतजार किया। तकरीबन 15 मिनट के बाद बिजली सप्लाई सुचारू हुई और कार्यक्रम की शुरुआत हो सकी। बता दें कि केंद्रीय सेक्टर से बिजली की आपूर्ति कम होने के चलते पिछले कुछ दिनों से राज्य में अघोषित कटौती हो रही है।

पाटलिपुत्र इंडोर स्टेडियम में गुरुवार शाम राष्ट्रीय जूनियर बालिका कबड्डी चैंपियनशिप का उद्घाटन हुआ। इस दौरान हजारों खिलाड़ियों और लोगों की भीड़ मौजूद रही। कार्यक्रम शुरू होने से ठीक पहले स्डेडियम की बिजली गुल हो गई। हालांकि, इसका सटीक कारण अभी सामने नहीं आया है। मगर सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव जब स्टेडियम में पहुंचे, तब वहां अंधेरा था। दर्शकों के बीच भी अफरा-तफरी का माहौल बन गया। हालांकि कुछ मिनटों बाद ही बिजली आ गई और कार्यक्रम शुरू हो गया।

दरअसल, बिहार में केंद्रीय सेक्टर से पिछले कुछ दिनों से बिजली की सप्लाई कम हो रही है। इससे शहर से लेकर गांवों तक घंटों तक बिजली काटी जा रही है। बुधवार को भी सेंटर से बिहार को 1200 मेगावाट कम बिजली मिली। इस कारण अधिकतर जगहों पर 8 से 10 घंटे तक बिजली गुल रही। शहरी इलाकों की तुलना में गांवों में अधिक बिजली कटौती हो रही है। एनटीपीसी की चार इकाई पहले से ही शेड्यूल मेंटेनेंस के कारण बंद रहीं। इस कारण बिजली संकट पैदा हुआ है।

एक हफ्ते से बिजली की किल्लत

बिहार में बीते एक सप्ताह से बिजली की किल्लत हो रही है। 31 अगस्त को जहां 1200 मेगावाट कम बिजली मिली, तो वहीं 30 अगस्त को 1365 मेगावाट की किल्लत रही। इससे पहले 26 अगस्त को 1047 मेगावाट की किल्लत थी। वहीं, 27 से 29 अगस्त के बीच भी बिजली सप्लाई कम होने से कटौती का सामना करना पड़ा।