Dainik Bhaskar : Aug 06, 2019, 05:36 PM
श्रीनगर. नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि मुझे मेरे घर में नजरबंद करके रखा गया था। मुझे यह देखकर दुख हुआ कि गृह मंत्री इस तरह से झूठ भी बोल सकते हैं। दरअसल, गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में कहा था कि अब्दुल्ला को न नजरबंद किया गया और न ही गिरफ्तार।अब्दुल्ला ने कहा- मेरे दरवाजे पर एक बड़ा ताला लगा हुआ है। गृह मंत्री ने मुझे बताया कि मुझे नजरबंद नहीं किया गया है। फिर आप कौन हैं, जो मुझे बंदी बना रहे हैं? जब मेरा राज्य जल रहा हो और मेरे लोगों को जेल में डाला जा रहा हो, ऐसे समय में मैं क्यों भला अपनी मर्जी से घर में रहना चाहूंगा। यह वह भारत नहीं है, जिस पर हम विश्वास करते हैं।शाह ने कहा- फारूक मौज-मस्ती में हैंजम्मू-कश्मीर बिल पर चर्चा शुरू होने के कुछ समय पहले ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की नेता सुप्रिया सुले ने फारूक की गैर-मौजूदगी को लेकर सवाल उठाया था। इस पर शाह ने कहा, ‘‘मैं यह साफ कर देना चाहता हूं कि फारूक अब्दुल्ला जी अपने घर पर हैं। उन्हें नजरबंद नहीं किया गया और न ही गिरफ्तार किया गया। उनका स्वास्थ्य भी ठीक है। वे मौजमस्ती में हैं। उनको नहीं आना है, तो हम कनपटी पर बंदूक रखकर बाहर नहीं ला सकते।’’नजरबंद नेता कब रिहा होंगे, कोई सूचना नहींसंसद में चर्चा के दौरान विपक्ष ने सरकार के सामने सवाल उठाया था कि क्या जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने से पहले स्थानीय नेताओं को विश्वास में लिया गया था? पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला को उनके घर में नजरबंद कर दिया गया था। सोमवार को उन्हें हिरासत में लिए जाने को लेकर सूचना दी गई थी। सरकार की ओर से कोई बयान नहीं दिया गया है कि उन्हें कब रिहा किया जाएगा।