Tesla Layoffs / पहले 21,473 लोगों को मस्क ने नौकरी से निकाला, अब यहां खर्च करेंगे 4180 करोड़

दुनिया के तीसरे सबसे अमीर इंसान और टेस्ला जैसी कंपनी के फाउंडर एलन मस्क जल्द ही 50 करोड़ डॉलर (करीब 4,180 करोड़ रुपए) खर्च करने जा रहे हैं. ऐसा वह तब कर रहे हैं, जब उन्होंने हाल ही में अपनी कंपनी से 21,000 से ज्यादा लोगों को नौकरी से निकालने का प्लान किया है. एलन मस्क की टेस्ला ने पिछले महीने ही कंपनी में एक छंटनी कार्यक्रम की शुरुआत की थी. इसमें बड़ी संख्या में लोगों को नौकरी से निकाला जाना है.

Vikrant Shekhawat : May 11, 2024, 10:00 AM
Tesla Layoffs: दुनिया के तीसरे सबसे अमीर इंसान और टेस्ला जैसी कंपनी के फाउंडर एलन मस्क जल्द ही 50 करोड़ डॉलर (करीब 4,180 करोड़ रुपए) खर्च करने जा रहे हैं. ऐसा वह तब कर रहे हैं, जब उन्होंने हाल ही में अपनी कंपनी से 21,000 से ज्यादा लोगों को नौकरी से निकालने का प्लान किया है. एलन मस्क की टेस्ला ने पिछले महीने ही कंपनी में एक छंटनी कार्यक्रम की शुरुआत की थी. इसमें बड़ी संख्या में लोगों को नौकरी से निकाला जाना है. कंपनी के इस छंटनी का असर उसके करीब 21,473 एम्प्लॉइज पर होना है. कंपनी ने अपनी रीस्ट्रक्चरिंग के तहत पहले 15 अप्रैल को 16,000 एम्प्लॉइज को बाहर निकाल दिया और इसके कुछ दिन बाद ही 500 और लोगों को नौकरी से निकाल दिया. अभी कंपनी में छंटनी की प्रोसेसे लगातार चल रही है.

अब खर्च करेंगे 4,180 करोड़ रुपए

रॉयटर्स की खबर के मुताबिक अब टेस्ला अपने फास्ट चार्जिंग नेटवर्क को मजबूत बनाने पर 50 करोड़ डॉलर खर्च करने जा रही है. कंपनी के सीईओ एलन मस्क ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर इस 50 करोड़ डॉलर के खर्च का ऐलान किया. उनका कहना है कि कंपनी इस साल हजारों की संख्या में नए सुपरचार्जर बनाने जा रही है.

एलन मस्क ने साफ किया कि उनका सुपरचार्जर नेटवर्क का विस्तार नई साइट्स पर होगा. इसके लिए अभी ऑपरेशन कॉस्ट पर बहुत ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाएगा.

कंपनी बनाने जा रही ये चार्जिंग नेटवर्क

छंटनी के कुछ हफ्तों के बाद ही एलन मस्क ने टेस्ला के सुपरचार्जर नेटवर्क के विस्तार का प्लान बनाया है. हालांकि वह इसे काफी धीमी गति से आगे बढ़ाने वाले हैं. अमेरिका में ईवी मेकर्स टेस्ला के नॉर्थ अमेरिकन चार्जिंग स्टैंडर्ड को अपना रहे हैं. इससे टेस्ला का चार्जिंग नेटवर्क अब वहां पूरी इंडस्ट्री का स्टैंडर्ड बनता जा रहा है.

टेस्ला दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार कंपनियों में से एक है. कंपनी जल्द ही भारत जैसे बाजार में प्रवेश कर सकती है. इस संबंध में वह भारत सरकार के साथ काफी एडवांस लेवल की बातचीत पर पहुंच चुकी है.