AajTak : Feb 15, 2020, 01:34 PM
भारत: प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास की गाड़ी उनके घर के बाहर से चोरी हो गई है। गाजियाबाद के इंदिरापुरम स्थित आवास के बाहर खड़ी फॉर्च्यूनर गाड़ी चोर लेकर फरार हो गए। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है। जांच के लिए कई टीमें गठित की गई हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।हाई प्रोफाइल मामला होने की वजह से पुलिस पर भी जल्द से जल्द गाड़ी बरामद करने का भार है। पुलिस की कई टीमें संभावित जगहों से गाड़ी की तलाशी कर रही हैं। पुलिस आवास के आसपास के इलाकों की सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है। हालांकि पुलिस अभी तक चोरों की पहचान नहीं कर पाई है।
कुमार विश्वास मंच की कविता के बड़े नाम हैं। देश-विदेश में कुमार विश्वास लगातार मंचों पर सक्रिय रहते हैं, साथ ही साहित्य जगत के सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले कवि भी कुमार विश्वास हैं। साहित्य से इतर सामाजिक मुद्दों पर भी कुमार विश्वास तगातार सरकारों को घेरते रहते हैं।
आम आदमी पार्टी(AAP) और अन्ना आंदोलन से कभी जुड़े रहे कुमार विश्वास अब बागी सुर रखते हैं। लगातार वे अरविंद केजरीवाल सरकार पर हमलावर रहे हैं। राज्यसभा सीट को लेकर हुआ मतभेद अब तक खत्म नहीं हुआ है। AAP के शुरुआती दिनों में कुमार विश्वास पार्टी के सबसे ज्यादा सक्रिय नेताओं में से एक रहे हैं।क्यों हुआ AAP से अलगाव?जब अरविंद केजरीवाल ने भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल खड़े किए थे तब कुमार विश्वास शीर्ष नेतृत्व से नाराज हो गए थे। जब 2018 में आम आदमी पार्टी ने संजय सिंह, सुशील गुप्ता और एनडी गुप्ता को राज्यसभा भेजा तो कुमार विश्वास बगावत पर उतर आए। दरअसल कुमार विश्वास राज्यसभा न भेजे जाने से ही नहीं बल्कि विचारधारा के स्तर पर अलगाव से पार्टी से दूरी बनाई। इसके बाद से ही अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के साथ कुमार विश्वास की तल्खी बढ़ने लगी।16 फरवरी को अरविंद केजरीवाल लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथलगातार कुमार विश्वास अरविंद केजरीवाल पर हमलावर हैं। गौरतलब है कि कभी साथी रहे अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर लगातार तीसरी बार 16 फरवरी को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। शपथ ग्रहण का यह कार्यक्रम दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाला है। शपथ ग्रहण से पहले उनके पूर्व सहयोगी रहे कुमार विश्वास की कार चोरी हुई है। हालांकि कुमार विश्वास आज भी आम आदमी पार्टी के सदस्य हैं और उन्हें न तो पार्टी से निकाला गया है, न ही पार्टी के कार्यक्रमों में उन्हें अब बुलाया जाता है।
कुमार विश्वास मंच की कविता के बड़े नाम हैं। देश-विदेश में कुमार विश्वास लगातार मंचों पर सक्रिय रहते हैं, साथ ही साहित्य जगत के सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले कवि भी कुमार विश्वास हैं। साहित्य से इतर सामाजिक मुद्दों पर भी कुमार विश्वास तगातार सरकारों को घेरते रहते हैं।
आम आदमी पार्टी(AAP) और अन्ना आंदोलन से कभी जुड़े रहे कुमार विश्वास अब बागी सुर रखते हैं। लगातार वे अरविंद केजरीवाल सरकार पर हमलावर रहे हैं। राज्यसभा सीट को लेकर हुआ मतभेद अब तक खत्म नहीं हुआ है। AAP के शुरुआती दिनों में कुमार विश्वास पार्टी के सबसे ज्यादा सक्रिय नेताओं में से एक रहे हैं।क्यों हुआ AAP से अलगाव?जब अरविंद केजरीवाल ने भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल खड़े किए थे तब कुमार विश्वास शीर्ष नेतृत्व से नाराज हो गए थे। जब 2018 में आम आदमी पार्टी ने संजय सिंह, सुशील गुप्ता और एनडी गुप्ता को राज्यसभा भेजा तो कुमार विश्वास बगावत पर उतर आए। दरअसल कुमार विश्वास राज्यसभा न भेजे जाने से ही नहीं बल्कि विचारधारा के स्तर पर अलगाव से पार्टी से दूरी बनाई। इसके बाद से ही अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के साथ कुमार विश्वास की तल्खी बढ़ने लगी।16 फरवरी को अरविंद केजरीवाल लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथलगातार कुमार विश्वास अरविंद केजरीवाल पर हमलावर हैं। गौरतलब है कि कभी साथी रहे अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर लगातार तीसरी बार 16 फरवरी को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। शपथ ग्रहण का यह कार्यक्रम दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाला है। शपथ ग्रहण से पहले उनके पूर्व सहयोगी रहे कुमार विश्वास की कार चोरी हुई है। हालांकि कुमार विश्वास आज भी आम आदमी पार्टी के सदस्य हैं और उन्हें न तो पार्टी से निकाला गया है, न ही पार्टी के कार्यक्रमों में उन्हें अब बुलाया जाता है।