Dainik Bhaskar : Jul 16, 2019, 12:05 PM
जयपुर. जयपुर में अजमेर राेड पर लग्जरी फ्लैट में ठिकाना बनाकर रह रहे हरियाणा की अपहरण और वसूली गैंग के 7 बदमाशाें काे सोमवार को काेर्ट में पेश किया गया। काेर्ट ने सभी काे पुलिस कस्टडी में भेज दिया। आरोपियों में लाेकेन्द्र सिंह, भवानी सिंह, दीपक राेहिला, राहुल यादव, पवन, जितेंद्र और अनुपम शामिल हैं।रखते थे बीएमडब्ल्यू जैसी महंगी कारउल्लेखनीय है कि पुलिस ने अजमेर राेड से एक युवक काे अगवा किए जाने की सूचना मिलने के बाद जांच की ताे इस गैंग का खुलासा हुआ था। गैंग के साताें आराेपी अजमेर राेड पर ओमेक्स सिटी स्थित शंकरा रेजीडेंसी के फ्लैट नंबर 906 से पकड़े गए थे। वहां इन्हाेंने तीन लाेगाें काे बंधक बनाकर रखा हुआ था। आराेपियाें से पुलिस ने बीएमडब्ल्यू जैसी महंगी गाड़ी के अलावा तीन कारें और पिस्ताैल भी बरामद की थी। आराेपियाें में लाेकेंद्र सिंह जयपुर के साेडाला का रहने वाला है, जबकि अन्य सभी 6 बदमाश हरियाणा के अलग-अलग गांवाें के रहने वाले हैं।40 से ज्यादा वारदातें कर चुकेअजमेर राेड पर ओमेक्स सिटी में शंकरा रेजीडेंसी में बंधक बनाकर वसूली करने वाले गिराेह के लाेग जयपुर में अलग अलग जगह पर करीब छह माह से रहने की बात कबूल की है। कई बार हाेटलाें में रहे। जहां मुंबई व आसपास के इलाके से कई लाेगाें काे जयपुर बुलाकर बंधक बनाकर रुपयाें का अपने अकाउंट में ट्रांजेक्शन करवाया। एक जगह पर तीन से चार लाेगाें काे बंधक बनाकर वसूली करने के बाद बदमाश उस जगह काे बदल लेते थे। आराेपियाें ने जयपुर, मुंबई, हरियाणा और दिल्ली में इस तरह से वसूली करने की 40 से ज्यादा वारदात की हैं।लालच देकर बुलाते थे जयपुरगैंग के सात बदमाशों से पूछताछ में सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। इंटरोगेशन में बदमाशों ने बताया- मुंबई में रहकर बिटकाॅइन का व्यवसाय करने वाले लाेगाें काे लालच देकर जयपुर बुलाते थे। जयपुर में बंधक बनाकर उनके रिश्तेदाराें से अपने अकाउंट में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करवा लेते। इसी तरह से जयपुर के लाेगाें की रैकी कर उनकाे मुंबई और दिल्ली बुलाते। जहां पर इसी तरह से बंधक बना माेटी रकम ले लेते। बंधक बनाने के लिए जयपुर इस गैंग को मुफीद लगा। छह महीने से यह गैंग जयपुर में जगह बदल-बदल कर रह रहा है। इस दौरान उन्होंने 10 लोगों को किडनेप किया और फिरौती वसूली।पढ़ाई के बहाने लिया था फ्लैटइसी महीने शंकरा रेजिडेंसी के ई ब्लाॅक में फ्लैट नंबर 906 किराये पर लिया। मकान मालिक मेजर नीलम यादव ने ब्रोकर केशव गुर्जर के जरिए यह फ्लैट किराए स दिया। मेजर को गैंग ने बताया कि उन्हें जयपुर के एक निजी कॉलेज में एडमिशन लेकर पढ़ाई करनी है। बदमाशों ने बताया- बंधक लाेगाें काे जंगल में ले जाकर धमकी देकर छाेड़ते कि अगर किसी काे कहा या पुलिस में रिपेार्ट दी ताे जान से मार देंगे। इसके बाद आराेपी अपना माेबाइल, सिम व अन्य सभी डिवाइस बदल लेते। ताकि पुलिस काे काेई क्लू नहीं मिल सके।शनिवार काे कार को काली से लाल करवा लियापुलिस की जांच में सामने आया कि मुख्य आराेपी विकास उर्फ विक्की शातिर बदमाश है पुलिस और लाेगाें काे अपहरण करने की भनक नहीं लगे। एेसे में उसने शनिवार काे कमला नेहरू स्थित एक वर्कशाॅप से खुद की बीएमडब्ल्यू कार का रंग लाल करवा लिया था, जबकि पहले काले रंग की कार थी।72 लाख के गेमिंग नोट भी मिले पुलिस ने बदमाशों से बरामद किए नोटों में 2000 की 29 गडि्डयां और 500 की 28 गडि्डयां हैं। गैंग के एक बदमाश के बेटे के जन्मदिन की पार्टी के लिए यह नोट लाए बताए गए हैं।पहले जख्म देते, फिर खुद ड्रेसिंग करतेबंधक लाेगाें से मारपीट करने से घायल हाेने के बाद अाराेपी युवक खुद ही उनकी ड्रेसिंग करते थे। पुलिस काे इनके पास से ड्रेसिंग का सारा सामान, इंजेक्शन, पेन किलर संबंधी टेबलेट मिली है।पीड़ितों ने किए खौफनाक खुलासेहरियाणा के महेंद्रगढ़ निवासी गैंग का सरगना विकास उर्फ विक्की अभी फरार है। बदमाशाें के कब्जे से छुड़ाए गए बीकानेर के माेहम्मद शहजाद, आंध्र प्रदेश के चित्तुर निवासी पी. मंगल शाह और मुंबई निवासी लुतफान शेख ने पुलिस की पूछताछ में खौफनाक खुलासे किए। उन्होंने बताया कि बदमाश उन्हें नशे के इंजेक्शन लगाते थे। फिराैती की राशि नहीं मंगाने पर बारी-बारी से कमरे में आकर बेल्ट से मारपीट करते थे। प्लास से नाखून उखाड़ते थे, कान मरोड़ते थे। पीड़िताें ने खुलासा किया कि मास्टरमाइंड विक्की ने उन्हें कभी मारापीटा ताे नहीं, लेकिन वह कहता था कि पैसे नहीं मिले ताे किडनी निकलवाकर बेच दूंगा। पुलिस ने बताया कि आराेपियाें ने अलग-अलग नाम से कई आईडी बना रखी हैं।मुंबई निवासी लुतफान : चलने-फिरने लायक नहीं छोड़ालुतफान शेख ने बताया- मैं बीसीए छात्र हूं। बेंगलुरू का रफीक मेरा परिचित है। उसी ने मास्टरमाइंड विक्की से मिलाया था। कहा था- वह बिटकॉइन का कारोबार करता है। विक्की ने फ्लाइट का टिकट बुक कराकर 20 जून को जयपुर बुलाया। मैं यहां पहुंचा और रफीक के लिए बिटकॉइन का कारोबार शुरू किया। इस बीच रफीक व विक्की में विवाद हुआ तो मैं भी बिना बताए काम छोड़कर मुंबई चला गया। बाद में विक्की ने कई बार बुलाया, लेकिन मैं नहीं आया। फिर एक दिन विक्की ने कहा- मैं किसी ट्रस्ट को डोनेशन देना चाहता हूं। मैं मेरे जानकार आंध्र प्रदेश के पी.मंगल शाह को लेकर 7 जुलाई को जयपुर आया। तभी से हमें बंधक बना लिया। लुतफान ने बताया- वे रोज पीटते थे। बेल्ट से बांधकर बेट से पैराें पर मारते थे। प्लास से नाखून भी उखाड़े। कानों को प्लास से मरोड़ते थे। चिल्लाने पर गोली मारने की धमकी देते। डॉक्टरों ने पैर की हड्डियाें में फ्रेक्चर बताए हैं, ऑपरेशन होगा। चल-फिर भी नहीं सकता।आंध्र के पी. मंगल : हाथ में गोली मारी, नशे के इंजेक्शन लगाएचित्तुर के पी. मंगल ने बताया- मैं लुतफान के कहने पर डाेनेशन लेने के लिए 7 जुलाई काे जयपुर अाया। विक्की ने मुझे हाेटल में छाेड़ा। रात काे एक ढाबे पर ले गया। वहां से हाेटल के लिए कार में बैठाया ताे अचानक 4 जने आए। वे पिस्ताैल दिखाकर फ्लैट में ले आए। वहां लुतफान पहले से लहूलुहान हाल में था। उन लोगों ने मेरा माेबाइल, एटीएम व पैसे छीन लिए। पैसों के लिए राेजाना हमें पीटते, साफ-सफाई कराते। दाे बार नशे के इंजेक्शन लगाए। गुरुवार सुबह हाथ में गाेली भी मारी।बीकानेर के शहजाद : फेसबुक फ्रेंड के बुलाने पर आयामाेहम्मद शहजाद ने बताया कि मैं लुतफान का फेसबुक फ्रेंड हूं। हम पहले कई बार मिल चुके। लुतफान ने जयपुर बुलाया था। मैं जयपुर पहुंचा ताे लुतफान के नंबर से कॉल आया कि अजमेर रोड दाे साै फीट बाइपास पर आकर फाेन कर लेना। मैं वहां पहुंचा तो स्काॅर्पियाे आई। उसमें तीन जने बैठे थे। उन्हाेंने लुतफान का नाम लेकर मुझे गाड़ी में बैठा लिया। फ्लैट में ले आए। वहां लुतफान व एक अन्य व्यक्ति घायल पड़े थे। बदमाशों ने मेरे 10 हजार रु. ले लिए, खाते से 70 हजार निकाले।