Gold-Silver Price / सोना हुआ 49 दिन में 9500 रुपये महंगा, चांदी भी पीछे नहीं, जानें कहां जाएगा भाव

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता आज पीएम मोदी से मुलाकात करेंगी। इसके साथ ही महिला सम्मान योजना पर अहम बैठक बुलाई गई है। गृह मंत्री आशीष सूद सुरक्षा व्यवस्था पर समीक्षा करेंगे, जबकि पीडब्लूडी मंत्री सड़कों की हालत सुधारने पर फोकस करेंगे। हेल्थ मिनिस्टर भी सक्रिय हैं।

Vikrant Shekhawat : Feb 22, 2025, 11:40 AM

Gold-Silver Price: सोने की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और यह रुकने का नाम नहीं ले रही। पिछले 49 दिनों में ही सोने की कीमत में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिसमें इसका भाव ₹76,544 प्रति 10 ग्राम से बढ़कर ₹86,020 प्रति 10 ग्राम हो गया है। इस दौरान कुल ₹9,506 प्रति 10 ग्राम की बढ़त दर्ज की गई। एमसीएक्स पर भी सोने की कीमत में 1.57% की साप्ताहिक बढ़त देखी गई।

क्या ट्रेंड जारी रहेगा?

विशेषज्ञों के अनुसार, यह तेजी जल्द रुकने वाली नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की संभावित जीत और संभावित ट्रेड वॉर जैसी वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण निवेशक सोने की ओर रुख कर रहे हैं। साथ ही, मुद्रास्फीति और रुपये की गिरावट भी सोने के दाम बढ़ाने में सहायक साबित हो रही है।

धनतेरस और दिवाली तक सोने का भाव कितना होगा?

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के कमोडिटी और करेंसी हेड अनुज गुप्ता के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड $2900 के स्तर की ओर बढ़ रहा है, जिसे $2845/2826 का समर्थन प्राप्त है। उनके मुताबिक, इस साल धनतेरस और दिवाली तक एमसीएक्स पर सोना 87,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर को छू सकता है। इसके परिणामस्वरूप, भारतीय बाजार में 24 कैरेट सोने की कीमत 90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है।

चांदी भी सोने की राह पर

सोने के बाद अब चांदी की कीमतों में भी तेजी देखने को मिल रही है। सैमको सिक्योरिटीज के अनुमानों के मुताबिक, अगले 12 महीनों में चांदी 1,17,000 रुपये प्रति किलोग्राम का स्तर छू सकती है। दिसंबर 2022 से अब तक चांदी में 41% की वृद्धि हो चुकी है, और इसके निफ्टी से बेहतर प्रदर्शन के कारण यह निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। शुक्रवार को एमसीएक्स पर सिल्वर अप्रैल कॉन्ट्रैक्ट 96,891 रुपये प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रहा था, और जल्द ही यह 1,00,000 रुपये का आंकड़ा पार कर सकता है।

चांदी की कीमतों में वृद्धि के कारण

चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी के पीछे कई प्रमुख कारण हैं:

  1. डॉलर इंडेक्स की कमजोरी: डॉलर की गिरावट से चांदी की कीमतों में इजाफा होता है क्योंकि डॉलर में मूल्यवान धातुओं की मांग बढ़ जाती है।

  2. औद्योगिक मांग में बढ़ोतरी: इलेक्ट्रिक वाहनों, सौर ऊर्जा पैनलों और अन्य औद्योगिक जरूरतों के कारण चांदी की मांग लगातार बढ़ रही है।

  3. सोने की तुलना में कम वृद्धि: सोने की तुलना में चांदी में अब तक अपेक्षाकृत कम तेजी देखी गई है, जिससे निवेशक इसमें अधिक रुचि दिखा रहे हैं।

क्या निवेशकों को सोने और चांदी में निवेश करना चाहिए?

वर्तमान वैश्विक परिस्थितियों को देखते हुए, निवेशकों के लिए सोना और चांदी आकर्षक विकल्प बने हुए हैं। मुद्रास्फीति, भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं और रुपये की कमजोरी को देखते हुए निवेशक इन धातुओं में निवेश जारी रख सकते हैं। हालांकि, अल्पकालिक उतार-चढ़ाव संभव हैं, लेकिन दीर्घकालिक निवेशकों के लिए सोना और चांदी अभी भी सुरक्षित और लाभदायक निवेश बने रहेंगे।

निष्कर्ष

सोने और चांदी की कीमतों में जारी तेजी को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि आने वाले महीनों में ये कीमती धातुएं नए रिकॉर्ड बना सकती हैं। त्योहारों और वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों को देखते हुए निवेशकों को इन धातुओं पर नजर बनाए रखनी चाहिए।