कोरोना वायरस / सरकार ने जारी की डेल्टा वैरिएंट के भारत के 50% से अधिक केस वाले 8 राज्यों की सूची

राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र के निदेशक डॉक्टर एस.के. सिंह ने बताया कि भारत में कोविड-19 के डेल्टा वैरिएंट के आधे से अधिक मामले 8 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में दर्ज हुए हैं। ये राज्य/केंद्र शासित प्रदेश हैं- आंध्र प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र, पंजाब, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल। गौरतलब है, B.1.617.2 कोविड-19 वैरिएंट की सबसे पहले भारत में पहचान हुई थी।

Vikrant Shekhawat : Jun 26, 2021, 07:38 AM
Corona in India Latest Update राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के निदेशक डॉ एसके सिंह ने बताया कि अभी तक पूरे देश भर में डेल्टा प्लस के 48 मामले सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि 8 राज्यों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है. उन्होंने कहा, “8 राज्य महत्वपूर्ण हैं जहां हमें चिंता पैदा करने वाले वैरिएंट (डेल्टा वैरिएंट) के 50% से अधिक मिले हैं. ये राज्य हैं आंध्र प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र, पंजाब, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल.” मंत्रालय ने कहा कि अबतक (जीनोम) अनुक्रमण किये गये 45000 नमूनों में से कोविड के डेल्टा प्लस स्वरूप के 48 मामले सामने आये और उनमें से सबसे अधिक 20 महाराष्ट्र के हैं. सरकार ने कहा कि तमिलनाडु में डेल्टा प्लस के नौ मामले सामने आए हैं जबकि मध्य प्रदेश में सात, केरल में तीन, पंजाब और गुजरात में दो-दो तथा आंध्र प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, जम्मू और कर्नाटक में एक-एक मामले सामने आए हैं.

केंद्र सरकार ने कहा कि भारत में कोविड-19 के 90 फीसदी मामले बी.1.617.2 (डेल्टा) स्वरूप के हैं. उसने कहा,‘‘ 35 राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों के 174 जिलों में चिंताजनक कोविड स्वरूप के मामले पाये गए हैं. इनमें से सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और गुजरात में मिले हैं.’’ सरकार ने कहा कि कोविड-19 के चिंताजनक स्वरूप के मामलों का अनुपात मई, 2021 के 10.31 फीसदी से बढ़कर जून, 2021 में 51 फीसदी हो गया.

बायोटेक्नोलॉजी विभाग की सचिव रेणु स्वरूप ने बताया कि पिछले कुछ महीनों में, पहला वैरिएंट ऑफ कंसर्न यानी चिंता पैदा करने वाला वैरिएंट ब्रिटेन द्वारा घोषित किया गया था जहां इसकी पहचान की गई थी और बाद में अब हमारे यहां इनमें से 4 वैरिएंट पाए गए हैं जिन्हें डब्ल्यूएचओ ने अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा कहा है. डेल्टा वह है जिसे भारत में पहचाना गया था.

उन्होंने कहा, “यह भारतीय वैज्ञानिक थे जिन्होंने इसकी पहचान की, इसे वैश्विक डेटाबेस में डाला और हमारे देश के भीतर किए गए जीनोमिक निगरानी के कारण, इसने विश्व स्तर पर भी मदद की. कई अन्य देशों ने भी वैश्विक डेटाबेस पर इसकी पहचान की. तब पता चला कि यह कई देशों में पाया जाता है.”

क्या टीकाकरण गर्भवती महिलाओं में उपयोगी है?

आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने गाइडलाइन दी है कि गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन दी जा सकती है. टीकाकरण गर्भवती महिलाओं में उपयोगी है और इसे दिया जाना चाहिए.

क्या कोरोना डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ कारगर हैं कोरोना के टीके?

आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने बताया कि Covidshield और Covaxin कोरोना के SARS CoV 2 – अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा के वेरिएंट के खिलाफ काम करते हैं. डेल्टा प्लस 12 देशों में मौजूद है. भारत में 48 मामलों की पहचान की गई है, लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि वे बहुत स्थानीयकृत (localised) हैं.

उन्होंने कहा कि इस वायरस को भी अब आइसोलेट और कल्चर्ड कर दिया गया है. हम वही टेस्ट कर रहे हैं जो हमने अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा के लिए किया है. टीके के प्रभाव की जांच के लिए लैब टेस्ट को देखते हुए और हमें लगभग 7 से 10 दिनों में परिणाम मिलने चाहिए.

भारत में बच्चों को कब दिया जाएगा कोरोना टीका?

आईसीएमआर के डीजी ने कहा, “केवल एक ही देश है जो इस समय बच्चों को वैक्सीन दे रहा है. क्या बहुत छोटे बच्चों को कभी टीके की आवश्यकता होगी, यह अभी भी एक प्रश्न है. जब तक हमारे पास बच्चों के टीकाकरण पर अधिक डेटा नहीं होगा, हम बड़े पैमाने पर बच्चों का टीकाकरण करने की स्थिति में नहीं होंगे.”

हालांकि उन्होंने कहा, “हमने 2-18 वर्ष की आयु के बच्चों पर एक छोटा अध्ययन शुरू किया है और हमारे पास सितंबर या उसके बाद के रिजल्ट सामने होंगे. हालाँकि, अंतरराष्ट्रीय जूरी अभी भी इस पर खुलकर सामने नहीं आई है है और वे अभी भी इस पर बहस कर रहे हैं कि क्या बच्चों को टीकाकरण की आवश्यकता है. हमने अमेरिका में कुछ जटिलताएं देखी हैं.”

बता दें कि भारत में एक दिन में कोविड-19 के 51,666 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,01,34,444 हो गई. वहीं, नमूनों के संक्रमित आने की साप्ताहिक दर कम होकर तीन प्रतिशत हो गई है. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से ये जानकारी दी गई. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 51,666 कोविड मामले दर्ज़ किए गए थे. पिछले एक हफ्ते में कोरोना मामलों में 24% की कमी आई हैं. देश में 125 ज़िले ऐसे हैं जहां सिर्फ़ 100 से अधिक मामले आ रहे हैं. सक्रिय मामलों की संख्या 6,12,000 है.

उन्होंने कहा कि रिकवरी दर बढ़कर 96.7% हो गया है. हम रोज़ 17.58 लाख कोविड टेस्ट कर रहे हैं. देश में अब तक 31,13,18,355 वैक्सीन की डोज़ दी गई है. पिछले कुछ घंटे में ही देश में 34 लाख से अधिक वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटे में करीब 60,73,000 वैक्सीन की डोज दी गई. देश में कोविड प्रतिबंधों में छूट दी जा रही है. ऐसे में सभी लोग मास्क को पहने रखे. सरकार ने कहा कि भारत में कोविड की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है, अब भी 75 जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण की दर 10 फीसदी से अधिक तथा 92 जिलों में 5-10 फीसदी के बीच है.