Vikrant Shekhawat : Jul 09, 2021, 07:03 AM
नई दिल्ली: कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए मंत्रिमंडल विस्तार के बाद केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने इसको लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके जानकारी दी है। मनसुख मंडाविया ने कहा कि कोरोना को लेकर भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए पैकेज की घोषणा की गई है। कोरोना की तीसरी लहर और बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए पूरी तैयारी की जा रही है। कोविड से लड़ाई के लिए हेल्थ पैकेज का ऐलान किया गया है। कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए 23 हजार 123 करोड़ रुपए का इमरजेंसी हेल्थ पैकेज की घोषणा की गई है। कोरोना पैकेज का सही से इस्तेामल हुआ। बच्चों के इलाज के लिए विशेष तैयारी की जा रही है- मनसुखमनसुख मांडविया ने आगे कहा कि 8338 डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर बनाए गए। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर 23,123 करोड़ रुपए खर्च करेंगे। देश में 4 लाख से ज्यादा ऑक्सीजन बेड तैयार किए जा रहे हैं। 8 हजार करोड़ राज्य सरकारों को दिए जाएंगे। ऑक्सीजन की कमी से निपटने के लिए स्पेशल पैकेज का ऐलान किया गया है। देश में 2 लाख 44 हजार नए बेड बनेंगे। कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए बच्चों के इलाज के लिए विशेष तैयारी की जा रही है।'हर ज़िले में एक करोड़ रुपए की दवाईयों का बफर स्टॉक किया जाएगा'केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया कि आज कैबिनेट बैठक में स्वास्थ्य के संदर्भ में महत्वपूर्ण फ़ैसला किया गया। अप्रैल 2020 में कोविड के लिए पहले पैकेज में 15 हज़ार करोड़ रुपए दिए गए। कोविड अस्पताल 163 से बढ़कर 4,389 हो गए। ऑक्सीजन बेडों को 50,000 से बढ़ाकर 4,17,396 कर दिए गए। भविष्य में कोविड से कैसे निपटे उसके लिए 23 हज़ार करोड़ रुपए का पैकेज लाया जाएगा।केंद्र सरकार 15,000 करोड़ रुपए देगी और राज्य सरकारें 8,000 करोड़ रुपए देगी। 736 ज़िलों में पीडिएट्रिक यूनिट बनाए जाएंगे। 20,000 ICU बेड तैयार किए जाएंगे। हर ज़िले में 10,000 लीटर ऑक्सीजन स्टोरेज की व्यवस्था की जाएगी। हर ज़िले में एक करोड़ रुपए की दवाईयों का बफर स्टॉक किया जाएगा। 23,000 करोड़ रुपए के इस पैकेज की सारे प्रावधानों को अगले 9 महीनों में अमल में लाया जाएगा।'मेडिकल अंतिम साल के छात्रों की सेवा लेंगे'केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि 736 जिलों में PCU बनाने का प्रावधान है। बच्चों के इलाज के लिए विशेष तैयारी है। 20 हजार नए ICU बेड को तैयार किया जा रहा है। मेडिकल अंतिम साल के छात्रों की सेवा लेंगे। हर जिले में 10 हजार लीटर ऑक्सीनज स्टोर की तैयारी की जा रही है। 23 हजार 123 करोड़ रुपए का इमरजेंसी हेल्थ पैकेज भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए है।