Vikrant Shekhawat : Feb 27, 2024, 08:44 PM
Rajya Sabha: हिमाचल प्रदेश राज्यसभा चुनाव में खेला हो गया है. बीजेपी के उम्मीदवार हर्ष महाजन जीत गए हैं, जबकि कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी की पराजय हुई है. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही उम्मीदवारों को 68 विधायकों में से 34-34 वोट मिले थे. बाद में ड्रॉ के आधार पर फैसला लिया गया था. इसमें बीजेपी के उम्मीदवार हर्ष महाजन को जीत मिली है. इस बीच कांग्रेस के छह विधायक शिमला की ओर रवाना हो गये हैं. दूसरी ओर, बीजेपी ने दावा किया कि वह कांग्रेस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है.अविश्वास प्रस्ताव आने की स्थिति में हिमाचल विधानसभा में बड़ा उलटफेर हो सकता है.सूत्रों के मुताबिक 3 से 4 और कांग्रेस विधायक भी सुखविंदर सिंह सुक्खू से नाराज हैं. वोटिंग होने की स्थिति में पार्टी से विद्रोह कर सकते हैं.राज्यसभा चुनाव में पराजय के बाद अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि वह कांग्रेस को धन्यवाद देते हैं. उन 9 विधायकों को भी धन्यवाद देते हैं, जो कल रात तक हमारे साथ थे और सुबह तक भी 3 विधायक हमारे साथ नाश्ता कर रहे थे. इससे उन्हें बड़ी शिक्षा मिली है.सरकार पर संकट नहीं, सीएम का दावाबता दें कि राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के छह और तीन निर्दलीय उम्मीदवारों द्वारा क्रॉस वोटिंग की आशंका जताई गई थी. इसके पहले राज्य के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने मंगलवार ने कहा कि यह नाराजगी का वोट नहीं था. हिमाचल की संस्कृति ऐसा नहीं था. छह विधायकों ने अपना ईमान बेचा है. हिमाचल की जनता जानती है कि कांग्रेस की सरकार को पांच साल के लिए चुना है.उन्होंने कहा कि 34 लोगों ने ईमानदारी दिखाया है. उन्हें तरह-तरह प्रलोभन दिये गये हैं, लेकिन 34 लोगें ने अपनी ईमानादारी और नैतिकता का परिचय दिया है. उन्होंने कहा कि जब 34 विधायक हमारे साथ हैं. उन्होंने कहा कि कई लोग गए हैं, जो घर वापसी कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार को अभी विश्वास खोया नहीं है. 34 वोट को उनके भी पड़े हैं. अभी चिंता नहीं करें.हरियाणा विधानसभा में हैं कांग्रेस के 40 विधायकराज्यसभा में कुल 68 में से 67 विधायकों ने अपने मत का प्रयोग किया. हिमाचल प्रदेश के शिमला में चुनाव हुआ. गौरतलब है कि कांग्रेस के पास 68 में से 40 विधायकों के साथ स्पष्ट बहुमत है, तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन है. इस तथ्य के बावजूद कि भाजपा, 25 के साथ विधायक संख्या के खेल में काफी पीछे हैं. उन्होंने मैदान में उतरकर मुकाबले को मजबूर कर दिया है.इससे पहले रविवार को कांग्रेस ने अपने विधायकों को पार्टी उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी के पक्ष में वोट करने के लिए व्हिप जारी किया था राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल छह वर्ष का होता है और प्रत्येक वर्ष के बाद चुनाव होते हैं.