देश / केवल मैं गन्ने का एमएसपी बढ़ाने का मुद्दा उठाता हूंः वरुण गांधी

भाजपा सांसद वरुण गांधी ने कहा है कि वह अकेले हैं जो गन्ने के लिए एमएसपी बढ़ाने का मुद्दा उठाते हैं जबकि उनकी पार्टी के अन्य नेता ऐसा करने की हिम्मत नहीं दिखाते हैं। बकौल गांधी, अन्य नेता टिकट कटने के डर से यह मुद्दा नहीं उठाते हैं। उन्होंने कहा, “मुझे टिकट कटने से कोई फर्क नहीं पड़ता है।”

Vikrant Shekhawat : Dec 23, 2021, 02:37 PM
पीलीभीत. भारतीय जनता पार्टी से सांसद वरुण गांधी बीते कुछ समय से अपनी ही पार्टी पर हमलावर हैं। हाल ही में उन्होंने गन्ना मूल्य बढ़ाने को लेकर भाजपा पर कटाक्ष किया है। वरुण गांधी ने कहा कि उन्होंने केले ही गन्ने के मूल्य बढ़ाने का मुद्दा उठाया है। इस विषय पर बोलने की हिम्मत किसी अन्य सांसद या विधायक ने नहीं कर सके। उन्होंने कहा कि टिकट कटने के डर से पार्टी के नेता ऐसे मुद्दे नहीं उठाते, लेकिन उन्हें इसका कोई डर नहीं है क्योंकि उनके परिवार ने निर्दलीय भी चुनाव जीता है। बता दें कि वरुण पीलीभीत संसदीय क्षेत्र के बहेड़ी विधानसभा क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे पर आए थे। गन्ने का मूल्य बढ़ाने पर चर्चा करते हुए सांसद गांधी ने यह बात कही।

टिकट कटने से फर्क नहीं पड़ता

वरुण गांधी ने कहा कि उन्हें टिकट कटने से फर्क नहीं पड़ता। जनता की आवाज अगर जनप्रतिनिधी नहीं उठाएगा, तो कौन उठाएगा। मैं झूठ नहीं बोलूंगा, जो सच है वही बोलूंगा। सरकार तो आती जाती रहेगी। वरुण गांधी ने यह भी कहा कि वह क्रांतिकारी नेता हैं और लोगों के साथ अन्याय होता नहीं देख सकते। वह जो भी मदद करते हैं अपने निजी धन से करते हैं।

बांसुरी महोत्सव में व्यापारियों से चंदा वसूलने का आरोप

एक अन्य खबर के अनुसार, बीजेपी के स्थानीय सांसद वरुण गांधी ने जिलाधिकारी पर जिले में आयोजित बांसुरी महोत्सव में व्यापारियों से चंदा वसूले जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने इस संबंध में जिलाधिकारी पुलकित खरे को पत्र भी लिखा। हालांकि जिलाधिकारी से अभी तक कोई प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं हुई। खबर है कि स्थानीय व्यापारियों का आरोप है कि बांसुरी महोत्सव के लिए प्रशासन ने उनसे पैसा लिया है। सांसद ने कहा कि हाल ही में व्यापारियों ने दिल्ली जाकर उन्हें इस मामले से अवगत कराया था।

17, 18 और 19 दिसंबर को पीलीभीत में प्रशासन की ओर से बांसुरी महोत्सव का आयोजन किया गया था। इसमें सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ और वरुण गांधी खुद रविवार को महोत्सव में शामिल हुए थे। उसके बाद सोमवार को वरुण ने व्यापारियों के साथ संवाद कार्यक्रम किया, जिसमें महोत्सव में 'वसूली' की बात सामने आई।