Vikrant Shekhawat : Sep 19, 2021, 02:43 PM
जयपुर: पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू गुट के विधायकों के दबाव में कांग्रेस पार्टी ने भले की कैप्टन अमरिंदर सिंह से मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिलवा दिया हो, लेकिन पार्टी के तमाम बड़े नेताओं को उनकी सियासी ताकत का अंदाजा है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी इसे बखूबी जानते हैं। राजस्थान के सीएम ट्वीट कर कहा है, "मुझे उम्मीद है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह जी कांग्रेस पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाला कोई कदम नहीं उठाएंगे। वह पार्टी के एक सम्मानित नेता हैं और मुझे उम्मीद है कि वह पार्टी के हितों को आगे रखते हुए काम करते रहेंगे।" अशोक गहलोत ने एक के बाद एक कुल चार ट्वीट किए हैं। उन्होंने कहा है, 'मुझे उम्मीद है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह जी ऐसा कोई कदम नहीं उठायेंगे जिससे कांग्रेस पार्टी को नुकसान हो। कैप्टन साहब ने स्वयं कहा कि पार्टी ने उन्हें साढे़ नौ साल तक मुख्यमंत्री बनाकर रखा है। उन्होंने अपनी सर्वोच्च क्षमता के अनुरूप कार्य कर पंजाब की जनता की सेवा की है।'गहलोत आगे कहते हैं, ''हाईकमान को कई बार विधायकों एवं आमजन से मिले फीडबैक के आधार पर पार्टी हित में निर्णय करने पड़ते हैं। मेरा व्यक्तिगत भी मानना है कि कांग्रेस अध्यक्ष कई नेता, जो मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में होते हैं, उनकी नाराजगी मोल लेकर ही मुख्यमंत्री का चयन करते हैं। परन्तु वही मुख्यमंत्री को बदलते वक्त हाईकमान के फैसले को नाराज होकर गलत ठहराने लग जाते हैं। ऐसे क्षणों में अपनी अर्न्तरात्मा को सुनना चाहिए। मेरा मानना है कि देश फासिस्टी ताकतों के कारण किस दिशा में जा रहा है, यह हम सभी देशवासियों के लिए चिंता का विषय होना चाहिए।''सीएम गहलोत ने कहा, 'ऐसे समय हम सभी कांग्रेसजनों की जिम्मेदारी देश हित में बढ़ जाती है। हमें अपने से ऊपर उठकर पार्टी व देश हित में सोचना होगा। कैप्टन साहब पार्टी के सम्मानित नेता हैं एवं मुझे उम्मीद है कि वो आगे भी पार्टी का हित आगे रखकर ही कार्य करते रहेंगे।'अपमानित महसूस कर रहा हूं: कैप्टनशनिवार को इस्तीफा देने के बाद जब कैप्टन अमरिंदर सिंह राजभवन के बाहर निकले तो उन्होंने संवाददाताओं से कहा, मेरा फैसला सुबह हो गया था। मैंने कांग्रेस अध्यक्ष से बात की थी और उनसे कह दिया था कि इस्तीफा दे रहा हूं। सिंह के अनुसार, यह तीसरी बार हो रहा है। पहले विधायकों को बुलाया, दूसरी बार बुलाया और तीसरी बार बैठक कर रहे हैं। मैं अपमानित महसूस करता हूं। मेरे ऊपर अगर संदेह है तो ऐसे में मैंने फैसला किया कि मुख्यमंत्री पद छोड़ दिया जाए।कैप्टन बोले- साथियों से चर्चा के बाद कोई निर्णय लेंगेउन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान को जिस पर भरोसा हो, उसे मुख्यमंत्री बना सकता है। यह पूछे जाने पर कि उनकी भविष्य की रणनीति क्या होगी तो अमरिंदर सिंह ने कहा, मेरी 52 साल की राजनीति में जिन लोगों ने मेरा साथ दिया, उनके साथ बातचीत करने के बाद इस बारे में फैसला करूंगा। इस सवाल पर कि क्या वह नए मुख्यमंत्री का फैसला करेंगे तो उन्होंने कहा कि अपने साथियों से चर्चा के बाद ही कोई निर्णय लेंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि जहां तक मेरी भविष्य की राजनीति का सवाल है, तो एक विकल्प हमेशा रहता है, समय आने पर उस विकल्प को देखूंगा। मैं अपने साथियों से बात करके कोई फैसला करूंगा।