Vikrant Shekhawat : Nov 23, 2020, 06:20 PM
नई दिल्ली। केंद्र सरकार सहित सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की सरकारें अपने मतदान अधिकारों का उपयोग करने के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं। इसके लिए चुनाव आयोग मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर सुविधाएं बढ़ाने, मतदाता सूची को बनाए रखने, जागरूकता अभियान चलाने के अलावा हर चुनाव में मतदान के लिए प्रोत्साहित करने का प्रयास कर रहा है। इसके बाद भी, 100 प्रतिशत अभी भी कहीं नहीं हो रहा है। इस बीच, यह दावा किया जा रहा है कि अगर कोई मतदाता लोकसभा चुनाव 2024 में मतदान करने नहीं जाता है, तो 350 रुपये उसके बैंक खाते (बैंक ए / सी) से काट लिए जाएंगे। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला?
क्या दावा किया जा रहा हैएक समाचार लेख में, यह दावा किया जा रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनावों में, मतदाता जो अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं करेंगे, चुनाव आयोग उनके बैंक खातों से it 350 की कटौती करेगा। यह भी कहा गया है कि वोट नहीं देने वालों की पहचान आधार कार्ड के जरिए की जाएगी। यह राशि इस कार्ड से जुड़े उनके बैंक खाते से काट ली जाएगी। यह दावा किया गया है कि चुनाव आयोग ने भी इस संबंध में सभी बैंकों को आदेश दिया है। आयोग के प्रवक्ता को यह कहते हुए उद्धृत किया गया कि आयोग द्वारा मतदाताओं को मतदान के लिए तैयारियों पर किया गया खर्च, जो वोट देने नहीं आते हैं, व्यर्थ जाता है। इसलिए नुकसान मतदाताओं से वसूला जाएगा। इसके लिए आयोग ने पहले ही अदालत से मंजूरी ले ली है ताकि बाद में कोई भी इस फैसले के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटा सके।
क्या दावा किया जा रहा हैएक समाचार लेख में, यह दावा किया जा रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनावों में, मतदाता जो अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं करेंगे, चुनाव आयोग उनके बैंक खातों से it 350 की कटौती करेगा। यह भी कहा गया है कि वोट नहीं देने वालों की पहचान आधार कार्ड के जरिए की जाएगी। यह राशि इस कार्ड से जुड़े उनके बैंक खाते से काट ली जाएगी। यह दावा किया गया है कि चुनाव आयोग ने भी इस संबंध में सभी बैंकों को आदेश दिया है। आयोग के प्रवक्ता को यह कहते हुए उद्धृत किया गया कि आयोग द्वारा मतदाताओं को मतदान के लिए तैयारियों पर किया गया खर्च, जो वोट देने नहीं आते हैं, व्यर्थ जाता है। इसलिए नुकसान मतदाताओं से वसूला जाएगा। इसके लिए आयोग ने पहले ही अदालत से मंजूरी ले ली है ताकि बाद में कोई भी इस फैसले के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटा सके।
इस दावे का सच क्या हैजब केंद्र सरकार के तहत काम करने वाली प्रेस सूचना ने इस दावे की जांच की, तो पाया गया कि यह खबर पूरी तरह से निराधार और फर्जी है। पीआईबी ने कहा कि केंद्रीय चुनाव आयोग ने ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया है। ब्यूरो ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है और न ही चुनाव आयोग ने बैंकों को इस संबंध में कोई आदेश जारी किया है। इसलिए, इस तरह के किसी भी फैसले के बारे में अदालत से आदेश देने का कोई सवाल ही नहीं है। पीआईबी ने कहा है कि उसकी जांच में यह दावा 100 प्रतिशत फर्जी पाया गया है।यह है कि आप एक तथ्य कैसे प्राप्त कर सकते हैंयदि आप किसी सरकारी योजना या नीति की सत्यता पर भी संदेह करते हैं, तो आप इसे PIB Fact Check के लिए भेज सकते हैं। आप विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म या ईमेल के माध्यम से PIB Fact Check से संपर्क कर सकते हैं। 8799711259 पर व्हाट्सएप के माध्यम से संपर्क किया जा सकता है। इसके अलावा आप @PIBFactCheck को ट्विटर / फेसबुक पर PIBFactCheck और pibfactcheck@gmail.com पर ईमेल के माध्यम से भी संपर्क कर सकते हैं।एक न्यूज़ आर्टिकल में यह दावा किया जा रहा है कि 2024 लोकसभा चुनाव में जो मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं करेंगे, चुनाव आयोग द्वारा उनके बैंक खातों से ₹350 काट लिए जाएंगे।#PIBFactCheck: यह दावा फर्जी है। @ECISVEEP द्वारा ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है। pic.twitter.com/c6MbGPxROq
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) November 23, 2020