Vikrant Shekhawat : Oct 20, 2020, 06:49 AM
बिहार विधानसभा चुनाव में कोविड -19 को लेकर चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों की जमकर धज्जियां उड़ रही हैं। समस्तीपुर में नामांकन के बाद, दिग्गज नेताओं द्वारा एक चुनावी बैठक आयोजित की गई थी। जहां मंच के बगल में खाने के लिए लोग बिना मास्क के टूट गए। वे एक-दूसरे से प्लेटें और खाना पाने के लिए जोर लगाते रहे। न तो वह कोरोना से डरता था और न ही वह कोविद -19 दिशानिर्देशों के बारे में चिंतित था।समस्तीपुर में तीसरे चरण के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया चल रही है। सोमवार को बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र से नामांकन पत्र दाखिल किया। उसके बाद, शहर से सटे मोहनपुर में NDA की एक चुनावी बैठक आयोजित की गई। जिसे संबोधित करने के लिए गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय दोपहर में पहुंचे।मंच के बगल में भोजन की व्यवस्था की गई थी। गृह राज्य मंत्री और बिहार विधान सभा के संबोधन से पहले फीडिंग शुरू हुई। यह क्या था? बैठक में मौजूद अधिकांश लोग भोजन पर टूट पड़े, पहले उन्हें प्लेटें लेने के लिए लड़ना पड़ा, फिर खाना पाने की ऐसी होड़ मच गई, कोरोना के दौर में न तो सामाजिक दूरी का कोई ख्याल था और न ही डर था प्रभामंडल।मास्क लगाए बिना, लोग एक-दूसरे से भोजन प्राप्त करने के लिए जोर दे रहे थे। इसमें युवा लोगों के साथ-साथ वृद्ध लोग भी शामिल थे, जिन्हें कोरोना से बचने की सलाह दी जाती है। जब भोजन लेने में सफल हुए एक सज्जन से पूछा गया कि इस प्रकार भोजन लेने की क्या आवश्यकता है, तो उन्होंने कहा कि भीड़ है लेकिन भोजन प्राप्त हो रहा है। अगर आप अभी भूखे हैं, तो कोई जल्दी नहीं है।