Vikrant Shekhawat : Dec 19, 2023, 09:46 AM
Indian Economy: भारत अब दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी इकोनॉमी बन चुकी है., जल्द ही ये दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भी बन जाएगी. कोविड-19 के बाद भारत की इकोनॉमी ने तेजी से अपने आप को बदला है जिसका फायदा उसे मिल रहा है. दुनिया की कई बड़ी अर्थव्यवस्थाएं जहां अब भी कोविड के असर से उबरने की कोशिश कर रही हैं, वहीं भारत की इकोनॉमी की इससे काफी आगे निकल गई हैं. आखिर ये सब हुआ कैसे…?कोविड-19 के बाद जब दुनिया को चीन से इतर किसी दूसरे देश में अपनी सप्लाई चेन बनाने की जरूरत महसूस हुई. तब भारत अधिकतर कंपनियों की पहली पसंद बनकर उभरा. इसका सबसे बड़ा उदाहरण एपल का अपना कारखाना भारत में शिफ्ट करना है. भारत ने भी इसके लिए अपनी इकोनॉमी में बदलाव किए.भारत ने कसे इकोनॉमी के पेंचकोविड के बाद भारत ने इकोनॉमी के पेंच कसना शुरू कर दिया. कोविड की ‘आपदा में अवसर’ ढूंढते हुए भारत ने अपनी ‘मेक इन इंडिया’ पहल को आगे बढ़ाया और प्रोडक्शन लिंक्ड इनिशिएटिव को पहले से ज्यादा मजबूत बनाया. इसका फायदा ये हुआ कि एक के बाद एक कई इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों ने भारत में अपना प्रोडक्शन तेज कर दिया. आज भारत में बिकने वाले सभी मोबाइल फोन यहीं बनकर तैयार हो रहे हैं. इतना ही नहीं मेडिकल डिवाइसेस से लेकर सेमीकंडक्टर, ऑटो मोबाइल और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी पर भी भारत ने अपना फोकस बढ़ाया है. इससे भारत की अर्थव्यवस्था लगातार मजबूत हो रही है.इन कामों ने भी संवारी इकोनॉमीभारत ने कोविड के असर से तेजी से निपटने में भी कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी. सरकार ने देशभर में तेजी से टीकाकरण किया, जबकि चीन इसी काम को करने के लिए लंबे समय तक जूझता रहा. इससे देश की अर्थव्यवस्था तेजी से पटरी पर लौट सकी. वहीं एक और रुख भारत की अर्थव्यवस्था में लचीलेपन का दिखा. महंगाई को कंट्रोल करने के लिए जहां आरबीआई ने लगातार ब्याज दरों को बढ़ाया, वहीं जब इसमें थोड़ी स्थिरता आई तो उसने ब्याज दरों बदलाव रोक दिया. जहां दुनिया के दूसरे देश महंगाई से जूझते नजर आए, भारत ने इसके असर को काबू में रखा.इतनी पावरफुल हुई इकोनॉमीअगर भारत की आर्थिक तरक्की के आंकड़ों को देखें तो 2023-24 की शुरुआती तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ 7.8 प्रतिशत के आसपास रही. ये भारत की इकोनॉमी को 484.94 अरब डॉलर के बराबर बनाता है. जबकि सिर्फ पहली छमाही के एक्सपोर्ट को देखें तो ये 211.40 अरब डॉलर के स्तर को पार को कर चुका है. भारत अब ब्रिटेन को पीछे धकेलकर दुनिया की 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है, जो 2027 तक जापान से आगे निकलकर तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है.