Dainik Bhaskar : Jan 22, 2020, 05:16 PM
वॉशिंगटन/नई दिल्ली. भारत डेमोक्रेसी इडेंक्स में 10 पायदान नीचे 51वीं पोजिशन पर आ गया। 2019 में भारत का डेमोक्रेसी स्कोर 6.9 रहा, जो 13 साल में सबसे निचले स्तर पर है। द इकोनॉमिस्ट ने मंगलवार को 165 देशों की डेमोक्रेसी लिस्ट जारी की। इस रिपोर्ट के मुताबिक, कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और नागरिकता संशोधन कानून लागू करने की वजह से भारत के डेमोक्रेसी स्कोर में गिरावट आई। 5 बिंदुओं के आधार पर जारी की जाती है डेमोक्रेसी इंडेक्स
द इकोनॉमिस्ट ने 2006 में डेमोक्रेसी इंडेक्स जारी करना शुरू किया था। तब से अब तक 13 साल में यह भारत का सबसे कम डेमोक्रेसी स्कोर है। 2014 में यह सबसे ज्यादा 7.92 था। डेमोक्रेसी इंडेक्स चुनावी प्रक्रिया और अनेकता की स्थिति, सरकार की कार्यप्रणाली, राजनीतिक भागीदार, राजनीतिक संस्कृति और सामाजिक स्वतंत्रता जैसे 5 बिंदुओं के आधार पर जारी की जाती है। भारत के लिए उथल-पुथल भरा रहा साल 2019
रिपोर्ट के मुताबिक, इन सभी बिंदुओं के आधार पर देखा जाए तो 2019 भारत के लिए बेहद उथल-पुथल भरा साल रहा। भाजपा सरकार ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटा लिया। नागरिकता संशोधन कानून लागू किया। सरकार के इन ऐतिहासिक फैसलों ने राजनीतिक टकराव पैदा किया। सीएए को पूरे देश में भेदभाव भरे कानून के तौर पर देखा गया। इन सबका असर 2019 में भारत में सामाजिक स्वतंत्रता और उसकी लोकतांत्रिक स्थिति पर पड़ा।
द इकोनॉमिस्ट ने 2006 में डेमोक्रेसी इंडेक्स जारी करना शुरू किया था। तब से अब तक 13 साल में यह भारत का सबसे कम डेमोक्रेसी स्कोर है। 2014 में यह सबसे ज्यादा 7.92 था। डेमोक्रेसी इंडेक्स चुनावी प्रक्रिया और अनेकता की स्थिति, सरकार की कार्यप्रणाली, राजनीतिक भागीदार, राजनीतिक संस्कृति और सामाजिक स्वतंत्रता जैसे 5 बिंदुओं के आधार पर जारी की जाती है। भारत के लिए उथल-पुथल भरा रहा साल 2019
रिपोर्ट के मुताबिक, इन सभी बिंदुओं के आधार पर देखा जाए तो 2019 भारत के लिए बेहद उथल-पुथल भरा साल रहा। भाजपा सरकार ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटा लिया। नागरिकता संशोधन कानून लागू किया। सरकार के इन ऐतिहासिक फैसलों ने राजनीतिक टकराव पैदा किया। सीएए को पूरे देश में भेदभाव भरे कानून के तौर पर देखा गया। इन सबका असर 2019 में भारत में सामाजिक स्वतंत्रता और उसकी लोकतांत्रिक स्थिति पर पड़ा।